खनऊ : आईएनएस विक्रमादित्य, आईएनएस विक्रांत जैसे युद्धक जहाजों में इंसुलेशन लगाने वाले पार्ट टाइम वर्कर को यूपी एटीएस (UP ATS) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गोरखपुर का रहने वाला राम सिंह भारतीय नौ सेना से जुड़ीं जानकारियां आईएसआई को मुहैया कराता था. इससे पहले यूपी एटीएस ने पाकिस्तानी एजेंट को पैसे देने वाले जियाउल हक को गिरफ्तार किया था.
आईजी ATS नीलाब्जा चौधरी ने ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI द्वारा फर्जी नाम से भारतीय नौसेना के कर्मचारियों और शिपयार्डों में काम करने वाले लोगों को बहला-फुसलाकर और पैसों का लालच देकर नौसेना से जुड़ी गोपनीय व संवेदनशील सूचनाएं-दस्तावेज हासिल किए जा रहे हैं. जब यूपी एटीएस को इसकी जानकारी हुई तो जांच की गई. पता चला कि गोरखपुर के पिपराइच का रहने वाला राम सिंह पाकिस्तानी महिला जासूस के सम्पर्क में है. पाकिस्तानी एजेंट राम सिंह के बैंक खाते में लगातार पैसा भेज रहे हैं. यह भी सामने आया कि राम सिंह ने पाकिस्तानी एजेंटों के लिए भारतीय नौसेना की गोपनीय सूचना देने वाले साथियों को भी धन उपलब्ध कराया है. एटीएस ने राम सिंह गोरखपुर से ही गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ में कई जानकारियां एटीएस को मिली हैं.
ATS की पूछताछ में राम सिंह ने बताया है कि लगभग तीन वर्ष से फेसबुक व व्हाट्सअप के जरिए पाकिस्तानी महिला जासूस कीर्ति कुमारी (फर्जी नाम) से संपर्क में था. राम सिंह गोवा शिपयार्ड नेवल बेस में पार्ट टाइम वर्कर के तौर पर भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों में इंसुलेशन लगाने का कार्य करता था. शिपयार्ड में बहुत सारे नेवी के युद्धक जहाज जैसे आईएनएस विक्रमादित्य, आईएनएस विक्रान्त आदि आते थे. राम सिंह ने पाकिस्तानी एजेंट को भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों की फोटो भी भेजी है. पाकिस्तानी महिला जासूस कीर्ति कुमारी ने राम सिंह के बैंक खाते में काफी धनराशि जमा करवाई है. जमा कराए गए रुपयों को राम सिंह ने पाकिस्तानी एजेन्ट के कहने पर ISI के लिए काम करने वाले एजेंटों के बैंक खातो में ट्रान्सफर किया है.
बता दें कि इससे पहले इसी माह यूपी एटीएस ने एक अन्य पाकिस्तानी एजेंट को गिरफ्तार किया था. वह आईएसआई के हैंडलर्स को भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी देता था. एटीएस को काफी समय से इसकी तलाश थी. संतकबीर नगर से गिरफ्तार किए गए एजेंट का नाम जियाउल हक बताया गया. आरोपी जियाउल हक बिहार के चंपारण का रहने वाला है. इसकी गिरफ्तारी के लिए एटीएस की टीम निरंतर प्रयासरत थी. इस पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था.