नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार अभियान गुरुवार शाम समाप्त हो जाएगा. चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक में अपना दो दिवसीय ध्यान शुरू करने के लिए तमिलनाडु का दौरा करेंगे. वह 30 मई की शाम से 1 जून तक ध्यान करेंगे.
विवेकानंद रॉक पर पीएम मोदी का दो दिवसीय ध्यान 2019 के आम चुनाव प्रचार की समाप्ति के बाद उत्तराखंड के केदारनाथ की उनकी दो दिवसीय यात्रा के समान है. उस समय उन्होंने 15 घंटे लंबा एकांतवास (एकान्त ध्यान) किया था.
कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक की अहमियत
विवेकानंद रॉक कन्याकुमारी के वावथुराई समुद्र तट से लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित एक छोटा सा टापू है. यह भारत की मुख्य भूमि का दक्षिणी छोर है. यह 15 मिनट की नौका सवारी करके पहुंचा जा सकता है.
1892 में पूज्य हिंदू दार्शनिक स्वामी विवेकानंद कन्याकुमारी के तट से तैरकर इस टापू पर ध्यान लगाने के लिए गए थे. उनके शिष्यों का मानना है कि विवेकानंद ने तीन दिन और तीन रात टापू पर ध्यान लगाया और ज्ञान प्राप्त किया.
ध्यान के लिए क्यों चुना विवेकानंद रॉक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श बताते रहे हैं. उन्होंने पिछले साल स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित परोपकारी संगठन रामकृष्ण मिशन की 125वीं वर्षगांठ पर भी भाषण दिया था.
माना जा रहा है कि पीएम मोदी तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चुनाव अभियान खत्म होने के बाद दक्षिण राज्य में अपना फोकस बनाए रखना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने 2024 में तमिलनाडु की सात यात्राएं कीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भरोसा जताया था कि लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. पीएम मोदी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि इस महीने की शुरुआत में कहा था कि हम इस क्षेत्र में अपने लिए सीट शेयर और वोट शेयर में बड़ी उछाल देखेंगे.