नई दिल्ली : नीट-यूजी 2024 को लेकर चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेपर लीक रोकने की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया. कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) को रद्द करने को लाखों छात्रों की 'आत्मा की जीत' बताया.
उन्होंने आगे कहा कि यह मोदी सरकार के अहंकार की हार है. आप परीक्षा की तो बहुत चर्चा करते हैं, नीट (NEET) परीक्षा की कब चर्चा करेंगे? यूजीसी नेट (UGC-NET) परीक्षा रद्द होना लाखों छात्रों के हौसले की जीत है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने पहले कहा था कि नीट (NEET) में कोई पेपर लीक नहीं हुआ. जब बिहार, गुजरात और हरियाणा में शिक्षा माफिया की गिरफ्तारी होती है, तो शिक्षा मंत्री स्वीकार करते हैं कि कोई घोटाला हुआ है! उन्होंने पूछा, 'नीट (NEET) परीक्षा कब रद्द होगी?'
मोदी जी, कृपया अपनी सरकार की नीट (NEET) परीक्षा में धांधली और पेपर लीक को रोकने की जिम्मेदारी भी लीजिए! कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि कम से कम अब जवाबदेही तो तय की जानी चाहिए. प्रियंका ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'भाजपा सरकार की ढिलाई और भ्रष्टाचार युवाओं के लिए घातक है. नीट परीक्षा में घोटाले की खबर के बाद अब 18 जून को आयोजित नेट परीक्षा भी अनियमितताओं की आशंका के चलते रद्द कर दी गई है.'
उन्होंने कहा, 'क्या अब जवाबदेही तय होगी? क्या शिक्षा मंत्री इस ढीली व्यवस्था की जिम्मेदारी लेंगे?' मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि नीट (यूजी)-2024 से संबंधित मामले में ग्रेस मार्क्स से संबंधित मुद्दे को पहले ही पूरी तरह से सुलझा लिया गया है. शिक्षा मंत्रालय ने पटना में नीट (यूजी) परीक्षा-2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
इसने आगे दोहराया कि नीट यूजी (NEET- UG) परीक्षा 2024 मामले में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले 18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और एनटीए से कहा था कि अगर नीट-यूजी, 2024 परीक्षा आयोजित करने में कोई लापरवाही हुई है तो उससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए.
शीर्ष अदालत में कई याचिकाएं दायर कर नीट-यूजी 2024 के परिणाम वापस लेने और परीक्षा नए सिरे से आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई है. इन याचिकाओं में 5 मई को आयोजित परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी का आरोप लगाया गया. अभ्यर्थियों ने प्रश्नपत्र लीक होने, प्रतिपूरक अंक देने और नीट-यूजी 2024 के प्रश्न में विसंगतियों का मुद्दा उठाया है.