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सारण के रण में NDA और INDIA के प्रत्याशी पीछे छूटे, लड़ाई मोदी Vs लालू हो गई? - Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024 : सारण लोकसभा चुनाव में मुकाबला कड़ा है. लड़ाई पीएम मोदी और लालू यादव के नाम पर छिड़ चुकी है. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य एक ओर चुनावी मैदान में हैं तो दूसरी ओर लगातार दो बार से सारण का रण जीत रहे राजीव प्रताप रूडी हैं. अब पीएम मोदी की भी इंट्री होने से मुकाबला धारदार हो गया है. लड़ाई अब रोहिणी Vs राजीव रूडी न होकर लालू Vs मोदी हो चुकी है. ऐसे में किसे होगा नफा-नुकसान जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर-

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 11, 2024, 8:55 PM IST

Updated : May 11, 2024, 9:09 PM IST

सारण का रण (ETV Bharat)

सारण/पटना : सारण लोकसभा क्षेत्र का चुनाव इस बार सबसे दिलचस्प होता दिख रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव में सारण सीट से लालू प्रसाद यादव ने अपनी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य को उम्मीदवार बनाया है. वहीं भाजपा ने अपने वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी पर एक बार फिर से विश्वास जताया है. इस बार सारण में सीधा मुकाबला भाजपा के राजीव प्रताप रूडी और रोहिणी आचार्य के बीच होता दिख रहा है.

लालू को इस बार बेटी पर भरोसा : लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य हैं. वैसे रोहिणी आचार्य सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं. बिहार और देश की राजनीति पर वह सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विचार रखती रही हैं. लेकिन लालू प्रसाद यादव की तबीयत खराब हुई. डॉक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट की बात कही. उस समय रोहिणी आचार्य ने अपनी किडनी देकर लालू प्रसाद की जान बचाई थी.

रोहिणी आचार्य, लालू यादव की बेटी
रोहिणी आचार्य, लालू यादव की बेटी (ETV Bharat)

कौन हैं रोहिणी आचार्य : सिंगापुर में लालू यादव का सफल ऑपरेशन हुआ और रोहिणी आचार्य ने किडनी देकर बेटी होने का फर्ज निभाया. इसके बाद पूरे देश में रोहिणी आचार्य को लेकर एक सकारात्मक बात होने लगीं. रोहिणी आचार्य की राजनीति में एंट्री की चर्चा उस दिन शुरू हुई जब पटना के गांधी मैदान में जन विश्वास महारैली के मंच पर वह पहली बार देखी गईं थी. उसी दिन से यह चर्चा होने लगी थी कि रोहिणी आचार्य अब सक्रिय राजनीति में आएंगी. चुनाव की घोषणा होते ही राजद ने उन्हें सारण से अपना प्रत्याशी घोषित किया.

सारण लालू की परंपरागत सीट : सारण लोकसभा क्षेत्र के बारे में कहा जाता है कि यह लालू प्रसाद यादव की परंपरागत सीट है. 1977 में लालू प्रसाद यादव पहली बार सारण से ही लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. इसके बाद लालू प्रसाद यादव 2004 और 2009 में सारण से जीत दर्ज की थी.

राजीव प्रताप रूडी
राजीव प्रताप रूडी (ETV Bharat)

कौन हैं राजीव प्रताप रूडी : 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी में एक बार फिर से राजीव प्रताप रूडी को अपना उम्मीदवार बनाया है. राजीव प्रताप रूडी सारण से चार बार सांसद चुने गए हैं. 1996, 1999, 2014 और 2019 में छपरा से सांसद रह चुके रूडी की लड़ाई हर बार लालू के परिवार से ही रही. वैसे राजीव प्रताप रूडी को 2004 और 2009 में लालू प्रसाद यादव के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.

सारण में हारा लालू परिवार : 2014 में राजीव प्रताप रूडी ने राबड़ी देवी को चुनाव में हराकर जीत दर्ज की, वहीं 2019 के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी ने लालू प्रसाद के समधी चंद्रिका राय को हराकर जीत दर्ज की थी. पिछले दो चुनावों से राजीव प्रताप रूडी ही जीतते रहे हैं और इस बार जीत की हैट्रिक का दावा कर रहे हैं.

