कानपुर : शहर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. रविवार की देर रात गोविंद नगर थाना क्षेत्र के सीटीआई बस्ती में आवारा कुत्तों ने मासूम भाई-बहन पर हमला कर दिया. शोर सुनकर लोग बचाव के लिए दौड़े. उन्होंने कुत्तों को भगाया, लेकिन तब तक दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो चुके थे. कुछ ही देर में बच्ची की मौत हो गई, जबकि बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद परिवार के लोगों ने रोड जामकर हंगामा किया. पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाया. इसके बाद जाम खुल सका.
गोविंद नगर के सीटीआई बस्ती में छोटू परिवार समेत रहता है. उसने यहां अस्थायी घर बना रखा है. वह शादी में वेटर का काम करता है. पत्नी पूजा कूड़ा बीनती है. परिवार में दो बच्चे 6 साल की खुशी और 2 साल का बेटा भोला है. रविवार की देर रात माता-पिता काम पर गए थे. दोनों बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे. इस दौरान कुत्तों के झुंड ने भाई-बहन पर हमला कर दिया. दोनों चीखने-चिल्लाने लगे. शोर सुनाकर आसपास के लोग दौड़े.
उन्होंने लाठी-डंडे के सहारे कुत्तों को भगाया. इसके बाद परिवार के लोगों को इसकी जानकारी दी. कुत्ते ने दोनों बच्चों को सिर से लेकर पांव तक नोचकर बुरी तरह जख्मी कर दिया था. परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए. गंभीर रूप से घायल खुशी की कुछ ही देर में मौत हो गई. वहीं गंभीर रूप से घायल भोला को पास में अस्पताल में ले जाया गया. यहां से उसे हैलट रेफर कर दिया गया.
घटना के बाद गुस्साए परिवार के लोगों ने बच्ची का शव रखकर सीटीआई से दादानगर पुल वाले रास्ते पर जाम लगा दिया. परिवार समेत आसपास के लोगों ने आरोप लगाया कि इलाके में आवारा कुत्तों का आतंक है. इसे लेकर पहले भी कई बार शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है, लेकिन इसे गंभीरता ने नहीं लिया गया. जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण ही यह घटना हुई है.
जाम की सूचना पर गोविंद नगरा थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा, एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव टीम के साथ पहुंच गए. उन्होंने परिवार को मुआवजे का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया. करीब दो घंटे के बाद जाम खुल सका. वहीं बेटी की लाश देखकर मां पूजा अचेत हो गई. सोमवार की सुबह घटना पर महापौर प्रमिला पांडे ने संज्ञान लिया. उन्होंने कहा कि नगर निगम के जिम्मेदार अफसर से पूछा जाएगा कि उन्होंने कुत्तों को पकड़वाने के लिए क्या प्रयास किया. इसमें लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी.
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