ETV Bharat / bharat

व्हाइट हाउस पर हमला करने वाले भारतीय मूल के युवक को 8 साल की जेल, नाजी विचारधारा से था प्रेरित - WHITE HOUSE ATTACK ATTEMPT

तेलुगु मूल के कंडुला साईं वर्षित को व्हाइट हाउस पर हमला करने के प्रयास के लिए 8 साल जेल की सजा सुनायी गयी है.

Kandula Sai Varshith
कंडुला साईं वर्षित. (फाइल फोटो) (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 17, 2025, 1:31 PM IST

हैदराबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास स्थान व्हाइट हाउस पर हमला करने के प्रयास मामले में भारतीय मूल के 19 वर्षीय कंडुला साईं वर्षित को आठ साल की सजा सुनाई गई है. साईं, का परिवार भारत के तेलंगाना राज्य के हैं. 2023 की इस घटना ने काफी हलचल मचाई थी. फैसला सुनाते हुए जज डेबनी फ्रेडरिक ने कहा कि साईं वर्षित का उद्देश्य नाजी विचारधारा के साथ लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकना था.

जज फ्रेडरिक ने फैसला सुनाते हुए कहा "उसने स्वीकार किया कि उसने जरूरत पड़ने पर राष्ट्रपति को मारने का फैसला किया था." अदालत ने यह भी संज्ञान में लिया कि इस घटना से नेशनल पार्क सर्विस को 4 हजार 3 सौ 22 डॉलर (लगभग 3.74 लाख रुपये) का नुकसान हुआ. जिसमें क्षतिग्रस्त संरचनाओं को हटाने और पुनर्निर्माण का खर्च भी शामिल है.

क्या है घटनाः अदालती दस्तावेजों के अनुसार, साईं वर्षित ने 22 मई 2023 की शाम को सेंट लुइस, मिसौरी से वाशिंगटन डीसी पहुंचा. एक ट्रक किराए पर लेने के बाद, लगभग 9:35 बजे व्हाइट हाउस पहुंचा. इसके बाद उसने व्हाइट हाउस के उत्तरी हिस्से में स्थापित ट्रैफ़िक बैरियर में ट्रक से टक्कर मार दी. वाहन को पीछे की ओर मोड़ा और फिर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दौरान पैदल चलने वालों में दहशत फैल गई.

छह माह से कर रहा था साजिशः व्हाट हाउस के पास टक्कर मारने के बाद साईं वर्षित नाजी झंडा थामे ट्रक से बाहर निकला और नारा लगाने लगा. वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया. बाद में अधिकारियों ने खुलासा किया कि यह हमला राष्ट्रपति जो बाइडेन की हत्या का एक पूर्व नियोजित प्रयास था. साईं वर्षित छह महीने से इसकी साजिश कर रहा था. सीक्रेट सर्विस एजेंटों के अनुसार, पूछताछ के दौरान उसने अपने इरादों को स्वीकार किया.

इसे भी पढ़ेंः ट्रंप के शपथ लेने के दौरान आधा झुका रहेगा अमेरिकी झंडा, व्हाइट हाउस अपने फैसले पर अड़ा, जानें वजह

हैदराबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास स्थान व्हाइट हाउस पर हमला करने के प्रयास मामले में भारतीय मूल के 19 वर्षीय कंडुला साईं वर्षित को आठ साल की सजा सुनाई गई है. साईं, का परिवार भारत के तेलंगाना राज्य के हैं. 2023 की इस घटना ने काफी हलचल मचाई थी. फैसला सुनाते हुए जज डेबनी फ्रेडरिक ने कहा कि साईं वर्षित का उद्देश्य नाजी विचारधारा के साथ लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकना था.

जज फ्रेडरिक ने फैसला सुनाते हुए कहा "उसने स्वीकार किया कि उसने जरूरत पड़ने पर राष्ट्रपति को मारने का फैसला किया था." अदालत ने यह भी संज्ञान में लिया कि इस घटना से नेशनल पार्क सर्विस को 4 हजार 3 सौ 22 डॉलर (लगभग 3.74 लाख रुपये) का नुकसान हुआ. जिसमें क्षतिग्रस्त संरचनाओं को हटाने और पुनर्निर्माण का खर्च भी शामिल है.

क्या है घटनाः अदालती दस्तावेजों के अनुसार, साईं वर्षित ने 22 मई 2023 की शाम को सेंट लुइस, मिसौरी से वाशिंगटन डीसी पहुंचा. एक ट्रक किराए पर लेने के बाद, लगभग 9:35 बजे व्हाइट हाउस पहुंचा. इसके बाद उसने व्हाइट हाउस के उत्तरी हिस्से में स्थापित ट्रैफ़िक बैरियर में ट्रक से टक्कर मार दी. वाहन को पीछे की ओर मोड़ा और फिर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दौरान पैदल चलने वालों में दहशत फैल गई.

छह माह से कर रहा था साजिशः व्हाट हाउस के पास टक्कर मारने के बाद साईं वर्षित नाजी झंडा थामे ट्रक से बाहर निकला और नारा लगाने लगा. वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया. बाद में अधिकारियों ने खुलासा किया कि यह हमला राष्ट्रपति जो बाइडेन की हत्या का एक पूर्व नियोजित प्रयास था. साईं वर्षित छह महीने से इसकी साजिश कर रहा था. सीक्रेट सर्विस एजेंटों के अनुसार, पूछताछ के दौरान उसने अपने इरादों को स्वीकार किया.

इसे भी पढ़ेंः ट्रंप के शपथ लेने के दौरान आधा झुका रहेगा अमेरिकी झंडा, व्हाइट हाउस अपने फैसले पर अड़ा, जानें वजह

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.