सारण का समीकरण : सारण लोकसभा में 6 विधानसभा क्षेत्र आता है. मढ़ौरा, गरखा, छपरा, अमनौर , परसा और सोनपुर. इन 6 सीट में 4 सीट मढ़ौरा, गरखा, परसा और सोनपुर पर राजद का कब्जा है. अमनौर और छपरा विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है. जातीय समीकरण की बात करें तो यादव 25%, राजपूत और ब्राह्मण 23%, वैश्य और अन्य पिछड़ी जाति 20%, मुस्लिम 13% एवं दलित मतदाता 12% हैं

लालू यादव, आरजेडी अध्यक्ष
लालू यादव, आरजेडी अध्यक्ष (ETV Bharat)

लालू ने पूरी ताकत झोंकी : 2024 लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं है. इस बार केवल सारण ऐसा सीट है जहां पर लालू प्रसाद यादव ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के लिए कैंप किया है. लालू प्रसाद लगातार छपरा में रहकर रोहिणी की जीत के लिए चुनावी सभा किया या जनसंपर्क अभियान चल रहे हैं. लगातार दो चुनावों में राजद की हार के बाद कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए लालू प्रसाद यादव तबीयत खराब होने के बाद भी मैदान में डटे हुए हैं. रोहिणी आचार्य के पक्ष में मतदाताओं को गोल बंद करने के लिए दो दर्जन से ज्यादा RJD विधायक वहां जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं.

अब मोदी की होगी इंट्री : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 मई को बिहार के तीन लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इसमें सबसे महत्वपूर्ण सारण सीट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित जरूर करेंगे लेकिन, उनके निशाने पर होंगे लालू प्रसाद यादव. प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर फिर से लालू प्रसाद का परिवार और और 90 के दशक का लालू प्रसाद का शासन काल होगा.

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री (ETV Bharat)

'परिवारवाद' और 'मुस्लिम आरक्षण' : बिहार के हर चुनावी सभा में प्रधानमंत्री मोदी परिवारवाद को मुद्दा बना रहे हैं. जब सारण से वह मतदाताओं को संबोधित करेंगे तो लालू यादव का परिवार निशाने पर होगा. वहीं मुस्लिम आरक्षण को लेकर, जिस तरीके से लालू प्रसाद ने बयान दिया था और बाद में अपने बयान से किनारा किया था, मोदी फिर से मुद्दा बनाएंगे. मोदी को मालूम है कि अपने विरोधियों को किस मुद्दे पर किस तरीके से घेरा जाए.

''रोहिणी आचार्य और उनके घर के लोगों को आम जनता 15 साल देकर देख चुकी है कि वे लोग क्या कर सकते हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसलिए हम लोग चुनते हैं कि वह विकास करने वाले व्यक्ति हैं.''- स्थानीय

सारण लोकसभा का परिणाम
सारण लोकसभा का परिणाम (ETV Bharat)

हैट्रिक लगाने का दावा : 2014 और 2019 के मोदी लहर में राजीव रूडी लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं. 2024 के चुनाव में भाजपा फिर से मोदी की गारंटी की बात कह रही है. हर जगह प्रत्याशी से लेकर वोटर तक मोदी के नाम पर ही वोट मांग रहे हैं और दे रहे हैं. सारण में भी राजीव रूडी को मोदी के नाम और मोदी के काम पर ही भरोसा है.

''मोदी जी विकास पुरुष हैं और इसलिए हम सब उनका हर संभव तरीके से जीतने का प्रयास करेंगे. वह एक बार फिर सत्ता में आएं ताकि देश का विकास हो. रोहिणी आचार्य भी अपने जगह पर हैं, लेकिन अभी देश की डिमांड मोदी हैं.''- स्थानीय

'रूडी मजबूरी मोदी जरूरी' : वहीं स्थानीय जनता की प्रतिक्रियाएं भी आईं हैं. लोगों का कहना है कि व्यक्तिगत तौर पर राजीव प्रताप रूडी को लोग पसंद नहीं करते हैं लेकिन फिर भी मोदी की वजह से ही वो जीतेंगे. जब उनसे कारण पूछा गया तो सभी ने यही कहा कि मोदी हैं तो मुमकिन हैं. एक स्थानीय मतदाता ने कहा कि नरेंद्र मोदी को चुनने की वजह लालू का परिवार है. उनके 15 साल को हम लोगों ने देखा है कि किस तरह से बिहार को चलाया है.

