अंबाला : हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज की नाराज़गी इन दिनों लगातार सुर्खियों में है. हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जब इस्तीफा दिया और नायब सिंह सैनी को हरियाणा का नया सीएम चुना गया है, तभी से अनिल विज नाराज़ ही चल रहे हैं. अब उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पोस्ट करते हुए शेरो-शायरी वाले अंदाज़ में अपनी नाराज़गी जाहिर की है.
अनिल विज के निशाने पर कौन ? : अनिल विज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि "कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी. सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़मां हमारा". इस पोस्ट से भी साफ है कि अनिल विज की नाराज़गी जारी है. अब अगर अनिल विज के पोस्ट किए हुए शब्दों पर जाए तो ये सवाल उठता है कि आखिर कौन है जो उनकी हस्ती को मिटाना चाहता है. वे पोस्ट में कह रहे हैं कि "सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़मां हमारा". अब ऐसे में सवाल है कि आखिर कौन उनका दुश्मन है जिस पर इशारों-इशारों में वे निशाना साध रहे हैं.
शायराना ट्वीट पर सफाई: वहीं, जब अनिल विज के इस ट्वीट के बारे में उनसे पूछा गया कि आखिर यह इशारा किस तरफ है तो उन्होंने कहा "इशारा किसी ओर नहीं है ये तो उस वक्त का देश भक्ति का गीत है जब हमारा स्वतंत्रता संग्राम चल रहा था."
विपक्ष पर बरसे: सोनिया गांधी के द्वारा बीजेपी के इलेक्टोरल बॉन्ड पर उठाए गए सवाल पर अनिल विज ने कहा "वो पहले अपना तो बताएं, जो इंडी पार्टी है इन सबका जमा करके देखो इनको कितना मिला है और बीजेपी को कितना मिला है. एक-एक क्षेत्रीय की पार्टी को कितना कितना मिला है और देश को सबसे बड़ी पार्टी को कितना मिला है. पहले यह सब देखना चाहिए और पहले अपना बताना चाहिए. पहले अपना बता दें फिर पूछें."
सीएम बदले जाने के बाद से नाराज़ चल रहे अनिल विज : आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अनिल विज नाराज़ चल रहे हैं और लगातार सुर्खियों में छाए हुए हैं. जैसे ही मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी की बैठक में इस्तीफा दिया और नायब सिंह सैनी को सीएम चुना गया तो वे सीधे बैठक से बाहर आ गए और अंबाला चले गए. वहां पर वे रिलैक्सिंग मोड में बच्चों के साथ खेलते और गोल-गप्पे खाते हुए नज़र आए. वहीं हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर भी मीडिया के सामने कह चुके हैं कि अनिल विज नाराज़ होते रहते हैं, आगे उन्हें मना लिया जाएगा.
"अनिल विज से मिलता रहेगा मार्गदर्शन" : वहीं सूत्रों से ये भी ख़बर पिछले दिनों छाई रही कि अनिल विज ने नई कैबिनेट में कोई पद लेने से भी इनकार कर दिया है. साथ ही नई कैबिनेट के शपथग्रहण के दौरान अनिल विज वहां मौजूद नहीं रहे. अनिल विज ने तब कहा था कि उन्हें कैबिनेट के विस्तार की भी कोई जानकारी नहीं थी, सीएम के शपथ ग्रहण के बाद किसी ने उनसे बात नहीं की थी. बाद में अनिल विज ने ये भी कहा कि " उन्हें इस बात का बिलकुल भी इल्म नहीं था कि प्रदेश का मुख्यमंत्री बदला जा रहा है, उन्हें इसकी जानकारी मीटिंग में ही चली. ये उनके लिए एक बॉम्बशेल की तरह था." वहीं अनिल विज ने ये बयान भी दिया था कि वे बीजेपी के अनन्य भक्त हैं. वहीं अनिल विज की नाराजगी पर हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी भी बोल चुके हैं कि अनिल विज उनके वरिष्ठ नेता हैं और वे उनसे जाकर मुलाकात करेंगे. साथ ही उन्हें विज से मार्गदर्शन मिलता रहेगा.
आखिर अनिल विज नाराज़ क्यों हैं ? : अब सवाल है कि आखिर क्यों अनिल विज नाराज़ हैं ?. कहा जा रहा है कि पार्टी में सीनियर लीडर होने के बावजूद उन्हें भरोसे में लिए बगैर ही पार्टी ने मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सिंह सैनी को नया सीएम बनाने का फैसला कर लिया, जिससे वे नाराज़ हैं. ऐसा उनके बयानों से भी जाहिर होता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री को बदला जाना उनके लिए बॉम्बशेल जैसा था. हालांकि उनकी नाराजगी की असल वजह क्या हैं, ये तो अनिल विज ही जानें. लेकिन उनके नए पोस्ट ने जरूर एक बार फिर उनकी नाराज़गी को सुर्खियों में ला दिया है.
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