टिहरी: दो महीने और दो बेटों की शहादत. उत्तराखंड के टिहरी की ये सच्ची कहानी रुला देगी. जम्मू-कश्मीर में सेना के काफिले पर हुए आतंकवादियों के हमले में उत्तराखंड के 5 बेटे शहीद हुए हैं. इनमें से एक परिवार टिहरी जिले के देवप्रयाग का रहने वाला है. इस परिवार की महानता के चर्चे पूरे क्षेत्र में हो रहे हैं. इस परिवार ने दो महीने के अंदर ही देश पर अपने 2 जवान बेटे कुर्बान कर दिए हैं.
उत्तराखंड के पांच लाल जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना पर हुए आतंकवादियों के कायराना हमले के शिकार हो गए. पांचों जवानों के घर पर जब यह संदेश पहुंचा कि उनके परिवारों के चिराग देश सेवा में शहीद हो गए हैं, तो घर में मातम पसर गया. पूरे उत्तराखंड में इन बलिदान का शोक मनाया गया. सोमवार को दोपहर में कठुआ में सेना के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इन शहीद जवानों में एक जवान ऐसा भी है, जिसके परिवार ने पिछले दो महीने में देश के लिए दूसरा बेटा न्योछावर किया है.
हम जिस परिवार की चर्चा कर रहे हैं, वह टिहरी जिले के देवप्रयाग में स्थित कीर्तिनगर के थाती (डागर) गांव के रहने वाले हैं. राइफलमैन आदर्श नेगी ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं. आदर्श नेगी के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके गांव तक पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर छा गई. न सिर्फ शहीद का परिवार बल्कि पूरा गांव ही शहादत पर शोक मना रहा है. 26 साल के शहीद जवान आदर्श नेगी की अभी शादी भी नहीं हुई थी. इतनी कम उम्र में ही उन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी.
परिवार के दूसरे बेटे की शहादत: पिछले दो महीने में आदर्श नेगी के परिवार में दूसरी बार दुखों का पहाड़ टूटा है. इससे पहले भी यह परिवार अपना एक बेटा देश के लिए न्योछावर कर चुका है. दो महीने पहले ही आदर्श नेगी के ताऊ के बेटे ने भी अपने प्राण देश के लिए न्योछावर किए थे. भारतीय सेना में मेजर की पोस्ट पर तैनात रहे प्रणय नेगी भी देश के लिए शहीद हुए थे. दूसरे बेटे शहीद आदर्श नेगी की शहादत की खबर मिलते ही पूरा परिवार सुध-बुध खो बैठा है. 2018 में आदर्श गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए. 6 साल देश की सुरक्षा की ओर देश की सेवा करते करते हुए शहीद हो गए.
परिवार में दो भाई और एक बहन थे: शहीद राइफलमैन आदर्श नेगी अपने पीछे अपने पिता दलबीर सिंह नेगी, अपनी माता, एक भाई और एक बड़ी बहन को छोड़ गए हैं. उनका भाई वर्तमान में चेन्नई में जॉब करता है. बड़ी बहन की शादी हो चुकी है. शहीद के पिता गांव में किसान हैं. आदर्श इसी साल गांव आए थे.
कठुआ में सेना पर हमला: सोमवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना के काफिले पर आतंकियों ने सोची समझी साजिश के तहत हमला कर दिया था. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए हैं. हमले में 5 जवान घायल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए पंजाब के पठानकोट में सैनिक हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. पहाड़ के ऊपर से सेना के ट्रक पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था. इसके बाद हाई टेक मशीनगन से लगातार फायरिंग की गई थी. घायल जवानों को पहले कठुआ के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में पहुंचाया गया था, जहां से उन्हें पठानकोट भेजा गया था.
ये भी पढ़ें:
- उत्तराखंड लाए गए पांचों शहीद जवानों के पार्थिव शरीर, श्रद्धांजलि देते वक्त भावुक हुए सीएम धामी
- कठुआ आतंकवादी हमले में डोईवाला के नायक विनोद सिंह शहीद, 3 महीने पहले बेटी के जन्म पर आए थे घर
- पौड़ी गढ़वाल के दो जवानों का सर्वोच्च बलिदान, हवलदार कमल की हैं दो छोटी बेटियां, राइफलमैन अनुज की 8 महीने पहले हुई थी शादी
- कठुआ आतंकी हमले में रुद्रप्रयाग का लाल आनंद सिंह रावत भी शहीद, पैतृक गांव में ही किया जाएगा अंतिम संस्कार
- जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में टिहरी के राइफलमैन आदर्श नेगी हुए शहीद, सीएम धामी ने जताया शोक
- जम्मू कश्मीर के कठुआ आतंकी हमले में उत्तराखंड के 5 जवान शहीद, राज्य में शोक की लहर, रक्षा मंत्री और सीएम ने जताया शोक