''यहां पर राजीव प्रताप रूडी की व्यक्तिगत स्थिति बहुत अच्छी नहीं है लेकिन चुनाव वही जीतेंगे, हम सभी सहयोगी एनडीए के साथ पूरी तरह से खड़े हैं. मोदी के पक्ष में छपरा वोट करेगा. क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है''- स्थानीय

क्या मानते हैं विश्लेषक : राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का कहना है कि सारण लोकसभा क्षेत्र की लड़ाई और मोदी वर्सेस लालू की होने वाली है. रोहिणी आचार्य की यदि जीत होती है तो लालू प्रसाद यह जताने का प्रयास करेंगे कि उन्हें भाजपा को सारण में रोक दिया है. वहीं यदि राजीव रूडी की जीत होती है तो यह मैसेज दिया जाएगा कि अब छपरा में लालू परिवार को भाजपा ही रोक सकती है.

''13 मई को प्रधानमंत्री मोदी जब छपरा में जनसभा को संबोधित करेंगे तो उनके निशाने पर एक बार फिर से परिवारवाद होगा. क्योंकि मोदी बता चुके हैं कि उनके लिए पूरा देश उनका परिवार है. वहां वह मतदाताओं से परिवार और राष्ट्र में किसी एक को चुनने की बात करेंगे. मतदाता भी कहते हैं कि प्रत्याशी से ज्यादा भरोसा उनको मोदी में है. अब देखना होगा कि सारण में मोदी जी का भरोसा जीता है या लालू जी का परिवार. मोदी की एंट्री के बाद सारण में प्रत्याशी पीछे चले गए हैं. अब लालू वर्सेस मोदी की लड़ाई ज्यादा दिख रही है''- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक

सारण का रण कौन जीतेगा? : डॉ संजय कुमार का मानना है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में जिस तरीके से सारण सीट से राजद की हार हुई है इससे साफ लग रहा है कि वहां पर पार्टी कमजोर हुई है. लालू यादव जिस सोशल इंजीनियरिंग के जरिए चुनाव परिणाम को अपने पक्ष में ले जाते थे अब जनता इससे कुछ अलग सोचने लगी है. जिस तरीके से वहां का परिणाम राजीव रूडी के पक्ष में आ रहा है तो जनता विकास पर भरोसा कर रही है. अब 2024 के चुनाव परिणाम में देखना होगा की जनता किसके पक्ष में अपना मन बनती है.

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सारण का रण (ETV Bharat)

सारण/पटना : सारण लोकसभा क्षेत्र का चुनाव इस बार सबसे दिलचस्प होता दिख रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव में सारण सीट से लालू प्रसाद यादव ने अपनी दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य को उम्मीदवार बनाया है. वहीं भाजपा ने अपने वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी पर एक बार फिर से विश्वास जताया है. इस बार सारण में सीधा मुकाबला भाजपा के राजीव प्रताप रूडी और रोहिणी आचार्य के बीच होता दिख रहा है.

लालू को इस बार बेटी पर भरोसा : लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य हैं. वैसे रोहिणी आचार्य सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं. बिहार और देश की राजनीति पर वह सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विचार रखती रही हैं. लेकिन लालू प्रसाद यादव की तबीयत खराब हुई. डॉक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट की बात कही. उस समय रोहिणी आचार्य ने अपनी किडनी देकर लालू प्रसाद की जान बचाई थी.

रोहिणी आचार्य, लालू यादव की बेटी
रोहिणी आचार्य, लालू यादव की बेटी (ETV Bharat)

कौन हैं रोहिणी आचार्य : सिंगापुर में लालू यादव का सफल ऑपरेशन हुआ और रोहिणी आचार्य ने किडनी देकर बेटी होने का फर्ज निभाया. इसके बाद पूरे देश में रोहिणी आचार्य को लेकर एक सकारात्मक बात होने लगीं. रोहिणी आचार्य की राजनीति में एंट्री की चर्चा उस दिन शुरू हुई जब पटना के गांधी मैदान में जन विश्वास महारैली के मंच पर वह पहली बार देखी गईं थी. उसी दिन से यह चर्चा होने लगी थी कि रोहिणी आचार्य अब सक्रिय राजनीति में आएंगी. चुनाव की घोषणा होते ही राजद ने उन्हें सारण से अपना प्रत्याशी घोषित किया.

