नई दिल्ली: भारत में पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनियों को बम की धमकी मिलने के कारण 100 से ज्यादा फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं. सोमवार रात भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा संचालित 30 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बम की धमकी मिली, जिससे यात्रियों और विमानन अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया. इनमें इंडिगो, विस्तारा और एयर इंडिया की उड़ानें शामिल थीं, जिन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से धमकी दी गई.
वहीं, मंगलवार को स्थिति और बिगड़ गई जब घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्गों को कवर करने वाली इंडिगो की चार अन्य उड़ानों को धमकी मिली. बाद में इन विमानों की सुरक्षा संबंधी जांच की गई. इन धमकियों के कारण भारतीय विमानन क्षेत्र में यात्री सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं.
मंगलवार को धमकी के कारण प्रभावित हुईं इंडिगो की उड़ानों में मंगलुरु से दुबई जाने वाली फ्लाइट 6E 614, अहमदाबाद से जेद्दा (सऊदी अरब) जाने वाली फ्लाइट 6E 75, हैदराबाद से जेद्दा जाने वाली फ्लाइट 6E 67 और लखनऊ से पुणे जाने वाली फ्लाइट 6E 118 शामिल थीं.
सुरक्षा संबंधी धमकियों के बाद इंडिगो ने तुरंत बयान जारी कर यात्रियों को आश्वस्त किया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया और सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार दिया गया. एयरलाइन ने यात्रियों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और खतरों की जांच में संबंधित अधिकारियों के साथ अपने सहयोग पर जोर दिया. इंडिगो ने बताया, "मंगलुरु से दुबई जाने वाली फ्लाइट को सुरक्षा से संबंधित अलर्ट मिला. सभी यात्रियों को सुरक्षित तरीके से उतार दिया गया. हमने अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया और मानक प्रक्रियाओं का पालन किया. इस स्थिति के कारण हुई किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है."
एयर इंडिया ने भी पुष्टि की कि उसकी कुछ उड़ानों को सोशल मीडिया के माध्यम से इसी तरह की सुरक्षा संबंधी धमकियां मिलीं. बयान में कहा गया, "हम पुष्टि करते हैं कि 21 अक्टूबर 2024 को सोशल मीडिया के जरिये मिले फर्जी सुरक्षा अलर्ट के कारण एयर इंडिया की कुछ उड़ानें प्रभावित हुईं."
एयर इंडिया के अधिकारी ने कहा, निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए संबंधित अधिकारियों को तुरंत सतर्क कर दिया गया और नियामक अधिकारियों तथा सुरक्षा एजेंसियों के मार्गदर्शन के अनुसार सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया गया. सभी उड़ानें अपने गंतव्य पर सुरक्षित लैंड कीं. हमारे लिए यात्रियों, चालक दल और विमान की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है."
वहीं, विस्तारा ने माना कि 21 अक्टूबर को संचालित होने वाली उसकी कुछ उड़ानों को सोशल मीडिया के जरिये सुरक्षा संबंधी धमकियां मिलीं. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, "हमने तुरंत संबंधित अधिकारियों को सतर्क कर दिया और उनके द्वारा निर्देशित सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं."
धमकियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता...
विमानन कंपनियों को मिल रहीं धमकियों के पीछे यात्रियों को परेशान करना लगता है, क्योंकि सिर्फ एक हफ्ते में भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा संचालित 120 से अधिक उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने सोमवार को कहा कि बम धमकियां झूठी साबित हो रही हैं, लेकिन उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता.
इस बढ़ते संकट को देखते हुए सरकार विमानन में बम धमकियों से निपटने के उद्देश्य से विधायी कार्रवाई पर विचार कर रही है. नागर विमानन सुरक्षा के विरुद्ध गैरकानूनी कृत्यों के दमन अधिनियम (SUASCA), 1982 में प्रस्तावित संशोधनों से अधिकारियों को अपराधियों को गिरफ्तार करने और अदालत के आदेश के बिना जांच शुरू करने की अनुमति होगी. इसके अलावा, बम की धमकी देने वालों के लिए कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए विमान सुरक्षा नियमों में बदलाव पर विचार किया जा रहा है.
