जयपुर. पाकिस्तान के उमरकोट से ताल्लकु रखने वाले राजपूत परिवार की बेटी से राजस्थान के राजपूत परिवार का रिश्ता फिलहाल चर्चा में है. सरहद पार के सोनगढ़ ठिकाने के शिवदान सिंह सोढा की पोती नीतू राज की शादी राजस्थान के पीलीबंगा के ठाकुर किशोर शेखावत के बेटे उदयवीर सिंह से हुई है. कांग्रेस नेता नरपत सिंह के भाई किशोर सिंह शेखावत के पुत्र उदयवीर का पीलीबंगा की उम्मेद हवेली में आज रिसेप्शन आयोजित किया जाएगा. गौरतलब है कि राणा हमीर सिंह की रियासत से पाकिस्तान के शिवदान सिंह सोढा के परिवार का ताल्लुक है. जाहिर है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव से जुड़ी खबरों के बीच दिलों के रिश्ते की तस्वीर की चर्चा पूरी देश में हो रही है.
जयपुर में शादी, पीलीबंगा में रिसेप्शन : यह शादी समारोह 11 दिसंबर को जयपुर में संपन्न हुआ था, जिसके बाद अब पीलीबंगा में रिसेप्शन आयोजित किया जाएगा. पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सोनगढ़ ठिकाने से आई बारात में 50 लोगों को शादी में शिरकत करने की अनुमति मिली थी. इस शादी से जुड़ी सारी रस्में जयपुर और पीलीबंगा में संपन्न की गई. राजस्थान में वैवाहिक आयोजन के बाद अगले कुछ दिनों में शेखावत परिवार पाकिस्तान जाएगा. जहां वीजा से जुड़ी औपचारिकता पूरी होने के बाद सोनगढ़ में वैवाहिक समारोह आयोजित किया जाएगा.
कानोता में भी आई थी पाकिस्तान से बारात : राजस्थान की पूर्व रियासतों की रिश्तेदारियां सरहद पार पाकिस्तान में सालों से है. देश के बंटवारे से पहले इन रियासतों में शादी विवाह संबंध आम थे, लेकिन आजादी के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच इस तरह के रिश्तों की चर्चा होना लाजिमी है. गौरतलब है कि साल 2015 की 20 फरवरी को जयपुर में पाकिस्तान से बारात आई थी, तब कानोता ठिकाने के ठाकुर मानसिंह की बेटी पद्मिनी कुमारी का रिश्ता पाकिस्तान की उमरकोट रियासत के राणा हमीर सिंह के बेटे कुंवर करणी सिंह से हुआ था. इससे शादी में शिरकत करने के लिए दोनों देशों के ठिकानेदार जयपुर पहुंचे थे.
कौन हैं राणा हमीर सिंह सोढा : राणा हमीर सिंह उमरकोट के 26वें राणा हैं और पाकिस्तान के दिग्गज राजनेता हैं, जो अगस्त 2018 से अगस्त 2023 तक सिंध की प्रांतीय विधानसभा के सदस्य रहे हैं. वह राणा चंद्र सिंह के पांच बच्चों में से एक हैं. पाकिस्तान में उन्हें 'राणा साहब' भी कहा जाता है. सिंह तीन बार सिंध विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं. 1990 में वे पाकिस्तान हिंदू पार्टी के मंच से अल्पसंख्यकों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुने गए थे. 1993 में वे सिंचाई में विज्ञान और प्रौद्योगिकी और अनुसंधान मंत्री थे. वे उमरकोट के नायब नाज़िम और सिंध शुष्क क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. राणा हमीर सिंह के दादा राणा अर्जुन सिंह ने बंटवारे के बाद पाकिस्तान को अपने मुल्क के रूप में चुना था. यहां तक की 1946 में राणा अर्जुन सिंह ने अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के मंच से चुनाव भी लड़ा था.
हमीरसिंह के पिता राणा चंद्रसिंह उमरकोट के शासक परिवार से थे. चंद्रसिंह 7 बार सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के करीबी मित्र थे. यही कारण है कि सोढा परिवार को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के संस्थापक सदस्यों के रूप में पहचान मिली हुई है.