सारण लालू की परंपरागत सीट : सारण लोकसभा क्षेत्र के बारे में कहा जाता है कि यह लालू प्रसाद यादव की परंपरागत सीट है. 1977 में लालू प्रसाद यादव पहली बार सारण से ही लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. इसके बाद लालू प्रसाद यादव 2004 और 2009 में सारण से जीत दर्ज की थी.

राजीव प्रताप रूडी
राजीव प्रताप रूडी (ETV Bharat)

कौन हैं राजीव प्रताप रूडी : 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी में एक बार फिर से राजीव प्रताप रूडी को अपना उम्मीदवार बनाया है. राजीव प्रताप रूडी सारण से चार बार सांसद चुने गए हैं. 1996, 1999, 2014 और 2019 में छपरा से सांसद रह चुके रूडी की लड़ाई हर बार लालू के परिवार से ही रही. वैसे राजीव प्रताप रूडी को 2004 और 2009 में लालू प्रसाद यादव के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.

सारण में हारा लालू परिवार : 2014 में राजीव प्रताप रूडी ने राबड़ी देवी को चुनाव में हराकर जीत दर्ज की, वहीं 2019 के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी ने लालू प्रसाद के समधी चंद्रिका राय को हराकर जीत दर्ज की थी. पिछले दो चुनावों से राजीव प्रताप रूडी ही जीतते रहे हैं और इस बार जीत की हैट्रिक का दावा कर रहे हैं.

सारण का समीकरण : सारण लोकसभा में 6 विधानसभा क्षेत्र आता है. मढ़ौरा, गरखा, छपरा, अमनौर , परसा और सोनपुर. इन 6 सीट में 4 सीट मढ़ौरा, गरखा, परसा और सोनपुर पर राजद का कब्जा है. अमनौर और छपरा विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है. जातीय समीकरण की बात करें तो यादव 25%, राजपूत और ब्राह्मण 23%, वैश्य और अन्य पिछड़ी जाति 20%, मुस्लिम 13% एवं दलित मतदाता 12% हैं

लालू यादव, आरजेडी अध्यक्ष
लालू यादव, आरजेडी अध्यक्ष (ETV Bharat)

लालू ने पूरी ताकत झोंकी : 2024 लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं है. इस बार केवल सारण ऐसा सीट है जहां पर लालू प्रसाद यादव ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के लिए कैंप किया है. लालू प्रसाद लगातार छपरा में रहकर रोहिणी की जीत के लिए चुनावी सभा किया या जनसंपर्क अभियान चल रहे हैं. लगातार दो चुनावों में राजद की हार के बाद कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए लालू प्रसाद यादव तबीयत खराब होने के बाद भी मैदान में डटे हुए हैं. रोहिणी आचार्य के पक्ष में मतदाताओं को गोल बंद करने के लिए दो दर्जन से ज्यादा RJD विधायक वहां जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं.

अब मोदी की होगी इंट्री : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 मई को बिहार के तीन लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इसमें सबसे महत्वपूर्ण सारण सीट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित जरूर करेंगे लेकिन, उनके निशाने पर होंगे लालू प्रसाद यादव. प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर फिर से लालू प्रसाद का परिवार और और 90 के दशक का लालू प्रसाद का शासन काल होगा.

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री (ETV Bharat)

'परिवारवाद' और 'मुस्लिम आरक्षण' : बिहार के हर चुनावी सभा में प्रधानमंत्री मोदी परिवारवाद को मुद्दा बना रहे हैं. जब सारण से वह मतदाताओं को संबोधित करेंगे तो लालू यादव का परिवार निशाने पर होगा. वहीं मुस्लिम आरक्षण को लेकर, जिस तरीके से लालू प्रसाद ने बयान दिया था और बाद में अपने बयान से किनारा किया था, मोदी फिर से मुद्दा बनाएंगे. मोदी को मालूम है कि अपने विरोधियों को किस मुद्दे पर किस तरीके से घेरा जाए.

