चेन्नई : एक तमिल टेलीविजन चैनल के पत्रकार पर अज्ञात व्यक्तियों ने उनके गृह नगर में हमला कर दिया. इसके बाद मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने गुरुवार को अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया. पत्रकार नेसा प्रभु पर 24 जनवरी की रात को तिरुपुर जिले के पल्लदम में उनके घर के पास हमला हुआ, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं. पत्रकार को इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
स्टालिन ने इस घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए हमले की निंदा की और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई का वादा किया. विपक्ष के नेता और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के प्रमुख ई के. पलानीस्वामी ने हमले पर दुख व्यक्त करते हुए ढिलाई के लिए पुलिस की आलोचना की। उन्होंने बताया कि पत्रकार प्रभु ने हमले से चार घंटे पहले पुलिस से संपर्क किया था. उन्होंने दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की.
पलानीस्वामी ने कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए सरकार को दोषी ठहराया और मुख्यमंत्री स्टालिन को गुड़िया मुख्यमंत्री कहकर संबोधित करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए. तमिलनाडु और पुडुचेरी के पत्रकारों ने भी प्रभु पर हमले की निंदा की और कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि गैरकानूनी गतिविधियों का खुलासा करने वाले पत्रकार ने अपनी जान को खतरा होने के बारे में पुलिस में याचिका दायर की थी और इसे लेकर उचित कार्रवाई नहीं की गई. पत्रकार की मदद और सुरक्षा की मांग को लेकर पुलिसकर्मियों से बातचीत की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की गई थी.
सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को उस क्षेत्र के पुलिस निरीक्षक को अनिवार्य प्रतीक्षा पर रखने का निर्देश दिया है. स्टालिन ने पत्रकार कल्याण बोर्ड से नेसा प्रभु को तीन लाख रुपये जारी करने का भी निर्देश दिया, जिनका अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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