बस्तर: केंद्रीय गृह मंत्री ने बस्तर सहित पूरे भारत से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए एक तारीख 31 मार्च 2026 बताई है. इसी रणनीति के साथ छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में बस्तर पुलिस नक्सली मोर्चे पर प्रभावी रूप से काम कर रही है. साल 2024 में बस्तर पुलिस को माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. वर्ष 2024 के 8 महीनों का आंकड़ा सामने आया है. यह आंकड़ा बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दिया है.
157 से ज्यादा नक्सलियों के मिले शव: बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि साल 2024 में सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में प्रभावी रूप से काम किया. जिसकी बदौलत नक्सलियों के खिलाफ किए जाने वाले कामों में निर्णायक बढ़त हासिल हुई. 8 महीनों में संभाग के अलग अलग क्षेत्रों में हुए मुठभेड़ों में 157 से ज्यादा माओवादियों की डेड बॉडी जवानों ने रिकवर किया है.
मुठभेड़ वाली जगहों से कई हाईटेक वेपन मिले: बस्तर आईजी ने बताया कि इस साल अब तक हुई नक्सली मुठभेड़ों में LMG, Ak-47, इंसास जैसे अत्याधुनिक हथियारों को बरामद किया गया है.
600 से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार, 556 माओवादियों का सरेंडर: सुंदरराज पी ने बताया कि साल 2024 में 10 ऐसे माओवादी मार गिराए गए जो बाहरी क्षेत्र के थे. जिनमें DKSZC जोगन्ना, DKSZC रंधेर, TSC मेंबर सागर, DKSZC रूपेश, DVCM शंकर राव, DVCM विनस, DVCM जगदीश और ACM रजिता, ACM लक्ष्मी, ACM संगीता शामिल थी. इनके शव बरामद किए गए.
बस्तर संभाग में 663 माओवादियों को गिरफ्तार भी किया गया है. 556 माओवादियों ने नक्सल संगठन छोड़कर मुख्यधारा अपनाया है. बस्तर में साल 2024 में काफी निर्णायक बढ़त हासिल हुई है.- सुंदरराज पी, बस्तर आईजी
बस्तर की जनता चाहती है शांति: सुंदरराज पी ने ये भी कहा कि सरकार की मंशा और क्षेत्र की जनता कि इच्छा है कि बस्तर से जल्द नक्सल समस्या को समाप्त हो. ताकि इलाके में शांति व्यवस्था स्थापित करने के बाद विकास कार्यों को और गति मिल सकें. इसी दिशा में शासन, प्रशासन और पुलिस काम कर रहा है. नक्सल विरोधी अभियान के साथ साथ कई कनेक्टिविटी काम किए जा रहे हैं. आगामी दिनों में भी यह कार्य जारी रहेगा और अधूरे कार्यों को जल्द पूरा किया जाएगा. नक्सल खात्मे की अंतिम तारीख को देखते हुए एक एक कदम आगे बढ़ते जा रहे हैं.