धनबाद: आखिरकार यूपी के रहने वाले 18 वर्षीय अतुल को आईआईटी आईएसएम धनबाद में दाखिला मिल गया है. अतुल शनिवार को आईआईटी आईएसएम पहुंचा. संस्थान की ओर से उसका स्वागत किया गया. एडमिशन मिलने पर अतुल ने सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मिला एडमिशन
दरअसल, यूपी के मुजफ्फरनगर के टोटोरा गांव निवासी अतुल को आईआईटी धनबाद में सीट मिल गई थी. लेकिन वह 24 जून शाम पांच बजे तक फीस जमा नहीं कर सका. सपना टूटता देख अतुल ने सुप्रीम कोर्ट से मदद मांगी. जिसके बाद मामले की सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी धनबाद को अतुल का इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के बीटेक कोर्स में एडमिशन का आदेश दिया. कोर्ट के फैसले के बाद आज अतुल का एडमिशन हो गया है और आईआईटी हॉस्टल की सुविधा भी दे रहा है. उसे अंबर हॉस्टल में कमरा नंबर 843 की सुविधा दी गई है. जहां वह रहकर पढ़ाई कर सकेगा.
अपने एडमिशन और हॉस्टल के लिए अतुल ने सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया है. उसने कहा कि जो भी विषय की पढ़ाई पार हो चुकी है, उस कोर्स को वह यहां के प्रोफेसरों की मदद से पूरा करेगा. 3 अक्टूबर को आईआईटी आईएसएम ने उसे ईमेल के जरिए एडमिशन की जानकारी दी.
कर्ज लेकर पहुंचा था आईआईटी आईएसएम
अतुल ने बताया कि गांव वालों से कर्ज लेकर वह आईआईटी आईएसएम पहुंचा था. उसकी 1455वीं रैंक आई थी. अपनी प्रारंभिक पढ़ाई के बारे में उसने बताया कि कक्षा 8 तक की पढ़ाई उसने गांव के ही यूआर पब्लिक स्कूल से पूरी की. इसके बाद कक्षा 10 की पढ़ाई पास के गांव के ही स्वामी विरजानंद इंटर कॉलेज से पूरी की, जो यूपी बोर्ड से है. वहीं इंटरमीडिएट की पढ़ाई खड़ौली के शिशु शिक्षा निकेतन से पूरी की. इसके बाद जेईई एडवांस की तैयारी के लिए उसने एक साल कानपुर में कोचिंग ली.
अतुल के भाई भी कर रहे इंजीनियरिंग
अतुल ने बताया कि उसके पिता राजेंद्र कुमार और मां राजेश देवी उसकी काफी मदद करते हैं. वह एडमिशन लेने अपने मामा ललित कुमार के साथ आईआईटी आईएसएम पहुंचा था. उसके चार भाई हैं. सबसे बड़ा भाई मोहित कुमार एनआईटी अमीरपुर से कंप्यूटर साइंस एमटेक के अंतिम वर्ष में हैं. वहीं उसके बाद का भाई रोहित कुमार आईआईटी खड़गपुर से बीटेक कर रहा है.
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