पानीपत : कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर आशीष धौंचक को क्या पता था कि एक दिन ऐसा भी आएगा, जब उनके माता-पिता को दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ेगा. लेकिन आज कुछ यूं ही उनके पैरेंट्स के साथ हो रहा है. दरअसल उनके माता-पिता का आरोप है कि मेजर आशीष की शहादत के बाद सरकार से मिली तमाम सुविधाएं लेने के बाद उनकी बहू ने उन्हें धोखा दिया है और घर पर ताला डालकर अपने मायके चली गई है और अब वो उनकी देखभाल तो दूर, उनसे बात करने के लिए भी बिलकुल तैयार नहीं है. ऐसे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर मेजर आशीष के माता-पिता ने थक हारकर हरियाणा सीएम से मामले में दखल देने की गुहार लगाई है. शहीद मेजर की मां आज हरियाणा सीएम के प्रोग्राम में पहुंची और बहू को मिलने वाली नौकरी समेत तमाम सुविधाओं को वापस लेने की गुहार लगाई. हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों को अब सोमवार को चंडीगढ़ आकर उनसे मिलने के लिए कहा है ताकि पूरे मामले में कुछ हल निकाला जा सके.
नौकरी और सुविधाएं वापसी की गुहार : शहीद मेजर आशीष की मां ने आरोप लगाते हुए कहा है कि नियम के मुताबिक उनकी देखभाल करने की शर्त पर नौकरी दी जानी थी. लेकिन आशीष की तेरहवीं के बाद से आशीष की पत्नी नए बने घर पर ताला लगाकर अपने मायके चली गई थी. जब फोन पर उससे बात करने की कोशिश की गई तो उसने ससुर से बात तक करने से मना कर दिया. शहीद मेजर की मां कमला देवी ने कहा कि आशीष की पत्नी ज्योति को नौकरी देने के बजाय अब परिवार के किसी और सदस्य को नौकरी दी जानी चाहिए. कमला देवी ने एसडीवीएम स्कूल में चल रहे मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री महिपाल ढांडा के जरिए मुख्यमंत्री से शहीद मेजर अशीष की पत्नी के लिए पहले अनाउंस की गई नौकरी और बाकी सुविधाएं वापस लेने के लिए गुहार लगाई है. मुख्यमंत्री ने उन्हें पूरे मामले में आश्वासन देते हुए सोमवार को चंडीगढ़ बुलाया है.
तेरहवीं के बाद घर में लगाया ताला : आशीष की मां कमला देवी ने विस्तार से बताया कि आशीष की तेरहवीं के बाद से ही आशीष की पत्नी ज्योति बेटी वामिका को लेकर आपने मायके गुरुग्राम चली गई थी. इसके बाद जब वो वापस लौटी तो नए मकान में अपना सामान रखकर लॉक लगाकर फिर वापस अपने मायके चली गई. अब वहां जाकर ना तो वो फोन उठाती है और ना ही उनसे बात करने को तैयार है. कमला देवी ने बताया कि उनके पति लालचंद बीमार है, ज्योति उनकी देखभाल भी नहीं करती. सरकार ने नौकरी देने की अनाउंसमेंट की थी ताकि ज्योति आशीष के माता पिता की देखभाल करेगी पर ज्योति अपने मायके चली गई है. ज्योति के पिता ने तो इतना तक कह दिया की ज्योति के पास कभी फोन मत करना.
शहादत के बाद नौकरी और 50 लाख रुपए का ऐलान : आपको बता दें कि 13 सितंबर 2023 को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में मेजर आशीष धौंचक की शहादत के बाद सरकार ने उनकी पत्नी ज्योति को माता-पिता की देखरेख करने और बेटी का पालन पोषण करने के लिए योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए देने की घोषणा की थी. हालांकि अभी तक ज्योति को नौकरी नहीं मिली है पर मां कमला ने ज्योति को नौकरी न देने की गुहार मुख्यमंत्री के सामने लगाई है.
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