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स्वास्थ्य सचिव बोले- श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हमने 12 भाषाओं में जारी की SOP, चारधाम में हुई मौतों का करेंगे ऑडिट - Chardham Yatra 2024 - CHARDHAM YATRA 2024

Health Secretary R Rajesh Kumars statement on Chardham Yatra उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 में रिकॉर्ड भीड़ तो उमड़ रही है, लेकिन व्यवस्था उतने लोगों के लिए नहीं हो पा रही है. ऐसे में यात्रा से जुड़ा हर विभाग एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है. सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के पास है. दरअसल 18 मई तक स्वास्थ्य विभाग चारधाम आए 10 तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा दे चुका है, लेकिन उसके बाद से कोई अपडेट नहीं मिला है. ऐसे में उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव का कहना है कि हम अब तक हुई मौतों का ऑडिट कराएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि हमले 12 भाषाओं में SOP जारी की है, जिससे तीर्थयात्रियों को हर सूचना मिले.

Chardham Yatra
चारधाम यात्रा 2024 (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 22, 2024, 7:36 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर सरकार हर विभाग के साथ सामंजस बनाकर यात्रियों को सहूलियत देने की बात तो कर रही है, लेकिन अभी भी कई जगहों पर हालात बेहद खराब हैं. हरिद्वार और ऋषिकेश में दो-तीन दिनों से अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्धालु लगातार इस इंतजार में हैं कि कब उनको चारधाम यात्रा पर भेजा जाएगा.

चारधाम यात्रियों की स्क्रीनिंग: 18 मई तक उत्तराखंड में 10 से अधिक मौत चारधाम यात्रा पर हो गई थीं. उसके बाद सही आंकड़ा अब तक सामने नहीं आ पाया है. दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी को और अधिक तेज करके अब आने वाले श्रद्धालुओं की न केवल स्क्रीनिंग शुरू की है, बल्कि विभाग ने एक नई गाइडलाइन और पल-पल की जानकारी श्रद्धालुओं तक साझा करने के लिए कई तरह की सूचनाएं पब्लिक डोमेन में डालनी शुरू कर दी हैं.

अब तक डेढ़ लाख तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग हुई: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को सरकार हमेशा से ही यह कहती रही है कि जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और जो अधिक बुजुर्ग हैं, वह अपना स्वास्थ्य का परीक्षण करके ही उत्तराखंड आएं. लेकिन कई बार श्रद्धालु इन बातों की परवाह किए बगैर उत्तराखंड का रुख कर लेते हैं. लेकिन अब उत्तराखंड आने वाले तमाम श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कहा है कि हमने अब तक डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के स्क्रीनिंग करवाई है. यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. राजेश कुमार की मानें तो आने वाले श्रद्धालुओं को हम लगातार सहूलियत देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उत्तराखंड के चारधाम यात्रा पर जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनका पूरी तरह से पोस्टमार्टम किया जा रहा है. राजेश कुमार ने कहा कि हम तमाम मौतों का ऑडिट भी करवाएंगे.

सरकार ने 12 भाषाओं में जारी की एसओपी: बताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा इन दो दिनों में और बढ़ा है, लेकिन अधिकारी अभी सटीक आंकड़ा बताने में सक्षम नहीं हैं. राजेश कुमार की मानें तो हमने लगभग 12 भाषाओं में एक SOP (Standard operating procedure) जारी की है. ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई भी दिक्कत ना आए. श्रद्धालु जिस किसी भी स्टेट या जिस किसी भी लैंग्वेज को जानता है, उस लैंग्वेज में हम श्रद्धालुओं को समझा रहे हैं. हमारे कर्मचारी बात भी लगे हुए हैं. हम यह कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी तरह की कोई दिक्कत अब चारधाम यात्रा पर आए यात्रियों को ना हो.

