रामेश्वरम: पंबन मछुआरा संघ ने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने 26 भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया और चार नौकाएं जब्त कर ली. मछुआरा संघ ने कहा, 'मछुआरे पंबन से पाक खाड़ी समुद्री क्षेत्र के पास रामेश्वरम द्वीप क्षेत्र में मछली पकड़ने गए थे.'
श्रीलंकाई नौसेना के इस कदम की निंदा करते हुए पंबन के मछुआरों ने अपने परिवारों के साथ मछुआरों की गिरफ्तारी के विरोध में सड़क जाम किया. रामेश्वरम मछुआरा संघ के अनुसार पिछले सप्ताह श्रीलंकाई नौसेना ने श्रीलंकाई जलक्षेत्र में नेदुनथीवु के निकट मछली पकड़ने के आरोप में तमिलनाडु के 22 मछुआरों को गिरफ्तार किया था.
जब मछुआरे पाक खाड़ी सागर क्षेत्र में नेदुनथीवु के पास मछली पकड़ रहे थे, तभी श्रीलंकाई नौसेना वहां पहुंची और थंगाचिमादम के मछुआरों की तीन नौकाओं को जब्त कर लिया. हाल ही में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से अनुरोध किया था कि वे आगे की गिरफ्तारियों को रोकने और वर्तमान में श्रीलंकाई अधिकारियों की हिरासत में सभी मछुआरों और मछली पकड़ने वाली नौकाओं की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त कार्य समूह को बुलाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करें.
स्टालिन ने कहा कि ऐसी घटनाओं से मछुआरों की आजीविका बाधित होती है और उनके पूरे समुदाय में भय और अनिश्चितता की भावना पैदा होती है. मछुआरों के परिवारों ने अनुरोध किया था कि केंद्र और राज्य सरकारें श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए मछुआरों की समय पर रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उचित कार्रवाई करें.
इसका जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि कोलंबो में भारतीय उच्चायोग और जाफना में वाणिज्य दूतावास की ओर से हिरासत में लिए गए लोगों की शीघ्र रिहाई के लिए ऐसे मामलों को तेजी से और लगातार उठा रहे हैं. जयशंकर ने स्टालिन को आश्वासन दिया कि भारतीय मछुआरा समुदाय के हितों को संबोधित करने के प्रयास अभी भी जारी हैं. 2014 में सत्ता में आने के बाद एनडीए सरकार ने हमारे मछुआरा समुदाय की आजीविका, हितों और इसके मानवीय पहलुओं को संबोधित करने का प्रयास किया है. विदेश मंत्री ने कहा, 'ये प्रयास जारी हैं. इसके कई आयाम हैं. इनमें श्रीलंका सरकार के साथ संपर्क करना भी शामिल है. आप आश्वस्त रहें कि हम भारतीय मछुआरों के कल्याण और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं और हमेशा ऐसा करते रहेंगे.'