''रोहिणी आचार्य और उनके घर के लोगों को आम जनता 15 साल देकर देख चुकी है कि वे लोग क्या कर सकते हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसलिए हम लोग चुनते हैं कि वह विकास करने वाले व्यक्ति हैं.''- स्थानीय

सारण लोकसभा का परिणाम
सारण लोकसभा का परिणाम (ETV Bharat)

हैट्रिक लगाने का दावा : 2014 और 2019 के मोदी लहर में राजीव रूडी लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं. 2024 के चुनाव में भाजपा फिर से मोदी की गारंटी की बात कह रही है. हर जगह प्रत्याशी से लेकर वोटर तक मोदी के नाम पर ही वोट मांग रहे हैं और दे रहे हैं. सारण में भी राजीव रूडी को मोदी के नाम और मोदी के काम पर ही भरोसा है.

''मोदी जी विकास पुरुष हैं और इसलिए हम सब उनका हर संभव तरीके से जीतने का प्रयास करेंगे. वह एक बार फिर सत्ता में आएं ताकि देश का विकास हो. रोहिणी आचार्य भी अपने जगह पर हैं, लेकिन अभी देश की डिमांड मोदी हैं.''- स्थानीय

'रूडी मजबूरी मोदी जरूरी' : वहीं स्थानीय जनता की प्रतिक्रियाएं भी आईं हैं. लोगों का कहना है कि व्यक्तिगत तौर पर राजीव प्रताप रूडी को लोग पसंद नहीं करते हैं लेकिन फिर भी मोदी की वजह से ही वो जीतेंगे. जब उनसे कारण पूछा गया तो सभी ने यही कहा कि मोदी हैं तो मुमकिन हैं. एक स्थानीय मतदाता ने कहा कि नरेंद्र मोदी को चुनने की वजह लालू का परिवार है. उनके 15 साल को हम लोगों ने देखा है कि किस तरह से बिहार को चलाया है.

''यहां पर राजीव प्रताप रूडी की व्यक्तिगत स्थिति बहुत अच्छी नहीं है लेकिन चुनाव वही जीतेंगे, हम सभी सहयोगी एनडीए के साथ पूरी तरह से खड़े हैं. मोदी के पक्ष में छपरा वोट करेगा. क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है''- स्थानीय

क्या मानते हैं विश्लेषक : राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का कहना है कि सारण लोकसभा क्षेत्र की लड़ाई और मोदी वर्सेस लालू की होने वाली है. रोहिणी आचार्य की यदि जीत होती है तो लालू प्रसाद यह जताने का प्रयास करेंगे कि उन्हें भाजपा को सारण में रोक दिया है. वहीं यदि राजीव रूडी की जीत होती है तो यह मैसेज दिया जाएगा कि अब छपरा में लालू परिवार को भाजपा ही रोक सकती है.

''13 मई को प्रधानमंत्री मोदी जब छपरा में जनसभा को संबोधित करेंगे तो उनके निशाने पर एक बार फिर से परिवारवाद होगा. क्योंकि मोदी बता चुके हैं कि उनके लिए पूरा देश उनका परिवार है. वहां वह मतदाताओं से परिवार और राष्ट्र में किसी एक को चुनने की बात करेंगे. मतदाता भी कहते हैं कि प्रत्याशी से ज्यादा भरोसा उनको मोदी में है. अब देखना होगा कि सारण में मोदी जी का भरोसा जीता है या लालू जी का परिवार. मोदी की एंट्री के बाद सारण में प्रत्याशी पीछे चले गए हैं. अब लालू वर्सेस मोदी की लड़ाई ज्यादा दिख रही है''- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक

सारण का रण कौन जीतेगा? : डॉ संजय कुमार का मानना है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में जिस तरीके से सारण सीट से राजद की हार हुई है इससे साफ लग रहा है कि वहां पर पार्टी कमजोर हुई है. लालू यादव जिस सोशल इंजीनियरिंग के जरिए चुनाव परिणाम को अपने पक्ष में ले जाते थे अब जनता इससे कुछ अलग सोचने लगी है. जिस तरीके से वहां का परिणाम राजीव रूडी के पक्ष में आ रहा है तो जनता विकास पर भरोसा कर रही है. अब 2024 के चुनाव परिणाम में देखना होगा की जनता किसके पक्ष में अपना मन बनती है.

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Last Updated : May 11, 2024, 9:09 PM IST
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