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महाराष्ट्र के नासिक में स्वाइन फ्लू से एक और व्यक्ति की मौत, कुल 10 की मौत - Swine Flu in Nashik

Swine Flu in Maharashtra's Nashik: महाराष्ट्र के नासिक में एक 58 वर्षीय व्यक्ति की एक निजी अस्पताल में स्वाइन फ्लू से मौत हो गई, जिससे स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या 10 हो गई. प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि सतर्क रहें और सावधानी बरतें.

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प्रतीकात्मक तस्वीर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 26, 2024, 9:46 PM IST

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्वाइन फ्लू के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. जून माह में नासिक से स्वाइन फ्लू के पांच और ग्रामीण क्षेत्रों में एक नया मामला सामने आया है. इसके साथ ही शहर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 35 तक पहुंच गई है. नासिक शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले ग्रामीण रोगियों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है. अब तक स्वाइन फ्लू से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इस कारण नागरिकों में भय का माहौल है. स्वास्थ्य प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है.

स्वाइन फ्लू के 23 मामले: नासिक जिले में स्वाइन फ्लू से अब तक दस लोगों की मौत होने से भय व्याप्त है. विशेष रूप से देखा जा रहा है कि वर्तमान में बदलते मौसम ने इस बीमारी को बढ़ावा दिया है. जनवरी से अप्रैल तक के चार महीनों में शहर में स्वाइन फ्लू के 23 मामले सामने आए. अप्रैल महीने में जेलरोड के 59 वर्षीय डॉक्टर की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. इसके बाद सिन्नर के दातली की 63 वर्षीय महिला, मालेगांव के 65 वर्षीय मरीज, 29 वर्षीय मरीज, निफाड़ की 68 वर्षीय महिला मरीज, अहमदनगर जिले के कोपरगांव की 65 वर्षीय महिला को नासिक में भर्ती कराया गया, उनकी भी स्वाइन फ्लू से मौत हो गई.

इसी तरह शहर के जेल रोड इलाके में 58 वर्षीय सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. डिंडोरी में 42 वर्षीय महिला, चांदवड़ तालुका के तिसगांव के 50 वर्षीय मरीज की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. चार दिन पहले निफाड़ तालुका के शिरवाडे के 58 वर्षीय मरीज को इलाज के लिए नासिक शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पता चला है कि 20 जून को उनकी भी स्वाइन फ्लू से मौत हो गई.

स्वाइन फ्लू फैलने की वजह: स्वाइन फ्लू का वायरस छींकने, खांसने और संक्रमित हवा से फैलता है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति के नाक और मुंह को छूने से भी फैलता है. इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. नासिक नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तानाजी चव्हाण ने लोगों को जागरूक किया.

स्वाइन फ्लू के लक्षण: स्वाइन फ्लू, डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण काफी हद तक मिलते-जुलते हैं. इन लक्षणों में बुखार, सर्दी, जुकाम, गले में खराश, बदन दर्द, खांसी, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, जी मिचलाना शामिल हैं. इसलिए स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए बार-बार साबुन और साफ पानी से हाथ धोएं, पौष्टिक आहार लें, अपने खाने में आंवला, संतरा, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें. नासिक नगर निगम के चिकित्सा विभाग ने अपील की है कि मरीज पर्याप्त नींद लें और मास्क का भी उपयोग करें.

पढ़ें: महाराष्ट्र के नासिक में स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्वाइन फ्लू के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. जून माह में नासिक से स्वाइन फ्लू के पांच और ग्रामीण क्षेत्रों में एक नया मामला सामने आया है. इसके साथ ही शहर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 35 तक पहुंच गई है. नासिक शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले ग्रामीण रोगियों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है. अब तक स्वाइन फ्लू से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इस कारण नागरिकों में भय का माहौल है. स्वास्थ्य प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है.

स्वाइन फ्लू के 23 मामले: नासिक जिले में स्वाइन फ्लू से अब तक दस लोगों की मौत होने से भय व्याप्त है. विशेष रूप से देखा जा रहा है कि वर्तमान में बदलते मौसम ने इस बीमारी को बढ़ावा दिया है. जनवरी से अप्रैल तक के चार महीनों में शहर में स्वाइन फ्लू के 23 मामले सामने आए. अप्रैल महीने में जेलरोड के 59 वर्षीय डॉक्टर की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. इसके बाद सिन्नर के दातली की 63 वर्षीय महिला, मालेगांव के 65 वर्षीय मरीज, 29 वर्षीय मरीज, निफाड़ की 68 वर्षीय महिला मरीज, अहमदनगर जिले के कोपरगांव की 65 वर्षीय महिला को नासिक में भर्ती कराया गया, उनकी भी स्वाइन फ्लू से मौत हो गई.

इसी तरह शहर के जेल रोड इलाके में 58 वर्षीय सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. डिंडोरी में 42 वर्षीय महिला, चांदवड़ तालुका के तिसगांव के 50 वर्षीय मरीज की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. चार दिन पहले निफाड़ तालुका के शिरवाडे के 58 वर्षीय मरीज को इलाज के लिए नासिक शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पता चला है कि 20 जून को उनकी भी स्वाइन फ्लू से मौत हो गई.

स्वाइन फ्लू फैलने की वजह: स्वाइन फ्लू का वायरस छींकने, खांसने और संक्रमित हवा से फैलता है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति के नाक और मुंह को छूने से भी फैलता है. इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. नासिक नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तानाजी चव्हाण ने लोगों को जागरूक किया.

स्वाइन फ्लू के लक्षण: स्वाइन फ्लू, डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण काफी हद तक मिलते-जुलते हैं. इन लक्षणों में बुखार, सर्दी, जुकाम, गले में खराश, बदन दर्द, खांसी, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, जी मिचलाना शामिल हैं. इसलिए स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए बार-बार साबुन और साफ पानी से हाथ धोएं, पौष्टिक आहार लें, अपने खाने में आंवला, संतरा, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें. नासिक नगर निगम के चिकित्सा विभाग ने अपील की है कि मरीज पर्याप्त नींद लें और मास्क का भी उपयोग करें.

पढ़ें: महाराष्ट्र के नासिक में स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत

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