पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव नारायण स्वरूप निगम ने कहा, '9 अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी. राज्य सरकार इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती है. हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और हम इसकी कड़ी जांच के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
कोलकाता के पुलिस आयुक्त व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी कर रहे हैं. उचित जांच के लिए एक एसआईटी का भी गठन किया गया है. हम दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे. पुलिस प्राधिकरण की जांच टीम की तत्परता के कारण घटना के 12 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
दोषियों को दंडित किया जाएगा. कोलकाता के पुलिस आयुक्त ने भी रविवार को आंदोलनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की और अब तक की जांच की प्रगति के बारे में जानकारी दी. मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से माता-पिता से मिलने गए और उन्हें आश्वासन दिया कि उचित जांच की जाएगी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और एमएसवीपी को बदल दिया गया है. रेजिडेंट डॉक्टरों से हमारी अपील है कि मामले की उचित जांच के साथ-साथ रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति राज्य सरकार द्वारा दिखाई गई प्रतिबद्धता को देखते हुए उन्हें अपनी सेवाओं पर वापस लौटना चाहिए.'