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श्रीनगर में योगी आदित्यनाथ ने किये गुरु गोरखनाथ के दर्शन, मंदिर में की पूजा अर्चना, जानिये इसका इतिहास - Yogi in Guru Gorakhnath temple - YOGI IN GURU GORAKHNATH TEMPLE

Srinagar Guru Gorakhnath Temple, Yogi in Guru Gorakhnath temple यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ श्रीनगर स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने आंगन में लगी तुलसी पर जल चढ़ाया. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोरखनाथ के दर्शन कर पूजा अर्चना की

UP CM Yogi Adityanath
गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचे योगी आदित्यनाथ
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 14, 2024, 4:50 PM IST

Updated : Apr 14, 2024, 5:05 PM IST

गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचे योगी आदित्यनाथ

श्रीनगर: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज श्रीनगर पहुंचे. श्रीनगर में योगी आदित्यनाथ ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद योगी आदित्यनाथ श्रीनगर स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने गुरु गोरखनाथ के दर्शन कर पूजा अर्चना की. योगी आदित्यनाथ लगभग 10 मिनट तक गुरु गोरखनाथ मंदिर में रुके. उनके साथ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, अनिल बलूनी भी मौजूद रहे. मंदिर में रुकने के बाद योगी आदित्यनाथ देहरादून के लिए रवाना हो गये.

बता दें श्रीनगर स्थित गुरु गोरखनाथ का ये मन्दिर नाथ सम्पदाय का सबसे प्रचीन मंदिर है. मन्दिर के अंदर एक गुफा है. जिसमें गुरु गोरखनाथ की स्फटिक मूर्ति की पूजा अर्चना की जाती है. गोरखनाथ गुफा, नवनाथ परम्परा के अंतर्गत गोरखनाथ के 9 वे शिष्य गुरू मछिन्दरनाथ के शिष्य थे. उनके द्वारा ये गुफा बनाई गई थी. जिसे बाद में मन्दिर का रूप दे दिया गया. गुरु गोरखनाथ ने हठयोग का प्रचार किया था. अनेक ग्रन्थों की रचना भी की थी. दंत कथाओं के अनुसार गुरू गोरखनाथ ने केवल दो ही स्थानों पर गुफायें बनाई. पहली गुफा त्र्यम्बक वाराह तीर्थ में है. दूसरी गुफा केदारखण्ड श्रीनगर में है. ऋषिकेश-श्रीनगर राजमार्ग पर आईटीआई और पालीटेक्निक जिस स्थान पर मिलते हैं वहां से एक पैदल मार्ग पौड़ी की तरफ जाता है, जो कि मुख्यतया पौड़ी-खण्डा-करैंखाल मार्ग के नाम से जाना जाता है. उसी मार्ग पर लगभग 200 मीटर की दूरी पर अपर भक्तियाना, में ये मंदिर स्थित है.

यहां गुरु गोरखनाथ की समाधि , उनकी मूर्ति एक शिवलिंग के साथ स्थापित की गई है. इस मन्दिर में नाथ सिद्ध परम्परा के प्राचीन अवशेष देखने को मिलते हैं. एटकिंसन के मतानुसार समाधि की रचना सन् 1669 में हुई थी . यह मन्दिर अन्दर से चट्‌टान को काट व तराश कर बनाई गई गुफा है. मुख्य गुफा में प्रवेश करने का द्वार बहुत संकरा तथा छोटा है. जिसमें घुटनों के बल ही प्रवेश किया जा सकता है. लगभग 6 से 7 फीट अन्दर जाकर एक गोलाकार गुफा है. जिसके मध्य में गुरु गोरखनाथ की मूर्ति एवं चरण-पादुका स्थापित हैं.

पढ़ें- श्रीनगर गढ़वाल पहुंचे योगी आदित्यनाथ, चुनावी रैली को किया संबोधित, कांग्रेस को भी जमकर घेरा

पढे़ं- 'कांग्रेस चेहरा देखकर योजनाओं का देती थी लाभ, राम मंदिर बनने के बाद बदले 'सुर', श्रीनगर में गरजे योगी

गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचे योगी आदित्यनाथ

श्रीनगर: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज श्रीनगर पहुंचे. श्रीनगर में योगी आदित्यनाथ ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद योगी आदित्यनाथ श्रीनगर स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने गुरु गोरखनाथ के दर्शन कर पूजा अर्चना की. योगी आदित्यनाथ लगभग 10 मिनट तक गुरु गोरखनाथ मंदिर में रुके. उनके साथ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, अनिल बलूनी भी मौजूद रहे. मंदिर में रुकने के बाद योगी आदित्यनाथ देहरादून के लिए रवाना हो गये.

बता दें श्रीनगर स्थित गुरु गोरखनाथ का ये मन्दिर नाथ सम्पदाय का सबसे प्रचीन मंदिर है. मन्दिर के अंदर एक गुफा है. जिसमें गुरु गोरखनाथ की स्फटिक मूर्ति की पूजा अर्चना की जाती है. गोरखनाथ गुफा, नवनाथ परम्परा के अंतर्गत गोरखनाथ के 9 वे शिष्य गुरू मछिन्दरनाथ के शिष्य थे. उनके द्वारा ये गुफा बनाई गई थी. जिसे बाद में मन्दिर का रूप दे दिया गया. गुरु गोरखनाथ ने हठयोग का प्रचार किया था. अनेक ग्रन्थों की रचना भी की थी. दंत कथाओं के अनुसार गुरू गोरखनाथ ने केवल दो ही स्थानों पर गुफायें बनाई. पहली गुफा त्र्यम्बक वाराह तीर्थ में है. दूसरी गुफा केदारखण्ड श्रीनगर में है. ऋषिकेश-श्रीनगर राजमार्ग पर आईटीआई और पालीटेक्निक जिस स्थान पर मिलते हैं वहां से एक पैदल मार्ग पौड़ी की तरफ जाता है, जो कि मुख्यतया पौड़ी-खण्डा-करैंखाल मार्ग के नाम से जाना जाता है. उसी मार्ग पर लगभग 200 मीटर की दूरी पर अपर भक्तियाना, में ये मंदिर स्थित है.

यहां गुरु गोरखनाथ की समाधि , उनकी मूर्ति एक शिवलिंग के साथ स्थापित की गई है. इस मन्दिर में नाथ सिद्ध परम्परा के प्राचीन अवशेष देखने को मिलते हैं. एटकिंसन के मतानुसार समाधि की रचना सन् 1669 में हुई थी . यह मन्दिर अन्दर से चट्‌टान को काट व तराश कर बनाई गई गुफा है. मुख्य गुफा में प्रवेश करने का द्वार बहुत संकरा तथा छोटा है. जिसमें घुटनों के बल ही प्रवेश किया जा सकता है. लगभग 6 से 7 फीट अन्दर जाकर एक गोलाकार गुफा है. जिसके मध्य में गुरु गोरखनाथ की मूर्ति एवं चरण-पादुका स्थापित हैं.

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पढे़ं- 'कांग्रेस चेहरा देखकर योजनाओं का देती थी लाभ, राम मंदिर बनने के बाद बदले 'सुर', श्रीनगर में गरजे योगी

Last Updated : Apr 14, 2024, 5:05 PM IST
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