कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र से विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए राज्य के बकाए के भुगतान की मांग को लेकर शुक्रवार को कोलकाता में धरना-प्रदर्शन शुरू किया. बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ शहर के मध्य स्थित मैदान इलाके में बी.आर. आंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन शुरू किया.
अधिकारियों ने कहा कि मंच के बगल में एक तंबू लगाया गया है ताकि बनर्जी प्रशासन संबंधी जरूरी काम कर सकें. मुख्यमंत्री का दावा है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के पास विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए राज्य का हजारों करोड़ रुपये बकाया है. उन्होंने आंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद धरना प्रदर्शन शुरू किया.
इससे पहले, तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और मनरेगा कार्यकर्ताओं के एक समूह के साथ नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था और यहां राजभवन के बाहर पांच दिन तक धरना दिया था. बनर्जी के नेतृत्व में पिछले वर्ष मार्च में भी इसी तरह का दो दिवसीय धरना दिया गया है.बता दें कि इससे पहले, तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और मनरेगा कार्यकर्ताओं के एक समूह के साथ नयी दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था और यहां राजभवन के बाहर पांच दिन तक धरना दिया था. बनर्जी के नेतृत्व में पिछले वर्ष मार्च में भी इसी तरह का दो दिवसीय धरना दिया गया है. तृणमूल के सूत्रों के मुताबिक, यह धरना लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे पर तीसरा बड़ा विरोध प्रदर्शन है.
सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल का बजट सत्र पांच फरवरी से शुरू होगा और इस प्रदर्शन के तब तक जारी रहने की संभावना है. बता दें, राज्य की सीएम ममता बनर्जी हमेशा केंद्र के खिलाफ हमले बोलती रहती हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा कि उनके जिंदा रहते पश्चिम बंगाल में किसी भी कीमत में सीएए लागू नहीं होगा.
पढ़ें: भाजपा चुनाव जीतने के लिए सबको जेल में डाल रही है: ममता बनर्जी