तीन महीनों में चेन्नई एयरपोर्ट पर मिली 24 धमकी
देश के प्रमुख एयरपोर्ट में से एक चेन्नई एयरपोर्ट पर बम की धमकियां मिलने से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई. बताया जा रहा है कि पिछले 3 महीनों में चेन्नई एयरपोर्ट पर बम रखने संबंधी करीब 24 धमकियां दी गई हैं. एयरपोर्ट डायरेक्टर के कार्यालय को 21 अक्टूबर एक धमकी मिली कि चेन्नई एयरपोर्ट पर 5 विमानों में बम रखे गए हैं. इसके चलते अधिकारियों ने बम विशेषज्ञों और खोजी कुत्तों के साथ एयरपोर्ट पर गहन तलाशी ली. लेकिन बम की धमकी फर्जी निकली. साइबर क्राइम पुलिस के साथ चेन्नई एयरपोर्ट पुलिस इस घटना की जांच कर रही है. साथ ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय भी जांच कर रहा है.
चेन्नई एयरपोर्ट और विमानों को लगातार सुरक्षा संबंधी धमकियां मिलने के बाद किस तरह के कदम उठाए जाएंगे? ईटीवी भारत ने चेन्नई एयरपोर्ट की सुरक्षा कर रहे सीआईएसएफ के एक अधिकारी से पूछा कि जांच कैसे की जाएगी. उन्होंने कहा, 'चेन्नई एयरपोर्ट को बिना पते वाले ईमेल के जरिए बम की धमकियां भेजी जा रही हैं. बम की धमकी के मामले में एयरपोर्ट अधिकारियों, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों, नागरिक अधिकारियों, कस्टम अधिकारियों और चेन्नई एयरपोर्ट पुलिस के साथ परामर्श बैठक की जाएगी. साथ ही, धमकी वाले ईमेल में दी गई जानकारी के अनुसार सुरक्षा जांच की जाएगी. खास तौर पर अगर फ्लाइट का नाम और प्रस्थान का समय बताकर बम की धमकी दी गई है तो तुरंत ही बम विशेषज्ञों और बम डिटेक्शन डिवाइस की मदद से स्निफर डॉग की मदद से फ्लाइट की जांच की जाएगी.
उन्होंने कहा कि अगर ईमेल में चेन्नई एयरपोर्ट पर बम की धमकी दी गई है तो इसकी सत्यता जानने के बाद पहले यह पता लगाया जाएगा कि यह फर्जी है या नहीं? क्या यह सच है? इसके बाद सुरक्षा के लिहाज से स्निफर डॉग की मदद से सीआईएसएफ के अधिकारी एयरपोर्ट पर तलाशी लेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने अब तक सभी धमकियों को फर्जी पाया है. हालांकि यात्रियों की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर हर बार धमकी मिलने पर स्निफर डॉग की मदद से पूरे एयरपोर्ट की जांच की जाती है.
उन्होंने कहा, "इसके अलावा, चेन्नई एयरपोर्ट पुलिस साइबर क्राइम पुलिस के साथ मिलकर धमकी वाले ईमेल की जांच कर रही है."
चेन्नई एयरपोर्ट पुलिस इंस्पेक्टर ने ईटीवी भारत को बताया, "हमने इन असामाजिक तत्वों को पकड़ने के लिए एक विशेष बल का गठन किया है जो बिना पते के बम की धमकी देते हैं. हमने पिछले एक साल में चेन्नई एयरपोर्ट पर बम की धमकी देने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि हमने तंजावुर जिले से प्रसन्ना (उम्र 27) नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने एक फर्जी ईमेल के जरिए चेन्नई एयरपोर्ट पर बम की धमकी भेजी थी. आगे की जांच में पता चला कि उसने अपने नाम से एक फर्जी ईमेल बनाया और दूसरे साथी से बदला लेने के लिए चेन्नई एयरपोर्ट पर बम की धमकी भेजी.
यह भी पढ़ें- वक्फ विधेयक पर JPC की बैठक में हंगामा, TMC सांसद ने कांच की बोतल तोड़कर चेयरमैन की ओर फेंकी, खुद हुए जख्मी