अमरावती: लोकसभा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आ गए हैं. लोकसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बहुमत मिला है. वहीं, आंध्र प्रदेश चुनाव में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने जीत दर्ज की है. चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी ने एनडीए के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा था.
चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद आंध्र प्रदेश में टीडीपी की सरकार बनती नजर आ रही है. वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर चंद्रबाबू नायडू किंगमेकर के रूप में उभरे हैं. चुनाव नतीजे सामने आने के बाद टीडीपी प्रमुख ने मीडिया कों संबोधित किया और लोगों का आभार जताया. वह दिल्ली में होने वाली एनडीए की बैठक शामिल होने के लिए दिल्ली भी पहुंच चुके हैं.
NDA में रहेंगे नायडू
दिल्ली आने से पहले टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने उन अटकलों भी खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया जा रहा था कि वह इंडिया ब्लॉक को समर्थन दे सकते हैं. उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा कि मैंने इस देश में कई राजनीतिक बदलाव देखे हैं. हम एनडीए में हैं. फिलहाल मैं NDA की बैठक में शामिल होने दिल्ली जा रहा हूं.
'यह एक ऐतिहासिक चुनाव है'
उन्होंने कहा, 'मैंने ऐसा ऐतिहासिक चुनाव कभी नहीं देखा. लोग अपना पैसा खर्च करके, संयुक्त राज्य अमेरिका से वोट देने आए. दूसरे राज्यों में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करने वाले लोगों ने वोट दिया. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि उनकी प्रतिबद्धता को कैसे बयान करूं और उनकी सराहना कैसे करूं. यह एक ऐतिहासिक चुनाव है. यह चुनाव टीडीपी और आंध्र प्रदेश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.
'राजनीतिक दल आते-जाते रहेंगे'
नायडू ने कहा कि हमारा उद्देश्य लोगों को जिताना और राज्य को खड़ा करना था. इसे हासिल करने के लिए हम हर तरह की कुर्बानी देने के लिए आगे बढ़े. मैंने कई चुनाव देखे हैं. कल मेरा 10वां चुनाव था. राजनीति में कुछ भी पर्मानेंट नहीं है, लेकिस देश रहेगा है, संविधान रहेगा और राजनीतिक दल आते-जाते रहेंगे. सत्ता बदलती रहेगी.
लोग अत्याचार को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे
उन्होंने आगे कहा कि नतीजों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि लोग अत्याचार को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे. उन्होंने बता दिया कि भ्रष्टाचार और अहंकार के साथ आगे बढ़ने वाले विध्वंसकारियों का क्या हश्र होता है. वाईएसआरसीपी के शासनकाल में पवन कल्याण को भी राज्य में कोई आजादी नहीं थी. जब वे विशाखापत्तनम गए तो उन्हें बिना किसी कारण के शहर छोड़ने के लिए कहा गया.
बता दें कि आंध्र प्रदेश में टीडीपी, बीजेपी और जन सेना पार्टी के गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है. उनके गठबंधन ने यहां कुल 175 सीटों में से 164 पर जीत हासिल की. इनमें टीडीपी को 135, बीजेपी को आठ और जनसेना को 21 सीटें मिलीं, जबकि लोकसभा चुनाव में टीडीपी ने 16, बीजेपी ने तीन और जनसेना ने दो लोकसभा सीटें भी जीतीं.