रायपुर: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है. लोकसभा चुनाव खत्म होते ही विधानसभा की चुनावी तैयारी ने राजनीति में दस्तक देना शुरू कर दिया है. राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर रणनीति बनाने में जुट रहे हैं. हालांकि विधानसभा चुनाव का जो आधार बन रहा है उसमें अभी वक्त है,लेकिन लोकसभा चुनाव में चार ऐसी सीटें हैं जिन पर लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा के उपचुनाव हो सकते हैं. हालांकि यह सिर्फ कयासबाजी का दौर है कितने सीटों पर उपचुनाव होगा. यह 4 जून के लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद साफ होगा. लेकिन उससे पहले राजनीतिक दलों के बीच इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि विधानसभा उपचुनाव का मसौदा कैसा होना चाहिए?
पाटन, कोंटा, भिलाई और रायपुर दक्षिण सीटों की चर्चा तेज: साल 2024 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने जो तैयारी की उसमें टिकट बंटवारे में जिनके नाम आए उसके बाद से ही विधानसबा चुनाव की बातें तेज हो गई. उसमें छत्तीसगढ़ के चार विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर उपचुनाव होने की पूरी संभावना है. इन चार सीटों पर जो वर्तमान में विधायक हैं वह लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में अगर ये उम्मीदवार लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं तो इन सीटों पर उपचुनाव होना तय है. पाटन से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विधायक हैं जो राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं. सुकमा के कोंटा से कवासी लखमा विधायक हैं जो बस्तर से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं भिलाई से देवेंद्र कुमार यादव विधायक हैं जो बिलासपुर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल विधायक हैं और वह रायपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इन सीटों पर अगर वर्तमान में काबिज यह नेता जीतते हैं तो इन सीटों पर उप चुनाव तय है.
कांग्रेस को करनी है बड़ी और कड़ी तैयारी: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने जिन लोगों को चुनावी मैदान में उतारा, उनमें से उनके तीन वर्तमान विधायक हैं. इनमें से पाटन के विधायक और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने राजनांदगांव से चुनाव लड़ा है. जबकि बस्तर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कवासी लखमा कोंटा से विधायक हैं. वहीं बिलासपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे देवेंद्र कुमार यादव भिलाई से कांग्रेस के विधायक हैं. इन तीनों सीटों पर भाजपा को कड़ी टक्कर मिली है और माना जा रहा है कि परिणाम कुछ भी हो सकते हैं. ऐसे में अगर ये सीटें कांग्रेस के खाते में जाती हैं तो कांग्रेस को यहां पर विधानसभा उपचुनाव के लिए कड़ी और बड़ी तैयारी करनी होगी.
"हम तीनों सीटों पर उपचुनाव की तैयारी कर रहे हैं. हम ये तीनों लोकसभा सीट जीत भी रहे हैं. चुनाव के लिए राजनीतिक दल हमेशा तैयार रहते हैं. तीन सीटों पर हमारी जीत हो रही है और जहां से भी हमारे विधायक सांसद बनेंगे उन सीटों पर हम पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेंगे": सुशील आनंद शुक्ला, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग
रायपुर दक्षिण सीट पर बीजेपी का उत्तराधिकारी कौन होगा ?: बीजेपी के रायपुर लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार और छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से जब पूछा गया, कि लोकसभा चुनाव के बाद रायपुर दक्षिण से उनके सीट का उत्तराधिकारी कौन होगा. इस पर उन्होंने कहा कि" मैं भाजपा का सिपाही हूं और पार्टी ने जो आदेश दिया है, मैं उसका पालन कर रहा हूं. उत्तराधिकारी तय करने का काम पार्टी का है. जो भी पार्टी निर्णय लेगी हम उसी के आधार पर काम करेंगे. जब तक मुझे पार्टी ने जहां से चुनाव लड़ने और नेतृत्व करने को कहा मैंने वहां से चुनाव लड़ा. अब पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है मैं वही कर रहा हूं. यह पार्टी ही तय करेगी कि वहां से किसे चुनाव लड़ाया जाएगा."
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए छत्तीसगढ़ की जनता ने नेताओं की किस्मत को EVM में कैद कर दिया है. वैसे तमाम नेता जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं उनकी भी किस्मत ईवीएम में कैद है, जो 4 जून को खुलेगी. अब देखने वाली बात होगी लोकसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ की कितनी सीटों पर विधानसभा का उपचुनाव होता है.