नई दिल्ली: देश में बढ़ते रेल हादसों को लेकर गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष ने हंगामा किया. वहीं, विपक्षी सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, हम रील नहीं बनाते...कड़ी मेहनत करते हैं. उन्होंने तंज कसते हुए विपक्ष से कहा, हम आप लोगों की तरह शो ऑफ (दिखावा) करने के लिए रील नहीं बनाते. उन्होंने कहा कि, नरेंद्र मोदी सरकार ने 2016 में संशोधन लाकर लोको पायलट की कार्य स्थितियों में सुधार किया है.
#WATCH | While speaking in Lok Sabha, Union Minister for Railways, Ashwini Vaishnaw says, " we are not the people who make reels, we do hard work unlike you people who make reels for show off..."
— ANI (@ANI) August 1, 2024
the railway minister says, "the average working and rest times of loco pilots are… pic.twitter.com/gL2sFgWWZt
हम आपकी तरह रील नहीं बनाते, भड़के रेल मंत्री
जब अश्विनी वैष्णव सदन में बोलने के लिए खड़े हुए तो विपक्षी सांसद 'अश्विनी वैष्णव हाय हाय' के नारे लगाने लगे. इसके बाद रेल मंत्री ने अपना आपा खो दिया और संसद में विपक्षी सांसदों को कड़ी फटकार लगाई.
विपक्ष ने फिर से कहा 'रील' मंत्री
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'लोग यहां चिल्ला रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए कि सत्ता में रहने के 58 वर्षों में वे 1 किमी दूर भी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) क्यों नहीं लगा पाए. आज, वे सवाल उठाने का साहस करते हैं. जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तो वह दुर्घटनाओं की संख्या बताती थी. रेल दुर्घटनाएं 0.24 प्रतिशत से घटकर 0.19 प्रतिशत होने पर ये लोग सदन में ताली बजाते थे और आज जब यह 0.19 प्रतिशत से घटकर 0.03 प्रतिशत हो गई है, तो वे इस तरह का आरोप लगाते हैं. क्या यह देश इसी तरह चलेगा?'
...पब्लिसिटी के लिए, दिखावे के लिए रील बनाते हैं
उन्होंने आगे कहा, 'रेलवे के सुधार के लिए सबको साथ आना होगा. सपा और कांग्रेस ने एक रणनीति के तहत अयोध्या के पुराने रेलवे स्टेशन की दीवार की तस्वीर साझा करके नए रेलवे स्टेशन के डैमेज होने की बात कही थी, जो झूठ निकला. सोशल मीडिया की अपनी ट्रोल सेना की मदद से कांग्रेस झूठी बातें फैलाती है. क्या वे उन 2 करोड़ लोगों के दिलों में डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं जो हर दिन रेलवे से यात्रा करते हैं. हम वे लोग नहीं हैं जो रील बनाते हैं, हम कड़ी मेहनत करते हैं, आप जैसे लोग केवल और केवल पब्लिसिटी के लिए, दिखावे के लिए रील बनाते हैं.'
2005 में बनाए गए एक नियम के अनुसार लोको पायलटों के औसत कामकाज और आराम का समय तय होता है। 2016 में नियमों में संशोधन कर लोको पायलटों को और अधिक सुविधाएं दी गईं, और सभी रनिंग रूम-558 को वातानुकूलित बनाया गया।
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लोको कैब बहुत अधिक कंपन करती हैं व गर्म होती हैं, इसलिए 7,000 से अधिक… pic.twitter.com/Nu07tZE5gE
अश्विनी वैष्णव ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई
रेल मंत्री ने कहा, '2005 में बनाए गए एक नियम के अनुसार लोको पायलटों के औसत कामकाज और आराम का समय तय होता है. 2016 में नियमों में संशोधन कर लोको पायलटों को और अधिक सुविधाएं दी गईं, और सभी रनिंग रूम-558 को वातानुकूलित बनाया गया. लोको कैब बहुत अधिक कंपन करती हैं व गर्म होती हैं, इसलिए 7,000 से अधिक लोको कैब को वातानुकूलित बनाया गया. यह उन लोगों के समय में शून्य था, जो आज लोको पायलटों के साथ रील बनाकर सहानुभूति दिखाते हैं.'
#WATCH | Delhi: On Union Minister for Railways Ashwini Vaishnaw's statement, Congress MP Deepender Singh Hooda says, " ...the one who is responsible for building the railway track has not built even an inch of railway track in haryana and he is talking about reels... his statement… pic.twitter.com/mDstHuTX5q
— ANI (@ANI) August 1, 2024
क्या बोले दीपेंद्र हुड्डा?
वहीं, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बयान पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है, ''...जो रेलवे ट्रैक बनाने के लिए जिम्मेदार है, उन्होंने हरियाणा में एक इंच भी रेलवे ट्रैक नहीं बनाया है और वह रीलों की बात कर रहे हैं... उनका (अश्विनी वैष्णव) बयान अहंकार दर्शाता है और मैं उनके बयान की निंदा करता हूं.'
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