उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी मस्जिद विवाद के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन मोड पर आ गया है. जनाक्रोश रैली के दौरान हुए बवाल के बाद अब पुलिस ने फोटो व वीडियो फुटेज की जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस कर्मियों पर पथराव शुरू करने वाले सभी की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है. इससे अज्ञात आरोपियों की पहचान होने से नामजद आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है.
गौर हो कि बीते बृहस्पतिवार को मस्जिद के विरोध में एक समुदाय के लोगों ने जनाक्रोश रैली निकाली थी. मस्जिद की ओर जाने वाली रोड पर पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग लगाई गई थी. जिस पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ढाई घंटे तक गतिरोध की स्थिति बनी रही. बवाल उस समय शुरू हुआ, जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा. बवाल के बाद पुलिस ने 8 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
सीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि बवाल के बाद गत शुक्रवार से ही प्रदर्शन के दौरान की वीडियो फुटेज की जांच शुरू कर दी गई है. जिसकी विवेचना पुलिस निरीक्षक मनोज असवाल को सौंपी गई है. बताया कि वीडियो फुटेज की जांच कर अज्ञात आरोपियों की पहचान करने के साथ ही पुलिस पर पथराव करने वालों की पहचान की जाएगी. इससे नामजद आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है. बताया कि नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त सबूत जुटाने का प्रयास किए जा रहे हैं. बताया कि जनाक्रोश रैली के दौरान ड्रोन कैमरे से लेकर पुलिस कर्मियों की तैनाती कर प्रदर्शन की वीडियो व फोटोग्राफी कार्रवाई गई थी. वहीं पुलिस द्वारा उपद्रवियों पहचान के बाद उनसे नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी.
बताते चलें कि एक समुदाय विशेष ने 24 अक्टूबर को बाड़ाहाट क्षेत्र की मस्जिद को अवैध बताते हुए जमकर प्रदर्शन किया. महारैली में बवाल के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जिसमें 27 लोग घायल हुए. पुलिस प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए शहर में धारा 163 लागू की है.
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