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ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में जमकर हो रही शराब की खपत, कमाई जान उड़ जाएंगे होश - West Bengal records

West Bengal Records : पश्चिम बंगाल में शराब की जमकर खपत हो रही है. स्टेट ने शराब की बिक्री से अब तक का सबसे अधिक राजस्व दर्ज किया गया है. पूर्व मेदिनीपुर में सबसे ज्यादा तो कालिम्पोंग में सबसे कम शराब की खपत हुई, यहां डिटेल में पढ़िए पूरी खबर.

liquor sale
शराब की प्रतीकात्मक तस्वीर (ians)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 16, 2024, 8:00 PM IST

दार्जिलिंग: ममता बनर्जी के राज्य पश्चिम बंगाल का खजाना शराब से की गई कमाई से भर गया. इस साल राज्य सरकार ने पूरे पश्चिम बंगाल में शराब बेचकर रिकॉर्ड राजस्व कमाया है. राज्य ने वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में शराब से 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है. बिक्री से करीब 15 हजार करोड़ रुपये का टैक्स इकट्ठा हुआ है. वित्त वर्ष 2023-24 में इस सेक्टर की आय बढ़कर 23 हजार करोड़ रुपये हो गई है, उससे 17 हजार करोड़ रुपये टैक्स वसूला गया है.

liquor sale
शराब की प्रतीकात्मक तस्वीर (ians)

वित्त वर्ष 2023-24 में इस सेक्टर की आय बढ़कर 23 हजार करोड़ रुपये हो गई है. पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम बर्दवान, नादिया, उत्तर 24 परगना, बैरकपुर और अलीपुर ने 1000 करोड़ रुपये से अधिक की शराब बेचकर रिकॉर्ड बनाया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य में शराब की बिक्री 18 हजार करोड़ रुपये की हुई. उससे 11 हजार करोड़ रुपये टैक्स वसूला गया. 2022 में राज्य सरकार द्वारा बेची गई शराब बढ़कर 21 हजार करोड़ रुपये थी.

पड़ोसी राज्यों, देशों से भी शराब की बिक्री में आई तेजी
जलपाईगुड़ी के सहायक उत्पाद शुल्क अधिकारी सुजीत दास ने कहा कि 'उत्तरी बंगाल से भी शराब की बिक्री में तेजी आई है, हमने लक्ष्य को पार कर लिया है.' इसके अलावा 'उत्तरी बंगाल से लगने वाली भूटान, बांग्लादेश, नेपाल जैसी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं और बिहार, असम, सिक्किम जैसी अंतरराज्यीय सीमाओं से भी शराब की बिक्री में तेजी आई है.' 'हम शराब तस्करी को विफल करके अच्छा पैसा कमाने में कामयाब रहे हैं, साथ ही नकली शराब कारखानों पर भी सफलतापूर्वक छापा मारा गया है.'

liquor sale
शराब की प्रतीकात्मक तस्वीर (ians)

बिक चुकी है 125 करोड़ रुपये की शराब
उत्पाद शुल्क विभाग के सूत्रों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 23 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था. लक्ष्य से ज्यादा 125 करोड़ रुपये की शराब बिक चुकी है. उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी डिवीजन के अंतर्गत कूच बिहार, अलीपुरद्वार, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में 2,655 करोड़ 72 लाख रुपये की शराब बेची गई है.

पूर्वी मेदिनीपुर में 1599 करोड़ तो अन्य जिलों में ऐसी हुई बिक्री
इस बीच पिछले एक साल में पूर्वी मेदिनीपुर जिले में 1599 करोड़ रुपये, पश्चिम बर्दवान में 1259 करोड़ रुपये, उत्तर 24 परगना (ग्रामीण) में 1171 करोड़ रुपये, नादिया में 1180 करोड़ रुपये, बैरकपुर में 1160 करोड़ रुपये और अलीपुर में 1155 करोड़ रुपये की शराब बेची गई. इसके अलावा पूर्वी बर्दवान में 906 करोड़ रुपये, पश्चिम मेदिनीपुर में 974 करोड़ रुपये, कोलकाता (उत्तर) में 942 करोड़ रुपये, जलपाईगुड़ी में 916 करोड़ रुपये, हावड़ा (औद्योगिक सेक्टर) में 935 करोड़ रुपये की शराब बेची गई है.

कालिम्पोंग जिले में हुई 43 करोड़ रुपये के साथ सबसे कम बिक्री
अन्य जिलों में अलीपुरद्वार में 321 करोड़ रुपये, बांकुड़ा में 497 करोड़ रुपये, बारुईपुर में 32 करोड़ रुपये, बहरामपुर में 413 करोड़ रुपये, बीरभूम में 744 करोड़ रुपये, चंदननगर में 539 करोड़ रुपये, कूचबिहार में 649 करोड़ रुपये, दक्षिण में 183 करोड़ रुपये दिनाजपुर में 725 करोड़ रुपये, दार्जिलिंग में 642 करोड़ रुपये, हावड़ा (ग्रामीण) में 536 करोड़ रुपये, जंगीपुर में 449 करोड़ रुपये, झाड़ग्राम में 171 करोड़ रुपये, कोलकाता दक्षिण में 865 करोड़ रुपये, मालदा में 635 करोड़ रुपये, पुरुलिया में 494 करोड़ रुपये, सिंगुर में 381 करोड़ रुपये, सुंदरबन में 376 करोड़ रुपये, उत्तरी दिनाजपुर जिले में 450 करोड़ रुपये तो सबसे कम शराब कालिम्पोंग जिले में 43 करोड़ रुपये में बिकी है.

