सूरत: पिछले कुछ महीनों से विभिन्न कारणों से रेलवे पर पथराव की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इन घटनाओं से यात्रियों में भी डर का माहौल है. यात्रियों ने आज सूरत-अयोध्या आस्था एक्सप्रेस पर पथराव की जानकारी दी है. गुजरात के सूरत से उत्तर प्रदेश के अयोध्या जा रही आस्था एक्सप्रेस पर पथराव हुआ है. इस पथराव के बाद रेलवे एक्ट की धारा 154 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस ने बताया कि उनमें से एक की पहचान ईश्वर के रूप में की गई, जबकि दूसरे का नाम रवींद्र है.
रेलवे प्रशासन ने घटना से किया इंकार
बता दें, ट्रेन के अंदर पथराव होने के बाद यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. लेकिन आरपीएफ जवानों का कहना है कि ट्रेन के अंदर सिर्फ 2 से 4 पत्थर ही फेंके गए हैं. रेलवे प्रशासन की ओर से इस घटना से इनकार किया गया है. रेलवे प्रशासन ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई. रेल प्रशासन ने यात्रियों द्वारा बताए गए पथराव वाले स्थान का निरीक्षण किया तो प्रशासन की ओर से कहा गया है कि उस स्थान पर एक मनोरोगी और एक शराबी मिला था. जिसने इस घटना को अंजाम दिया है
हालांकि, मानसिक रोगी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बीच जानकारी मिली है कि 'आस्था एक्सप्रेस' नंदुरबार रेलवे स्टेशन से तय समय पर रवाना हो गई है. इस मामले की जांच पुलिस विभाग द्वारा की जा रही है.
आरोपियों ने जवानों पर भी किया पथराव
दोनों आरोपियों ने न सिर्फ ट्रेन पर पथराव किया, बल्कि उन्हें गिरफ्तार करने गई जीआरपी और आरपीएफ की टीम पर भी पथराव किया. इस पथराव में बाद बाबूलाल नामक एक कर्मी घायल हो गया. आरपीएफ की ओर से दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों आरोपियों को ट्रैक के पास झाड़ियों से गिरफ्तार किया गया, जहां वे चलती ट्रेन पर पत्थर फेंकने के बाद छिपे हुए थे.
दोनों आरोपियों के बारे में बताते हुए आरपीएफ ने कहा कि ईश्वर मानसिक रूप से परेशान होने का दावा कर रहा है और कहता है कि उसका इलाज भी चल रहा है. आरपीएफ ने बताया कि वह व्यक्ति महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर का रहने वाला है, मामले के दूसरे आरोपी रवींद्र के बारे में पुलिस अब तक ज्यादा जानकारी जुटाने में नाकाम रही है.