तिरुवनंतपुरम: पहला कंटेनर जहाज 'सैन फर्नांडो' गुरुवार को विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह पर पहुंचा. चीन के जियामेन बंदरगाह से रवाना होने वाले इस जहाज से विझिंजम में लगभग 2,000 कंटेनर उतारेगा. इसकी क्षमता 8,000 से 9,000 टीईयू (TEUs) है. विझिंजम में लगभग 2,000 कंटेनर उतरेगा. बंदरगाह पर रसद संभालते हुए यह 400 कंटेनरों का प्रबंधन करेगा, जिससे विश्व स्तरीय सेवाओं का लाभ मिलेगा.
#WATCH | Kerala | The first mothership of Vizhinjam International Seaport, San Fernando, a Maersk Line Vessel arrives at the seaport's outer point, in Thiruvananthapuram.
— ANI (@ANI) July 11, 2024
Vizhinjam International Port, developed under a public-private partnership model, began construction in… pic.twitter.com/IXupBCab5w
श्रीलंका से रवाना होकर जहाज सुबह 7 बजे से पहले बंदरगाह के बाहरी इलाके में पहुंच गया. कुशल बंदरगाह पायलट के मार्गदर्शन में इसे सुरक्षित रूप से डॉक तक पहुंचाया. जहाज के पहुंचने पर औपचारिक जल सलामी दी गई. जहाज को खड़ा करने के बाद कंटेनर अनलोडिंग की प्रक्रिया शुरू कर दिया जाएगा. शुक्रवार को उद्घाटन समारोह निर्धारित है. इसके बाद जहाज कोलंबो के लिए रवाना होगा.
यह आयोजन केरल की महत्वाकांक्षी विझिंजम बंदरगाह परियोजना के लिए परीक्षण परिचालन के प्रारंभ का प्रतीक है. अत्याधुनिक उपकरणों, उन्नत स्वचालन और मजबूत आईटी प्रणालियों से सुसज्जित, विझिंजम बंदरगाह भारत के पहले अर्ध-स्वचालित बंदरगाह के रूप में उभरने के लिए तैयार है. इसके सितंबर-अक्टूबर 2024 तक पूर्ण रूप से चालू होने की उम्मीद है.
12 जुलाई को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा विझिंजम में विश्व की दूसरी सबसे बड़ी जहाज निर्माता कंपनी मैरस्क (MAERSK) के मदर शिप सैन फर्नांडो को आधिकारिक रूप से प्राप्त करने के बाद फीडर जहाज मदर शिप पर आने वाले कंटेनरों को लेने के लिए बंदरगाह पर पहुंचेंगे. बुधवार को सैन फर्नांडो विझिंजम चीन से 2,000 कंटेनर लेकर अपतटीय क्षेत्र में पहुंचा. इसके बाद शुक्रवार को मारिन अजूर और शनिवार को फीडर शिप सीस्पैन सैनरोस बंदरगाह पर पहुंचेगा. सैन फर्नांडो से पहुंचने वाले कंटेनरों को वर्तमान में स्थापित क्रेनों का उपयोग करके विझिनजाम यार्ड में ले जाया जाएगा.
इसका उद्देश्य क्रेनों के प्रदर्शन और रिमोट कंट्रोल ऑपरेशन सेंटर का मूल्यांकन करना है, जो स्वीडन से लाई गई क्रेनों की एकीकृत नियंत्रण प्रणाली है. इसके बाद कोलंबो, श्रीलंका से मरीन एज्योर जहाज मुंबई और मुंद्रा बंदरगाहों से होते हुए कोलंबो वापस आएगा और चेन्नई मार्ग से सिस्पैन सनरोस जाएगा. 32 में से 31 क्रेन चालू हैं. इसमें 23 यार्ड क्रेन और 8 शिप टू शोर क्रेन हैं. बंदरगाह विभाग मंत्री कार्यालय ने बताया कि 400 मीटर लंबे इस जहाज को ट्रायल रन के दौरान विझिंजम बंदरगाह पर लंगर डाला जाएगा, जो 12 जुलाई से शुरू होकर तीन महीने तक जारी रहेगा.