नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर में बीते शुक्रवार को हुई जबरदस्त बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी तो वहीं इस बार बारिश से 13 से ज्यादा लोग अलग-अलग घटनाओं में अपनी जान गवां चुके हैं. दिल्ली के अलावा एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में भी एक दीवार के ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई थी. दिल्ली स्थित आईजीआई एयरपोर्ट और दूसरी अलग-अलग घटनाओं में 10 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. मानसून की पहली बारिश के बाद पैदा हुए इस तरह के के हालात अगर ऐसे ही आगे भी रहे तो दिल्ली को और जान माल का नुकसान उठाना पड़ सकता है.
शुक्रवार को हुई भारी बारिश की वजह से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट डोमेस्टिक एयरपोर्ट टर्मिनल 1 के एग्जिट साइड के छत का स्ट्रक्चर गिरने से एक शख्स की मौत हो गई थी. हादसे की चपेट में आए शख्स की पहचान 45 साल के रमेश कुमार के रूप में की गई थी. रमेश कुमार कैब ड्राइवर थे जोकि परिवार के साथ दिल्ली के रोहिणी स्थित विजय विहार में रहते थे. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं जोकि अभी पढ़ाई कर रहे हैं.
वहीं, वसंत विहार में भी एक निर्माणाधीन दीवार के ढहने से तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी. आउटर दिल्ली के बादली इलाके में भी एक अंडरपास में हुए जल भराव में दो बच्चों के डूबने की मौत हो गई थी. यह हादसा मेट्रो के नजदीक सिरसपुर अंडरपास के पास हुआ था, जिसमें बारिश का पानी करीब ढाई से तीन फुट तक जमा हो गया था. जबकि उत्तर पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर इलाके में बारिश का लुत्फ उठाने के दौरान तालाब में डूबने से दो बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई थी.
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वहीं, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग इलाके के एक अंडरपास में भी बारिश का पानी जमा होने की वजह से 20 साल के एक युवक की डूबने से मौत हो गई थी. दक्षिणी दिल्ली के ओखला अंडरपास में भी एक बुजुर्ग की जान चली गई थी. यह अंडरपास डीडीए का बताया गया है. किराड़ी इलाके में भी करंट दौड़ने की वजह से एक शख्स की मौत हो गई थी. जबकि रोहिणी इलाके के प्रेम नगर में भी एक 39 साल के व्यक्ति की करंट लगने से मौत होने की सूचना भी मिली थी. प्रेम नगर 2 के त्रिपाठी एंक्लेव में इस साल फरवरी माह में बड़ा हादसा होते-होते टल गया था. जहां एक मकान अचानक से भरभरा कर गिर गया था. हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था.
उधर, दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर के खोदना कलां गांव में भी दर्दनाक हादसा हुआ था. जहां बारिश की वजह से निर्माणाधीन मकान की दीवार ढह गई थी, जिसमें 8 बच्चे दब गए थे. इस हादसे में तीन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत भी हो गई थी. बताया गया था कि तीनों बच्चे स्कूल में गर्मियों की छुट्टियां मनाने के लिए अपनी नानी के घर आए हुए थे और हादसे की चपेट में आ गए. हादसे में पांच बच्चे भी घायल हो गए थे. इसके अलावा दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में भी बारिश के दौरान लोगों को तमाम तरह की परेशानियों के साथ-साथ दूसरे नुकसान को भी उठाना पड़ा है.
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