श्रीनगर: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को दोहराया कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करना कांग्रेस पार्टी और इंडिया ब्लॉक दोनों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उम्मीद थी कि विधानसभा चुनाव से पहले राज्य का दर्जा बहाल हो जाएगा, लेकिन चुनाव कार्यक्रम की घोषणा एक कदम आगे है.
श्रीनगर में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा, "आजादी के बाद यह पहली बार है कि कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश बन गया है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. हम अपने राष्ट्रीय घोषणापत्र में भी बहुत स्पष्ट हैं कि यह हमारी प्राथमिकता है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार वापस मिले."
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— Congress (@INCIndia) August 22, 2024
Yesterday, CP Shri @kharge, LoP Shri @RahulGandhi & Congress GS (Org.) Shri @kcvenugopalmp enjoyed a meal at a local restaurant in Kashmir. pic.twitter.com/HewIaDgBzg
राहुल गांधी ने कहा, "हम समझते हैं कि आप एक मुश्किल और कठिन दौर से गुजर रहे हैं और हम हिंसा को खत्म करना चाहते हैं. मैंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था कि हम नफरत के बाजार में सम्मान और गरिमा के साथ प्यार की दुकान खोलना चाहते हैं."
मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ डिनर
इस बीच राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं के साथ हल्के-फुल्के पल भी साझा किए, उन्होंने कहा कि बुधवार शाम को वह और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे डिनर पर गए और उन्होंने वाजवान का आनंद लिया, जबकि खड़गे ने वाजवान नहीं खाया.
कांग्रेस सांसद ने कहा, “खड़गे जी को थोड़ी परेशानी है. वे इलाज के लिए केरल गए थे और अब वे शाकाहारी हैं. डॉक्टर ने उन्हें 15 दिनों तक शाकाहारी भोजन खाने की सलाह दी है, और वे कल वाजवान का आनंद नहीं ले पाए.”
क्या है कश्मीरी वाजवान?
वाजवान कश्मीरी व्यंजनों में एक मल्टी-कोर्स फूड है. इसे कश्मीरी कल्चर और पहचान का प्रतीक माना जाता है. वाजवान के लगभग सभी व्यंजन मांस के बने होते हैं. इसमें भेड़ या चिकन का मीट यूज किया जाता है. यह पूरे कश्मीर में लोकप्रिय है. इसे खास उत्सवों या शादी जैसे समारोह में मेहमानों को परोसा जाता है.
कश्मीर में कब है चुनाव?
बता दें कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बुधवार को श्रीनगर पहुंचे, ताकि क्षेत्र में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बारे में जमीनी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा सके. जम्मू कश्मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को और अंतिम चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा.
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