सुल्तानपुर : अभी तक चुनावी मैदान से गायब वरुण गांधी छठे चरण के चुनाव में सुल्तानपुर से अपनी मां मेनका गांधी के लिए प्रचार करने गुरुवार को पहुंचे. वरुण ने अपने गले में भाजपा का पटका नहीं डाला. पहली ही नुक्कड़ सभा में उनके भाषण से भाजपा और उसका शीर्ष नेतृत्व गायब दिखा. मोदी परिवार वाली लाइन से हटकर उन्होंने अपने परिवार की बात की. कहा कि सबका अधिकार हमारे परिवार पर है.
नुक्कड़ सभा में वरुण ने कहा कि यहां पर कोई हमसे अलग नहीं है. मैं आपको बताता हूं पूरे सुल्तानपुर में हमारे एक भी व्यक्ति में कोई नाराजगी नहीं है, कोई दुश्मनी नहीं है. चुनाव लड़ेंगे बाद में अगर वो बीमार पड़े तो सबसे पहले हम ही उनकी मदद करेंगे. वरुण ने सुल्तानपुर से भावानात्मक लगाव पर जोर दिया. कहा- जब मैं सुल्तानपुर पहली बार आया तो यहां पर हमें अपने पिता की खुशबू लगी, लेकिन आज मुझे कहने में बहुत गौरव महसूस हो रहा है कि आज मैं अपनी मातृभूमि में आ गया.
वरुण ने कहा कि जितने लोग यहां उपस्थित हैं, अगर कोई संकट कभी आए तो अकेला नहीं है. मैं अपना फोन नंबर बोल रहा हूं, लिखिए, ये मैं एक सुरक्षा कवच दे रहा हूं. जिसके पास मेरी मां का नंबर है, वो और बड़ा सुरक्षा कवच है. रात में 11 बजे 12 बजे फोन उठाकर उनकी मां लोगों की समस्या का निराकरण करती हैं.
मैं बड़ी जिम्मेदारी से यह बात कहता हूं, सुल्तानपुर में न काबिलियत की कमी है, न साहस की, न प्रतिभा की, और न ही स्वाभिमान की. सुल्तानपुर के लोगों को केवल ऐसा एक व्यक्ति चाहिए जो उनको अपना परिवार माने. वरुण गांधी ने बिना नाम लिए मोदी परिवार की टैग लाइन पर कटाक्ष किया. कहा कि परिवार का मतलब होता है, हर वार पर जो साथ दे, वही परिवार होता है. हम लोग एक वादा करते हैं नाली, सड़क, बिजली यह सब होता रहेगा, लेकिन सुल्तानपुर का कोई व्यक्ति कभी अकेला नहीं होगा.
वरुण और राहुल पर मेनका बोलीं- सबके रास्ते अलग, सबकी किस्मत अलग
सुल्तानपुर की मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी ने विपक्षी पार्टियों के बयान कि 79 सीटें जीतेंगे, पर तंज कसते हुए कहा कि चलो सुल्तानपुर तो नहीं जीत रहे. मेनका ने कहा कि मैं खाली सुल्तानपुर देख रही हूं, आगे-पीछे मैंने देखा नहीं है. अपने आवास पर एजेंसी से बातचीत में मेनका ने कहा कि यह गलत धारणा है कि पार्टी सांसदों से चलती है, हमारी पार्टी को चलाने वाले करोड़ों लोग हैं और सांसद सिर्फ़ 300-400 हैं. क्या हमें नहीं लगता कि दूसरे लोग नेता हैं?
वहीं राहुल और वरुण के बारे में पूछे जाने पर मेनका गांधी ने कहा हर किसी का अपना रास्ता और किस्मत होती है. मैं कभी किसी की योग्यता के बारे में नहीं बोलती. वरुण की भाजपा से नाराजगी पर मेनका गांधी ने न में सिर हिलाकर बताया ऐसा नहीं है.