मृतकों का होगा ऑडिट: स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार का कहना है कि हमें पॉजिटिव बातों पर फिलहाल ध्यान देना है. आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की अफवाह से कोई नुकसान ना हो, इस बात का भी हमें ध्यान देना होगा. इसलिए हम लगातार आम जनता का भी सहयोग इसमें मांग रहे हैं. राजेश कुमार ने कहा कि सभी आने वाले श्रद्धालुओं की हिफाजत करना राज्य सरकार का कर्तव्य है. हम दिन-रात इसी कोशिश में लगे हुए हैं. स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि सभी मृतकों का ऑडिट किया जाएगा.
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देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर सरकार हर विभाग के साथ सामंजस बनाकर यात्रियों को सहूलियत देने की बात तो कर रही है, लेकिन अभी भी कई जगहों पर हालात बेहद खराब हैं. हरिद्वार और ऋषिकेश में दो-तीन दिनों से अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्धालु लगातार इस इंतजार में हैं कि कब उनको चारधाम यात्रा पर भेजा जाएगा.

चारधाम यात्रियों की स्क्रीनिंग: 18 मई तक उत्तराखंड में 10 से अधिक मौत चारधाम यात्रा पर हो गई थीं. उसके बाद सही आंकड़ा अब तक सामने नहीं आ पाया है. दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी को और अधिक तेज करके अब आने वाले श्रद्धालुओं की न केवल स्क्रीनिंग शुरू की है, बल्कि विभाग ने एक नई गाइडलाइन और पल-पल की जानकारी श्रद्धालुओं तक साझा करने के लिए कई तरह की सूचनाएं पब्लिक डोमेन में डालनी शुरू कर दी हैं.

अब तक डेढ़ लाख तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग हुई: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को सरकार हमेशा से ही यह कहती रही है कि जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और जो अधिक बुजुर्ग हैं, वह अपना स्वास्थ्य का परीक्षण करके ही उत्तराखंड आएं. लेकिन कई बार श्रद्धालु इन बातों की परवाह किए बगैर उत्तराखंड का रुख कर लेते हैं. लेकिन अब उत्तराखंड आने वाले तमाम श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कहा है कि हमने अब तक डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के स्क्रीनिंग करवाई है. यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. राजेश कुमार की मानें तो आने वाले श्रद्धालुओं को हम लगातार सहूलियत देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उत्तराखंड के चारधाम यात्रा पर जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनका पूरी तरह से पोस्टमार्टम किया जा रहा है. राजेश कुमार ने कहा कि हम तमाम मौतों का ऑडिट भी करवाएंगे.

सरकार ने 12 भाषाओं में जारी की एसओपी: बताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा इन दो दिनों में और बढ़ा है, लेकिन अधिकारी अभी सटीक आंकड़ा बताने में सक्षम नहीं हैं. राजेश कुमार की मानें तो हमने लगभग 12 भाषाओं में एक SOP (Standard operating procedure) जारी की है. ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई भी दिक्कत ना आए. श्रद्धालु जिस किसी भी स्टेट या जिस किसी भी लैंग्वेज को जानता है, उस लैंग्वेज में हम श्रद्धालुओं को समझा रहे हैं. हमारे कर्मचारी बात भी लगे हुए हैं. हम यह कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी तरह की कोई दिक्कत अब चारधाम यात्रा पर आए यात्रियों को ना हो.

मृतकों का होगा ऑडिट: स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार का कहना है कि हमें पॉजिटिव बातों पर फिलहाल ध्यान देना है. आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की अफवाह से कोई नुकसान ना हो, इस बात का भी हमें ध्यान देना होगा. इसलिए हम लगातार आम जनता का भी सहयोग इसमें मांग रहे हैं. राजेश कुमार ने कहा कि सभी आने वाले श्रद्धालुओं की हिफाजत करना राज्य सरकार का कर्तव्य है. हम दिन-रात इसी कोशिश में लगे हुए हैं. स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि सभी मृतकों का ऑडिट किया जाएगा.
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