गुवाहाटी: असम में विपक्षी दलों ने सीएए (CAA) को लेकर विरोध की चेतावनी दी है. विपक्षी दलों ने कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो इस मुद्दे को लेकर 9 मार्च को विरोध प्रदर्शन करेंगे. विपक्ष ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएए (CAA) के मुद्दे पर उनकी आपत्तियों को सुनें. बता दें कि पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे असम पहुंचेंगे. इस दौरान विपक्ष ने उनसे मिलने की मांग की है.
विपक्षी एकता मंच ने पहले प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर सीएए (CAA) के मामले में हस्तक्षेप की मांग की है लेकिन अभी तक विपक्षी एकता मंच को प्रधानमंत्री से मिलने की इजाजत नहीं दी गई है. इसलिए अपने अगले कदम के तहत विपक्ष ने प्रधानमंत्री के असम दौरे के दौरान धरना देने का फैसला किया है. विपक्ष का कहना है कि असम के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास सीएए (CAA) को लेकर विपक्ष की आपत्तियों को सुनने का समय नहीं है तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ेगा.
विपक्षी एकता मंच ने पहले प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर सीएए (CAA) के मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी लेकिन अभी तक विपक्षी एकता मंच को प्रधानमंत्री से मिलने की इजाजत नहीं दी गई है. इसलिए अपने अगले कदम के तहत विपक्ष ने प्रधानमंत्री के असम दौरे के दौरान धरना देने का फैसला किया है. सर्वविदित है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ मार्च को असम के दो दिवसीय दौरे पर गुवाहाटी पहुंचेंगे.
प्रधानमंत्री की असम यात्रा के दौरान राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व में 16 विपक्षी दल प्रधानमंत्री की असम यात्रा और सीएए के कार्यान्वयन के विरोध में 9 मार्च को नागांव जिले के कलियाबोर में धरने पर बैठेंगे. विपक्षी एकता मंच और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने इस मुद्दे पर कहा,'हमने सीएए लागू होने पर असम में संभावित संकट से अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री के साथ एक बैठक की मांग की थी लेकिन हमें अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.'
बोरा ने आगे कहा, 'हम काजीरंगा के पास कालियाबोर में धरना देंगे, जहां प्रधानमंत्री 9 मार्च को आने वाले हैं. यहां तक कि आखिरी समय में भी अगर प्रधानमंत्री हमें बुलाते हैं तो हम तुरंत जा सकते हैं. अगर हमें नहीं बुलाया जाता है तो इसके बाद हम कलियाबोर में धरना देंगे और प्रधानमंत्री को संदेश देंगे कि हम सीएए का विरोध क्यों करते हैं.
केंद्र सरकार की हालिया घोषणा के बाद कि वह देश में सीएए लागू करेगी, असम के कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी एकता मंच ने तीन मार्च को प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजकर इस मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की मांग की थी. मंच ने प्रतिनिधियों के साथ प्रधानमंत्री की बैठक की मांग की.
विपक्षी एकता मंच के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा और महासचिव लुरिनज्योति गोगोई ने सीएए को लेकर राज्य में उभरे हालात पर चर्चा के लिए पीएम मोदी के साथ बैठक की मांग की है. पत्र के जरिए विपक्षी नेताओं ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की सुविधा के मुताबिक 8 या 9 मार्च को प्रधानमंत्री के असम दौरे के दौरान उनसे मुलाकात करना चाहते हैं. हालांकि, अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय से विपक्षी एकता मंच की मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.