सूरजपुर: बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की जांच अभी चल ही रही थी कि सूरजपुर में पत्रकार के परिवार की हत्या कर दी गई. जमीनी विवाद में न्यूज चैनल के पत्रकार के परिवार को दरिंदों ने मौत के घाट उतार दिया. पुलिस के मुताबिक आरोपियों और मृतकों के परिवार के बीच जमीनी विवाद चल रहा था. वारदात वाले दिन पीड़ित परिवार के लोग खेत में काम कर रहे थे. इसी दौरान दूसरा पक्ष धारदार हथियारों से लैस होकर मौके पर पहुंच गया.
पत्रकार के परिवार की हत्या: खेत पर ही दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरु हो गया. देखते ही देखते आरोपियों ने धारदार हथियार से पत्रकार के माता पिता और भाई पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले में तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए. गांव वालों ने हत्या की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी शवों का पंचनामा किया और उनको पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
हत्या के 23 आरोपी गिरफ्तार: ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने अबतक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों से हत्या की वारदात को लेकर पूछताछ की गई है. पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान किसी और का भी नाम सामने आएगा तो उससे भी पूछताछ की जाएगी. जरुरत पड़ने पर गिरफ्तारी भी होगी.
जमीनी विवाद में हुई है हत्या: पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि केरता गांव के डुबकापारा में रहने वाले माधे टोप्पो पर खेतिहर भूमि को लेकर केस दायर था. कोर्ट में केस की सुनवाई चली जिसमें कोर्ट ने माधे के पक्ष में फैसला सुनाया. कोर्ट का फैसला अपने पक्ष में आने के बाद माधे टोप्पो अपनी जमीन पर खेती किसानी कर रहा था. माधे पत्नी बसंती और बेटे नरेश के साथ जब खेत की जुताई कर रहा था तभी विरोधी पक्ष वहां मौके पर पहुंच गया.
कोर्ट के फैसले से नाराज था दूसरा पक्ष: कोर्ट के फैसले से नाराज दूसरे पक्ष ने खेत में चल रही जुताई को रोक दिया. माधे के परिवार ने इसका विरोध किया. घटना के वक्त खेत पर मौजूद दूसरे पक्ष के दो दर्जन लोगों ने कुल्हाड़ी और डंडों से हमला बोल दिया. हमले में माधे टोप्पो उसकी पत्नी बसंती और बेटे नरेश की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने हत्या के वक्त इस्तेमाल किए गए कुल्हाड़ी और डंडों को बरामद कर लिया है. पकड़े गए सभी 22 आरोपियों को न्यायकि हिरासत में भेज दिया है.
खड़गवां पुलिस चौकी के जगन्नाथपुर गांव में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. हमने अबतक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों के पास से डंडे, फावड़ा और कुल्हाड़ी जब्त कर लिया गया है. जांच के दौरान किसी और का भी नाम अगर सामने आता है तो उसकी भी धरपकड़ की जाएगी - संतोष महतो, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सूरजपुर
ट्रिपल मर्डर से गुस्से में ग्रामीण: तिहरे हत्याकांड के बाद से गांव के लोगों में गुस्सा है. दबी जुबान में गांव वालों का कहना है कि कोर्ट के फैसले के बाद अगर पुलिस सतर्क रहती तो घटना को टाला जा सकता था. गांव वालों का कहना है कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम पुलिस को करना चाहिए. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने कहा है कि डुबकापारा गांव में स्थिति सामान्य है.
बीजापुर में हुई थी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या: जनवरी के पहले हफ्ते में ही बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद हत्यारों ने शव को सेप्टिक टैंक में छुपा दिया था. मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम से अपने घर से लापता हुए थे. 3 जनवरी की शाम को मुकेश चंद्राकर का शव सेप्टिक टैंक से पुलिस ने बरामद किया. शव पर चोट के गहरे निशान मिले थे. हत्या के आरोपी में पुलिस ने स्थानीय ठेकेदार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया. आरोपी ठेकेदार हैदराबाद में अपने ड्राइवर के यहां छिपा था.
एसआईटी कर रही है हत्याकांड की जांच: हत्या की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी भी गठित की. हत्या का आरोपी जिस ठेकेदार पर है वो ठेकेदार मृतक पत्रकार मुकेश चंद्राकर का रिश्तेदार ही है. आरोपी ठेकेदार ने जो सड़क निर्माण किया था उसमें भ्रष्ट्राचार की शिकायत मुकेश चंद्राकर ने अपने न्यूज रिपोर्ट में की थी. मुकेश चंद्राकर बस्तर जंक्शन नाम से एक वीडियो पोर्टल चलाते थे. मुकेश चंद्राकर का बस्तर जंक्शन काफी फेमस था. करीब डेढ़ लाख सब्सक्राइबर उनके चैनल के थे. मुकेश चंद्राकर कई न्यूज चैनलों के लिए भी काम करते थे. बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में उनकी जमीनी रिपोर्टिंग काफी सराहनीय रही. बस्तर के अपहृत जवान को छुड़ाने में मुकेश चंद्राकर ने बड़ी भूमिका निभाई थी.