नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से 18 जून को आयोजित की गई यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने के बाद छात्रों का विरोध शुरू हो गया है. परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर छात्र केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग कर रही है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बड़ी संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने मांग की है कि एनटीए को भी रद्द करने की मांग की है.
शिक्षा मंत्री प्रधान के आवास के बाहर NSUI का प्रदर्शन
वहीं, दिल्ली में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. इसके अलावा दिल्ली में शास्त्री भवन के पास आइसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन) के सदस्यों ने NEET और UGC-NET परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (प्रशासन) सैयद एकराम रिजवी ने शास्त्री भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे आइसा के सदस्यों से मुलाकात की. उन्होंने छात्रों से कहा कि आप अपना ज्ञापन दे सकते हैं, मैं इसे केंद्रीय शिक्षा मंत्री को दूंगा. हम आपकी शिकायतों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. अगर आप चाहें तो एक छोटा प्रतिनिधिमंडल हमारे अधिकारियों से मिल कर अपनी बात रख सकता है.
जल्द कराई जाएगी यूजीसी-नेट परीक्षा
विरोध को देखते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को एनटीए के अधिकारियों के साथ बैठक की. वहीं, उच्च शिक्षा सचिव संजय मूर्ति ने दिल्ली के शास्त्री भवन में एनटीए के निदेशक सुबोध कुमार सिंह से मुलाकात की. शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जल्द यूजीसी-नेट परीक्षा दोबारा कराई जाएगी.
शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि एनटीए द्वारा 18 जून को आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा में 9 लाख छात्रों ने भाग लिया था. मंत्रालय ने परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका के बाद परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है. दोबारा परीक्षा के लिए जल्द तारीख घोषित की जाएगी. उन्होंने कहा कि मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है.
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