दंतेवाड़ा: मुखबिर की सूचना पर जवानों ने दो माओवादियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों माओवादी लंबे वक्त से जगरगुंडा इलाके में एक्टिव थे. पकड़े गए दोनों माओवादी नक्सली वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठक कर रहे थे. पुलिस को दोनों नक्सलियों की लंबे वक्त से तलाश थी. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए दोनों हार्डकोर नक्सली आईईडी धमाकों के भी मास्टरमाइंड थे. दोनों के खिलाफ जिले के कई थानों में लूट हत्या और आगजनी की वारदात करने की शिकायतें दर्ज थी.
IED धमाकों में शामिल रहे हैं नक्सली: नक्सल विरोधी अभियान के तहत दंतेवाड़ा के जंगलों में सर्चिंग अभियान चलाया गया. सर्चिंग अभियान के दौरान जवानों को सूचना मिली की जंगल में कुछ नक्सली बैठक कर रहे हैं. मुखबिर की सूचना पर जवानों की टीम मौके पर पहुंची. जवानों ने इलाके के चारों ओर से घेरकर जब नक्सलियों को ललकारा तो दो लोग मौके से भागने लगे. जवानों ने तुरंत उनका पीछा किया और उनको पकड़ लिया. पकड़े गए लोगों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों ने अपना नाम पता बताया. पकड़े गए एक नक्सली का नाम मंगलू पुनेम है जो गोंदपल्ली मिलिशिया टीम का सदस्य था. पकड़ा गया दूसरा नक्सली मंगू पुनेम है जो गोंदपल्ली मालपारा में मिलिशिया टीम का सदस्य था.
हार्डकोर नक्सली चढ़े हत्थे: पुलिस की पूछताछ में दोनों नक्सलियों ने बताया कि वो बम धमाकों के मास्टरमाइंड रहे हैं. दोनों ने ये भी कबूल किया कि वो वो दंतेवाड़ा जिले में कई आईईडी धमाकों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने उम्मीद जताई है कि कड़ी पूछताछ में दोनों नक्सली कई बड़ी वारदातों का खुलासा कर सकते हैं. पुलिस ने दोनों को न्यायिक रिमांड पर फिलहाल भेज दिया है. दोनों नक्सलियों की गिरफ्तारी में सीआरपीएफ 231 बटालियन की बड़ी भूमिका रही.