राजकोट : राजकोट के नाना मावा में टीआरपी गेम जोन में शनिवार को भीषण आग लग गई. समाचार एजेंसी आईएनएस के मुताबिक इस हादसे में अबतक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, मरने वालों को संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. अन्य कई घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं कई लोग लापता बताये जा रहे हैं. फिर आग लगने की घटना से पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इससे साफ पता चलता है कि आग कैसे लगी और कैसे फैल गई.
टीआरपी गेम जोन का सीसीटीवी फुटेज आग लगने से कुछ सेकंड पहले का है. फुटेज में, नीचे फर्श पर वेल्डिंग चल रही है, और कुछ प्लाईवुड के टूकड़े फर्श पर पड़े हैं. वेल्डिंग प्रक्रिया के दौरान उनसे चिंगारी निकलने लगती है. इससे पहले कि धुआं आग की लपटों में बदल जाए कुछ लोग आग बुझाने की कोशिश करते हैं, लेकिन आग फैलती जाती है और पूरा गेम जोन आग की चपेट में आ जाता है. जो लोग समय रहते बाहर निकल गए वे बच गए लेकिन जिन्हें भागने का मौका नहीं मिला उनकी दर्दनाक मौत हो गई. इस अग्निकांड में 28 लोगों की जान चली गई है.
लापता और मृतकों में से जिन लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है या उनकी पहचान नहीं हो पाई है, उनके रिश्तेदार त्रासदी स्थल पर उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि बचावकर्मियों का खोज अभियान लगातार जारी है. इस बीच, राजकोट सिविल अस्पताल में भी कई शव पड़े हुए हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है.
राजकोट निवासी दिलीपभाई मोडासिया ने कहा कि बचाव कर्मी लगातार जले हुए शवों को बाहर ला रहे थे, लेकिन मेरे रिश्तेदारों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी. पांच लापता रिश्तेदारों में खुशाली दुसारा, विवेकभाई दुसारा, ईशा मोडासिया, स्माइली और हिमांशु परमार हैं.
शहर की एक अन्य निवासी देवीकाबा जाडेजा ने कहा कि उनके पिता वीरेंद्रसिंह जाडेजा लापता हैं. आग लगने पर वीरेंद्रसिंह जडेजा अपने बेटे और तीन अन्य रिश्तेदारों को बचाने के लिए गेम जोन की ऊपरी मंजिल पर पहुंचे, लेकिन उसके बाद से वह लापता हैं. देवीकाबा ने कहा कि अधिकारी फिलहाल उन्हें 'लापता' बता रहे हैं और हम उनकी पहचान की पुष्टि के लिए डीएनए परीक्षण के नतीजों का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं.
अधिकारियों ने गेमिंग जोन में एक मरम्मत स्थल से अत्यधिक ज्वलनशील यौगिक एथिल एसीटेट के पांच ड्रम बरामद किए हैं. इसके अलावा मनोरंजन पार्क प्रशासकों के कार्यालय से भी शराब जब्त की गई. घटनास्थल पर एनडीआरएफ की एक टीम तैनात है.
इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इससे पहले रविवार को मौके पर जाकर आकलन किया. मुख्यमंत्री ने घायलों का हालचाल लेने के लिए राजकोट एम्स और अन्य अस्पतालों का भी दौरा किया और घायलों और उनके परिवारों से बातचीत की. उन्होंने अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से भी मुलाकात की, संवेदना व्यक्त की और उन्हें पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. इस बीच, राजकोट मर्चेंट्स एसोसिएशन ने घोषणा की है कि शहर के सभी बाजार 27 मई को दोपहर 1 बजे तक बंद रहेंगे.