ETV Bharat / bharat

ओडिशा: सुरक्षा बलों के मुठभेड़ में टॉप माओवादी नेता ढेर, जवान घायल - कंधमाल मुठभेड़ माओवादी दासरू ढेर

Top Maoist Leader Gunned Down: ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षा बलों के एक मुठभेड़ में टॉप माओवादी नेता दासरू मारा गया. उसके ऊपर 5 लाख रुपये का इनाम था.

Top Maoist Leader Gunned Down In Kandhamal  Odisha
ओडिशा: सुरक्षा बलों के मुठभेड़ में टॉप माओवादी नेता ढेर, जवान घायल
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 4, 2024, 1:54 PM IST

कंधमाल: ओडिशा के कंधमाल जिले के बालीगुडा अंतर्गत काकेरपुआ इलाके में उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी में दसरू नाम का एक टॉप माओवादी नेता दासरू मारा गया. दासरू केकेबीएन डिवीजन के डीसीएम सदस्य था. मुठभेड़ में जिला स्वैच्छिक बल (DVF) का एक जवान भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया. डीवीएफ जवान की पहचान जितेंद्र नाहक के रूप में हुई.

जानकारी के अनुसार 3 फरवरी की शाम को काकेरपुआ वन क्षेत्र में कुछ नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली. सुरक्षाकर्मियों को देखते ही जंगल में मौजूद माओवादियों के एक समूह ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई से जिससे भीषण गोलीबारी हुई. बाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान शीर्ष माओवादी नेता दसरू का शव मिला.

एक राइफल और कुछ माओवादियों से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दसरू छत्तीसगढ़ का रहने वाला था. उस पर 5 लाख का इनाम था. वह कई नागरिक हत्याओं, सुरक्षा बलों पर हमले और आगजनी की घटनाओं में शामिल था. वह कंधमाल और बौध जिलों में 20 से अधिक मामलों में वांछित था.

माओवादी डेविड के बाद दसरू ने केकेबीएन के जिला कमांडर का पद संभाला. वह छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ-साथ आंध्र और तेलंगाना की मोस्ट वांटेड सूची में था. केकेबीएन माओवादी संगठन (कोरापुट, कंधमाल, बौध, नयागढ़) डिवीजन धीरे-धीरे कमजोर हो रहा था. 2017 में केकेबीएन माओवादी संगठन के प्रमुख जम्पाना और उनकी पत्नी ने आत्मसमर्पण कर दिया. बाद में इस संगठन का प्रमुख डेविड था जो 2018 में माओ ऑपरेशन में मारा गया. दसरू ने केकेबीएन के जिला कमांड सदस्य के रूप में कार्यभार संभाला. वह कंधमाल क्षेत्र में काफी सक्रिय था.

ये भी पढ़ें- ओडिशा में इनामी महिला माओवादी ने आत्मसमर्पण किया

कंधमाल: ओडिशा के कंधमाल जिले के बालीगुडा अंतर्गत काकेरपुआ इलाके में उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी में दसरू नाम का एक टॉप माओवादी नेता दासरू मारा गया. दासरू केकेबीएन डिवीजन के डीसीएम सदस्य था. मुठभेड़ में जिला स्वैच्छिक बल (DVF) का एक जवान भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया. डीवीएफ जवान की पहचान जितेंद्र नाहक के रूप में हुई.

जानकारी के अनुसार 3 फरवरी की शाम को काकेरपुआ वन क्षेत्र में कुछ नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली. सुरक्षाकर्मियों को देखते ही जंगल में मौजूद माओवादियों के एक समूह ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई से जिससे भीषण गोलीबारी हुई. बाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान शीर्ष माओवादी नेता दसरू का शव मिला.

एक राइफल और कुछ माओवादियों से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दसरू छत्तीसगढ़ का रहने वाला था. उस पर 5 लाख का इनाम था. वह कई नागरिक हत्याओं, सुरक्षा बलों पर हमले और आगजनी की घटनाओं में शामिल था. वह कंधमाल और बौध जिलों में 20 से अधिक मामलों में वांछित था.

माओवादी डेविड के बाद दसरू ने केकेबीएन के जिला कमांडर का पद संभाला. वह छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ-साथ आंध्र और तेलंगाना की मोस्ट वांटेड सूची में था. केकेबीएन माओवादी संगठन (कोरापुट, कंधमाल, बौध, नयागढ़) डिवीजन धीरे-धीरे कमजोर हो रहा था. 2017 में केकेबीएन माओवादी संगठन के प्रमुख जम्पाना और उनकी पत्नी ने आत्मसमर्पण कर दिया. बाद में इस संगठन का प्रमुख डेविड था जो 2018 में माओ ऑपरेशन में मारा गया. दसरू ने केकेबीएन के जिला कमांड सदस्य के रूप में कार्यभार संभाला. वह कंधमाल क्षेत्र में काफी सक्रिय था.

ये भी पढ़ें- ओडिशा में इनामी महिला माओवादी ने आत्मसमर्पण किया
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.