रांची: एक ओर एनडीए में झारखंड की सभी 14 सीटों को जीतने की रणनीति बनाई जा रही है. वहीं दूसरी ओर पार्टी द्वारा प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं. हालत यह है कि धनबाद के अलावा चतरा और दुमका सीट पर भी पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी से स्थानीय कार्यकर्ता और नेता खुश नहीं हैं.
धनबाद सीट पर ढुल्लू महतो को चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही पार्टी के लिए यह गले की हड्डी बनी हुई है. पार्टी के अंदर और बाहर ढुल्लू को लेकर उठ रहे सवाल पर बीजेपी के प्रदेश स्तर के नेताओं को जवाब देते नहीं बन रहा है. इसी तरह चतरा सीट पर राजधानी यादव की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. दुमका में टिकट कटने से सुनील सोरेन नाराज चल रहे हैं.
पार्टी के अंदर कोई नाराजगी नहीं-लक्ष्मीकांत वाजपेयी
इन सबके बीच बीजेपी प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दागी व्यक्तियों को प्रत्याशी बनाए जाने पर सफाई देते हुए कहते हैं कि पार्टी के अंदर कोई नाराजगी नहीं है.
जिसे टिकट नहीं मिलता वह नाराज हो जाता है-बाबूलाल मरांडी
वहीं, जब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से यह पूछा गया कि पार्टी के अंदर नाराजगी क्यों खुलकर सामने आ गई है, तो उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त हर कोई चुनाव लड़ना चाहता है, जिसे टिकट नहीं मिलता वह नाराज होता रहता है. टिकट बेचने का आरोपों पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोई बोलेगा कि कौवा कान ले गया तो हम कौवा को नहीं ढूंढ़ने जाएगे. इस तरह की बातें चुनाव के वक्त होती रहती हैं, हमारा मकसद साफ है कि जिन्हें चुनाव में टिकट मिला है उनकी जीत कैसे सुनिश्चित की जाए.
धनबाद सीट के प्रत्याशी ढुल्लू महतो ने क्या कहा
धनबाद सीट से बीजेपी प्रत्याशी बनने जा रहे ढुल्लू महतो बड़े ही बेबाकी से कहते हैं कि हर चुनौती का सामना करने के लिए वो तैयार हैं. सरयू राय के चुनाव मैदान में उतरने की हो रही चर्चा पर ढुल्लू महतो ने कहा है कि वह मेरे गार्जियन हैं चुनाव मैदान में आए हम उनका स्वागत करेंगे. पार्टी के अंदर किसी तरह की नाराजगी से इनकार करते हुए ढुल्लू महतो ने कहा कि जो कुछ भी नाराजगी है अगर बड़े होंगे तो उन्हें रिक्वेस्ट करेंगे और जो छोटे होंगे उन्हें प्यार से समझा कर उनकी नाराजगी दूर की जाएगी.
कुछ सीटों पर बीजेपी बदल सकती है उम्मीदवार
पार्टी के अंदर उठे विरोध के स्वर को शांत करने के लिए बीजेपी अपने कुछ घोषित प्रत्याशियों के नाम बदल सकती है. जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा धनबाद और चतरा सीट को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के पास शिकायत पहुंची है. केंद्रीय नेतृत्व में प्रदेश इकाई से मिली रिपोर्ट पर समीक्षा करने में जुटी है. हालांकि प्रत्याशी बदले जाने की आशंका से भाजपा प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी इनकार करते हैं. उनका मानना है कि जो भी नाराजगी है उसे दूर कर दिया जाएगा और एकजुट होकर चुनाव मैदान में एनडीए उतरने का काम करेगा. धनबाद सीट पर अभी भी महागठबंधन में सस्पेंस बरकरार
धनबाद सीट पर महागठबंधन के अंदर सस्पेंस
धनबाद सीट पर अभी भी प्रत्याशी को लेकर महागठबंधन के अंदर सस्पेंस बरकरार है. जानकारी के मुताबिक इस सीट को लेकर कांग्रेस अब तक यह नहीं तय कर पाई है कि अपने दल के नेता को टिकट दिया जाए या बाहरी किसी दल से पार्टी में शामिल होने वाले किसी नेता को. कांग्रेस से जो चुनाव लड़ने के लिए रेस में हैं उनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता ददई दूबे, जयमंगल सिंह की पत्नी और कुमार गौरव का नाम सामने आ रहा है.
इसके अलावा बीजेपी के रविंद्र पांडे के नाम की चर्चा लगातार जारी है और संभावना जताई जा रही है कि अगर कांग्रेस में वो शामिल होते हैं तो चुनाव मैदान में उन्हें उतारा जाए. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के अनुसार जल्द ही प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जागी.
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