नई दिल्ली: यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा विदेश मंत्री के निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर आज दिल्ली पहुंचे. अपनी पहली यात्रा के दौरान, कुलेबा युद्ध से तबाह देश के पुनर्निर्माण के लिए नई दिल्ली से समर्थन मांगेंगे. अपनी यात्रा से पहले एक वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग में कुलेबा ने बुधवार शाम को कहा, 'मैं एस. जयशंकर के निमंत्रण पर भारत आ रहा हूं, और मैं हमारी मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं.
मैं दिल्ली में स्पष्ट और व्यापक चर्चा करूंगा. यह तथ्य कि मैं भारत की यात्रा कर रहा हूं, यूक्रेन के लिए अवसरों की हमारी खोज को दर्शाता है.' उन्होंने कहा कि यूक्रेन के साथ भारत का सहयोग, विशेष रूप से आर्थिक परियोजनाओं और पुनर्निर्माण गतिविधियों में अत्यधिक स्वागत योग्य है.' उन्होंने कहा, 'हम भारत को एक महत्वपूर्ण वैश्विक शक्ति मानते हैं.'
उनकी यात्रा यूक्रेन और रूसी राष्ट्रपति दोनों द्वारा पीएम मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत के कुछ ही दिनों बाद हो रही है. जेलेंस्की और पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा चुनाव के बाद अपने देश आने का निमंत्रण दिया है. अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री कुलेबा के कई कार्यक्रम होंगे, जिनमें आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर द्विपक्षीय साझेदारी और सहयोग के मामलों पर चर्चा करने के लिए विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर और उप एनएसए के साथ आधिकारिक बैठकें शामिल हैं.
उनसे व्यापारिक समुदाय के साथ बातचीत करने की भी उम्मीद है. अधिक संभावना है कि उनकी यात्रा का एजेंडा स्विट्जरलैंड में आगामी शांति शिखर सम्मेलन के इर्द-गिर्द घूमेगा और यूक्रेन भारत को शिखर सम्मेलन में शामिल होते देखने का इच्छुक है. यूक्रेन और रूस के बीच 24 फरवरी 2022 से शुरू हुए संघर्ष को दो साल पूरे हो गए हैं.