सवाई माधोपुर. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से रविवार को देशभर में राष्ट्रीय सह पात्रता परीक्षा नीट यूजी का आयोजन किया गया. इस परीक्षा में देशभर के 24 लाख अभ्यर्थी बैठे थे. वहीं, एक्जाम सेंटर राजस्थान के 24 जिलों के अलावा देश भर के 557 और विदेश के 14 शहरों में बनाए गए थे. इसी बीच प्रदेश के सवाई माधोपुर से नीट यूजी की परीक्षा में गड़बड़झाले की सूचना सामने आई. जिले के आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर एग्जाम देने पहुंचे अभ्यर्थियों के परिजनों ने सेंटर के बाहर जमकर हंगामा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को अंग्रेजी मीडियम के प्रश्न पत्र दिए गए और एक घंटे बाद उसे वापस ले लिया गया.
दरअसल, मॉडल टाउन स्थित आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर ये हंगामा हुआ. स्कूल में परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने इस आपत्ति जताई और कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी थे, जो कैंपस से परीक्षा छोड़कर बाहर जाने लगे. इधर, कैंपस के बाहर उनके परिजन हंगामा करने लगे. साथ ही अभ्यर्थियों ने केंद्र पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर बदसलूकी के भी आरोप लगाए. वहीं, कुछ अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र से पर्चा लेकर बाहर निकल गए.
2022 में भी हुआ था इस तरह का गड़बड़झाला : साल 2022 में भी राजस्थान के कोटा, नागौर के साथ-साथ कुछ अन्य शहरों में भी इसी तरह का गड़बड़झाला हुआ था. वहां हिंदी मीडियम के अभ्यर्थियों को इंग्लिश के प्रश्न पत्र दे दिए गए थे, जिसके चलते उन्हें देर हुई थी. हालांकि, बाद में पेपर और ओएमआर शीट बदल दी गई थी. ऐसे में कई जगहों पर व्हाइटनर लगी ओएमआर शीट कैंडिडेट को दी गई थी, जिन्हें पहले दूसरे विद्यार्थियों ने भरा था. कैंडिडेट को ओएमआर शीट और प्रश्न पत्र एक ही सीरियल नंबर का मिला था.
हालांकि, तब हनुमान बेनीवाल ने इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी. ऐसे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस गलती को बाद में स्वीकार किया और कुछ जगहों पर दोबारा परीक्षा भी आयोजित की गई थी. हालांकि, कोटा में दोबारा परीक्षा नहीं हुई थी, लेकिन वहां इस मामले को लेकर काफी दिनों तक हंगामा चला था.
एडीएम ने कही ये बात : मामले में एडीएम जगदीश आर्य ने कहा कि गलती से हिन्दी मीडियम के परीक्षार्थियों को अंग्रेजी के प्रश्न पत्र और इंग्लिश मीडियम वाले अभ्यर्थियों को हिन्दी के प्रश्न पत्र दे दिए गए थे. ऐसे में बच्चों की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई और वो कमरों से बाहर आ गए और ये दिक्कतें पेश आई. वहीं, जिन लोगों ने ये गलती की है उनके खिलाफ अब एनटीए कार्रवारई करेगी. साथ ही मामले के समाधान के लिए एनटीए की ओर से एक सार्वजनिक सूचना जारी की गई है, जिममें प्रभावित परीक्षार्थियों की रविवार को ही परीक्षा कराने की बात कही गई थी. इसके तहत दोबारा परीक्षा कराई गई.