नई दिल्ली: वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में ब्लैक बॉक्स की तरह के डिवाइस लगाया गया है, जो ट्रेनों के प्रदर्शन के विश्लेषण के जरिये सुरक्षा बढ़ाने के लिए वास्तविक समय के डेटा को कैप्चर करेगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रियल टाइम डेटा को कैप्चर करने वाले ब्लैक बॉक्स से लैस ट्रेनों के प्रदर्शन का विश्लेषण होगा, जो रेल सुरक्षा को मजबूत करेगा.
ब्लैक बॉक्स लोकोमोटिव (रेल इंजन) में लगाया गया है जो लोकोमोटिव में चालक दल की आवाज और वीडियो रिकॉर्ड करता है. यह सिस्टम यात्रियों के साथ-साथ ट्रेन की सुरक्षा बढ़ाने के लिए आगे के विश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करता है. यह डिवाइस अधिकारियों को ट्रेन संचालन के दौरान घटनाओं के कारण का पता लागने में मदद करेगी.
ट्रेन के इंजन में चालक दल की आवाज और वीडियो रिकॉर्डिंग प्रणाली सुरक्षा उपायों को बढ़ाने में मदद करेगी. यह डिवाइस ट्रैक साइड व्यू के साथ-साथ लोको पायलटों के संचार और बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए विकसित की गई है.
लोको पायलट कैमरों की निगरानी में रहेगा...
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यह डिवाइस ट्रेन के इंजन की निगरानी करेगी. चलती ट्रेन में लोको पायलट अपने सहायक के साथ कैमरों की निगरानी में रहेगा और रिकॉर्ड किए गए डेटा को एक डिवाइस में स्टोर किया जाएगा, जो कैमरों और माइक्रोफोन से जुड़ा होगा. अगर कोई दुर्घटना होती है, तो स्टोर किया गया डेटा जांच के दौरान मददगार साबित होगा.
नाम जाहिर न करने की शर्त पर एक लोको पायलट इंस्पेक्टर ने बताया, "यह डिवाइस ब्लैक बॉक्स जैसा है. इस तरह का डिवाइस लोकोमोटिव में लगाया जाता था, जो गति, समय और दूरी रिकॉर्ड करता था, लेकिन अब इसमें वॉयस और वीडियो रिकॉर्डिंग भी जोड़ दी गई है जो कैमरों से जुड़ी हुई है."
विजिलेंस कंट्रोल डिवाइस
रेलवे ने कहा, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में विजिलेंस कंट्रोल डिवाइस भी लगा है, जिसके लिए ड्राइवर को हर मिनट ऑपरेशन करना पड़ता है, फायर डिटेक्शन सिस्टम और 15 मिनट के रिस्पॉन्स टाइम के साथ HL 3 सुरक्षा अनुपालन बेजोड़ सुरक्षा सुनिश्चित करता है. इसके अलावा, एयरोडायनामिक कैब 36 किलोमीटर प्रति घंटे तक के प्रभाव को झेल सकती है, जिसमें बेहतर सुरक्षा के लिए क्रैश बफर्स और एंटी-क्लाइम्बर्स जुड़े हैं.
यह भी पढ़ें- रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, रेल मंत्री बोले- यात्री तीन महीने में उठा सकेंगे वंदे भारत स्लीपर का लाभ