हैदराबाद: देश के अधिकांश राज्यों में मानसून पूरी तरह से एक्टिव है. अगस्त महीने की शुरुआत से ही उत्तर और दक्षिण भारत के राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है. अगले 24 घंटों के दौरान मौसम का हाल कुछ इस प्रकार रहने वाला है...
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम का हाल
अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.
वहीं, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, कर्नाटक में दक्षिण के अंदरूनी इलाके, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वी गुजरात, कोंकण और गोवा, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, उत्तरी अंदरूनी कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है.
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तरी पंजाब, उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई.
वहीं, उत्तर पूर्व भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई. जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, विदर्भ, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश हुई.
देशभर का वेदर सिस्टम
जानकारी के मुताबिक, उत्तर-पूर्व राजस्थान और आस-पास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है और ऊंचाई पर बना हुआ है. दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है.
मानसून की द्रोणिका (monsoon Trough) समुद्र तल से अब फिरोजपुर, हिसार, ओराई, वाराणसी, जमशेदपुर, दीघा और फिर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की उत्तर-पूर्व खाड़ी से होकर गुजर रही है और समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है. चक्रवाती परिसंचरण पहला उत्तर-पूर्व राजस्थान और दूसरा दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है. उत्तर-पूर्व असम में समुद्र तल से1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. वहीं, दक्षिण झारखंड और आस-पास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 5.8 से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण की ओर झुका हुआ है और ऊंचाई पर बना हुआ है.
Credit: skymetweather
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