उमरिया। हाल ही में हुए पुणे में हिट एंड रन केस का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, देश भर में यह मामला जोर पकड़ रहा है. अभी इस मामले को लेकर राहुल गांधी ने भी टिप्पणी की है. बता दें कि पुणे में रईसजादे की तेज रफ्तार कार ने दो लोगों की जान ले ली. उन दो लोगों में मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के पाली कस्बे में रहने वाले अनीश का अंतिम संस्कार तो कर दिया गया है, लेकिन घटना के बाद परिजन सदमे में है.
दो लोगों की जान लेने वाले को छोड़ा न जाए
परिजनों का कहना है कि गुनहगारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, पक्षपात नहीं होनी चाहिए. अब तक जो भी हुआ है पक्षपात पूर्ण काम हुआ है, आखिर गुनहगारों को क्यों बचाया जा रहा है? क्या दो लोगों की जान लेकर किसी को ऐसे ही छोड़ देना सही होगा?
सदमें में है पूरा परिवार
उमरिया जिले के पाली कस्बे के रहने वाले अनीश अवधिया के घर में मातम पसरा हुआ है, मां बिलख बिलख कर रो रही है. वह अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगा रही है. उनका छोटा बेटा देवांश जो कि पुणे में रहकर पढ़ाई कर रहा था, वह भी सदमे में है. उसकी उम्र भी 19 साल है. जब देवांश के सामने ही अस्पताल में अनीश का शव लाया गया तब से वह कुछ बोल नहीं पा रहा है.
मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब कर रहा था अनीश
उमरिया जिले के पाली के रहने वाले अनीश अवधीया का जन्म 6 मार्च 2000 को हुआ था. अनीश के दादा आत्माराम अवधिया पेशे से एक वकील हैं, उनकेतीन बेटों में सबसे बड़े बेटे हैं ओमप्रकाश, जो अनीश के पिता है. दो बेटों में बड़ा बेटा अनीश था. स्कूल की पढ़ाई बिरसिंहपुर पाली में करने के बाद अनीश ने पुणे के डी वाई पाटिल कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री प्राप्त की थी. बीटेक करने के बाद अनीश की पुणे में ही एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी लग गई थी.
5 दिन पहले ही दुबई से लौटा था अनीश
दुर्घटना से 5 दिन पहले ही 14 मई को अनीश दुबई से लौटा था. दुबई से अनीश ने अपनी मां पिता और चाचा के लिए खरीदारी भी की थी. जल्द ही वह अपने घर भी आने वाला था लेकिन नशे में धुत्त पुणे के एक रईसजादे ने उसकी जान ले ली. घटना के बाद से ही परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. अनीश का अंतिम संस्कार तो कर दिया गया है लेकिन परिवार में मातम पसरा हुआ है, पूरा परिवार बिलख-बिलख कर रो रहा है, और सब लोग एक ही आवाज में कह रहे हैं कि उन्हें न्याय चाहिए घटना के बाद से जिस तरीके से पुलिस और अस्पताल का रवैया रहा है परिजन उससे बेहद नाराज हैं.
दादा ने बताई घटना, लगाया ये आरोप
अनीश के दादा आत्माराम अवधिया का कहना है कि पुलिस का इस पूरे मामले में रवैया पक्षपातपूर्ण है. जिस तरह से उसे जमानत दी गई है वह भी उचित नहीं है. दादा आत्माराम अवधिया बताते हैं, '' पोता किसी पार्टी में गया हुआ था, खाना खाने गया था, खाना खाकर जब वापस हो रहा था, तो वापस आते समय पीछे साइड से काफी स्पीड के साथ वहां का कोई पूंजीपति है, उसका लड़का काफी स्पीड से गाड़ी चला रहा था. उसने उन्हें ठोकर मार दी. ठोकर मारने से हमारा नाती गाड़ी से नीचे गिर गया, एक लड़की भी थी वो 10 से 15 फीट ऊपर उछली और ऊंचाई में गिरकर दूर जाकर गिरी, और पता चला दोनों की डेथ हो गई.
पुलिस, कोर्ट सबने किया भेदभाव : अनीश के दादा
पुलिस की कार्यवाई को लेकर हमारा कहना है कि इस पूरी घटना में हम यह देख रहे हैं कि महाराष्ट्र की जो पुलिस है, उसने पक्षपात पूर्ण कार्रवाई की है, ये भी पता चला है कि जिसका लड़का गाड़ी चला रहा था, वो काफी पैसे वाला है. पुलिस ने दबाव में आकर मेडिकल बनाकर पूरी कार्रवाई की है. हमें तो यह भी लगता है कि पैसे वाली पार्टी है कोर्ट में भी दबाव बनाया गया होगा, क्योंकि जब दो लोगों की मृत्यु हो गई है, इतनी जल्दी जमानत भी नहीं देनी चाहिए, लेकिन तत्काल अर्जी पेश की गई और कोर्ट ने तत्काल जमानत दे दी, जबकि हमें लगता है पुलिस के द्वारा, अस्पताल के द्वारा और कोर्ट के द्वारा भी पक्षपात पूर्ण कार्रवाई की गई है.
एमपी के लड़कों से होता है भेदभाव
अनीश के दादा ने आगे कहा, '' मध्य प्रदेश के लड़के जब बाहर पढ़ने के लिए महाराष्ट्र जाते हैं. नौकरी करने के लिए जाते हैं lतो उनके साथ काफी भेदभाव किया जाता है. हम यही कहेंगे कि इस पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. दो लोगों की जान गई है तो इस पर कार्यवाई भी सही तरीके से होनी चाहिए. जो दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए, ना कि निबंध लिख कर छोड़ देना चाहिए''
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पुलिस पर भी लगाए गंभीर आरोप
इतना ही नहीं अनीश के ताऊ अखिलेश अवधिया ने आरोप लगाया कि पुलिस साक्ष्य एकत्रित करने में भी लापरवाही दिखा रही है और इतने गंभीर अपराध के बाद भी जो धाराएं लगनी चाहिए आरोपी के ऊपर नहीं लगाई गई हैं. इस पूरे प्रकरण में पूरी तरीके से पक्षपात किया जा रहा है और क्यों किया जा रहा है इस पर भी ध्यान देना चाहिए.