पुंछ/जम्मू : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स (JKGF) के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. शनिवार को पुलिस ने दावा किया कि गिरफ्तार आतंकी पुंछ में हथगोले से किए गए हमलों में शामिल थे.
इस संबंध में जम्मू संभाग के एडीजीपी आनंद जैन ने बताया कि हरि गांव से अब्दुल अजीज और मनवर हुसैन को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने इसे सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कामयाबी बताया. जैन ने मीडिया से कहा कि शुक्रवार को पुलिस ने 37 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ के साथ एक संयुक्त अभियान चलाया और अजीज को धर दबोचा. उसके पास से दो हथगोले बरामद किए गए. साथ ही जांच के दौरान उसके घर से एक और हथगोला मिला. वहीं उसके साथी हुसैन को भी पिस्तौल, एक मैगजीन और नौ कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है.
#WATCH | Poonch, J&K: On the arrest of two terrorists, ADGP J&K Police, Anand Jain says, " we have got a big achievement because we have arrested two terrorists who had carried out activities like grenade lobbying, anti-national posters were put up...grenades were thrown at… pic.twitter.com/DPe6I6bExF
— ANI (@ANI) October 19, 2024
एडीजीपी ने कहा कि ‘‘दोनों बड़ी साजिश का हिस्सा थे और मंदिर, गुरुद्वारा, सेना के शिविर और अस्पताल सहित कई जगहों पर हथगोलों से हमला कर पुंछ जिले में आतंक का माहौल बनाना चाहते थे. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकवादियों का संबंध सीमा पार से है. जैन ने कहा कि इसके साथ ही पिछले साल नवंबर से अबतक जिले में हुए सभी पांच ग्रेनेड हमलों के मामले को सुलझा लिया गया है.
In a major success, a joint operation by Rashtriya Rifles and Jammu and Kashmir, acting on specific Intelligence, led to the apprehension of two terrorists at Poonch. Arms, ammunition, and grenades were recovered, delivering a significant blow to the terror nexus. The duo was… pic.twitter.com/SxjXyOFGx2
— ANI (@ANI) October 19, 2024
उन्होंने कहा कि जेकेजीएफ के मॉड्यूल का भंडाफोड़ सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए कामयाबी है. गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकवादियों से पूछताछ की जा रही है. वहीं पूछताछ में आतंकवादियों ने बताया कि सीमा पार बैठे उनके आकाओं द्वारा हथियारों के अलावा गोला बारूद की चार खेप उपलब्ध कराई जाने के साथ ही 1.50 लाख रुपये कैश दिए थे. इतना ही नहीं आतंकवादियों ने बताया कि उनको पिस्तौल चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी और जंगल में उन्होंने कुछ गोलियां चला कर निशाना लगाने की प्रैक्टिस भी की थी.
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