यह भी पढ़ें: BJP नेता दिलीप घोष के पोलिंग एजेंट का पेड़ से लटका मिला शव

दार्जिलिंग: ममता बनर्जी के राज्य पश्चिम बंगाल का खजाना शराब से की गई कमाई से भर गया. इस साल राज्य सरकार ने पूरे पश्चिम बंगाल में शराब बेचकर रिकॉर्ड राजस्व कमाया है. राज्य ने वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में शराब से 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है. बिक्री से करीब 15 हजार करोड़ रुपये का टैक्स इकट्ठा हुआ है. वित्त वर्ष 2023-24 में इस सेक्टर की आय बढ़कर 23 हजार करोड़ रुपये हो गई है, उससे 17 हजार करोड़ रुपये टैक्स वसूला गया है.

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शराब की प्रतीकात्मक तस्वीर (ians)

वित्त वर्ष 2023-24 में इस सेक्टर की आय बढ़कर 23 हजार करोड़ रुपये हो गई है. पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम बर्दवान, नादिया, उत्तर 24 परगना, बैरकपुर और अलीपुर ने 1000 करोड़ रुपये से अधिक की शराब बेचकर रिकॉर्ड बनाया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य में शराब की बिक्री 18 हजार करोड़ रुपये की हुई. उससे 11 हजार करोड़ रुपये टैक्स वसूला गया. 2022 में राज्य सरकार द्वारा बेची गई शराब बढ़कर 21 हजार करोड़ रुपये थी.

पड़ोसी राज्यों, देशों से भी शराब की बिक्री में आई तेजी
जलपाईगुड़ी के सहायक उत्पाद शुल्क अधिकारी सुजीत दास ने कहा कि 'उत्तरी बंगाल से भी शराब की बिक्री में तेजी आई है, हमने लक्ष्य को पार कर लिया है.' इसके अलावा 'उत्तरी बंगाल से लगने वाली भूटान, बांग्लादेश, नेपाल जैसी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं और बिहार, असम, सिक्किम जैसी अंतरराज्यीय सीमाओं से भी शराब की बिक्री में तेजी आई है.' 'हम शराब तस्करी को विफल करके अच्छा पैसा कमाने में कामयाब रहे हैं, साथ ही नकली शराब कारखानों पर भी सफलतापूर्वक छापा मारा गया है.'

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शराब की प्रतीकात्मक तस्वीर (ians)

बिक चुकी है 125 करोड़ रुपये की शराब
उत्पाद शुल्क विभाग के सूत्रों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 23 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था. लक्ष्य से ज्यादा 125 करोड़ रुपये की शराब बिक चुकी है. उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी डिवीजन के अंतर्गत कूच बिहार, अलीपुरद्वार, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में 2,655 करोड़ 72 लाख रुपये की शराब बेची गई है.

पूर्वी मेदिनीपुर में 1599 करोड़ तो अन्य जिलों में ऐसी हुई बिक्री
इस बीच पिछले एक साल में पूर्वी मेदिनीपुर जिले में 1599 करोड़ रुपये, पश्चिम बर्दवान में 1259 करोड़ रुपये, उत्तर 24 परगना (ग्रामीण) में 1171 करोड़ रुपये, नादिया में 1180 करोड़ रुपये, बैरकपुर में 1160 करोड़ रुपये और अलीपुर में 1155 करोड़ रुपये की शराब बेची गई. इसके अलावा पूर्वी बर्दवान में 906 करोड़ रुपये, पश्चिम मेदिनीपुर में 974 करोड़ रुपये, कोलकाता (उत्तर) में 942 करोड़ रुपये, जलपाईगुड़ी में 916 करोड़ रुपये, हावड़ा (औद्योगिक सेक्टर) में 935 करोड़ रुपये की शराब बेची गई है.

कालिम्पोंग जिले में हुई 43 करोड़ रुपये के साथ सबसे कम बिक्री
अन्य जिलों में अलीपुरद्वार में 321 करोड़ रुपये, बांकुड़ा में 497 करोड़ रुपये, बारुईपुर में 32 करोड़ रुपये, बहरामपुर में 413 करोड़ रुपये, बीरभूम में 744 करोड़ रुपये, चंदननगर में 539 करोड़ रुपये, कूचबिहार में 649 करोड़ रुपये, दक्षिण में 183 करोड़ रुपये दिनाजपुर में 725 करोड़ रुपये, दार्जिलिंग में 642 करोड़ रुपये, हावड़ा (ग्रामीण) में 536 करोड़ रुपये, जंगीपुर में 449 करोड़ रुपये, झाड़ग्राम में 171 करोड़ रुपये, कोलकाता दक्षिण में 865 करोड़ रुपये, मालदा में 635 करोड़ रुपये, पुरुलिया में 494 करोड़ रुपये, सिंगुर में 381 करोड़ रुपये, सुंदरबन में 376 करोड़ रुपये, उत्तरी दिनाजपुर जिले में 450 करोड़ रुपये तो सबसे कम शराब कालिम्पोंग जिले में 43 करोड़ रुपये में बिकी है.

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