नलगोंडा: आवश्यकता आविष्कार की जननी है. यह कवाहत एक बाइक मैकेनिक ने चरितार्थ कर दिखाया. एक साधारण बाइक मैकेनिक ने हालात को देखते हुए एक परंपरागत बाइक को सौर उर्जा से चालने वाली ई-बाइक में तब्दील कर दिया. उसके इस साहसिक कदम की आस पास के लोग काफी तारीफ कर रहे हैं.
तेलंगाना के नलगोंडा के रहने वाले एक बाइक मैकेनिक मोहम्मद शरीफ एक बाइक को सौर ऊर्जा से चलने वाली बाइक में बदलकर नवाचार के प्रतीक के रूप में उभरे हैं. शरीफ का आविष्कार बाइक के ईंधन पर होने वाले खर्च में भारी कटौती करता है. बाइक की इस खासियत के चलते नलगोंडा की सड़कों पर यह धूम मचा रहा है.
मोहम्मद शरीफ को एक बार अपने दोपहिया वाहन के इंजन को मरम्मत करने की आवश्यकता पड़ी. इस दौरान मरम्मत खर्च और फिर बाद में ईंधन की कीमत को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कुछ अनोखा करने की ठान ली. उन्होंने इस खर्च से छुटकारा पाने की सोची. फिर शरीफ ने एक्सपेरिमेंट करना शुरू किया और काफी प्रयास के बाद एक अनोखी बाइक तैयार की.
उन्होंने पारंपरिक बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील कर दिया. मोहम्मद शरीफ ने पारंपरिक बाइक को इस तरह से डिजाइन किया कि यह सौर उर्जा से चलने लगी. बाइक में 12-वोल्ट की चार बैटरी लगा दिया. साथ ही इसे सोलर पैनल से चार्ज करने की सुविधा भी प्रदान की. मोहम्मद शरीफ की मेंहनत रंग लायी और बाइक को पेट्रोल के अलावा वैकल्पिक उर्जा के साधनों पर चलने के लिए रास्ता प्रदान किया.
सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके इस बाइक को 40 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है. इसके लिए इसे सुबह से शाम तक चार्ज करने की जरूरत पड़ती है. शरीफ की भावना प्रयोग से कहीं आगे तक है. वह एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहां कम लागत वाली लिथियम बैटरियों की मदद से इन वाहनों को चलाया जा सके. इससे एक बाइक को 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तक चलाया सके. शरीफ का यह प्रयोग में पर्यावरण के साथ-साथ आर्थिक दृष्टिकोण से भी लाभदायक है. बैटरी के लिए 30 हजार रुपये और सोलर पैनल के लिए 10 हजार रुपये के मामूली निवेश की जरूरत पड़ती है.