पटना : राजधानी पटना के मोकामा जलालपुर-नौरंगा गांव में सोनू मोनू के घर बीती शाम हुई गोलीबारी को लेकर मोनू ने बयान देते हुए कहा कि उनका एक मुंशी से पैसे के लेनदेन का हिसाब करने को कहा गया था, और बाद में वह मुंशी पूर्व विधायक अनंत सिंह के पास गए. वो जैसे ही हमारे घर आए गाड़ी से उतरते ही फायरिंग और गाली गलौज करने लगे.
''अनंत सिंह ने बाहुबल का परिचय देते हुए 10-12 लग्जरी गाड़ियों में हथियारों के साथ उनके घर पर हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. उस समय मैं खेत में पटवन का काम कर रहा था और बच्चे वहीं खेल रहे थे.''- मोनू, दूसरा पक्ष
सोनू-मोनू का 'अनंत' चैलेंज : इस घटना में दोनों पक्षों द्वारा अलग-अलग बयान दिए गए हैं, लेकिन पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. मोनू ने अनंत सिंह को चुनौती देते हुए कहा, "उम्र हो गई है 68 साल की, और 34 साल के लड़के से लड़ने चल पड़े तो अब क्या होगा? हम वस्त्रहीन हो सकते हैं, लेकिन चरित्रहीन नहीं. आप किसी भी गांव में जाकर हमारी जानकारी ले सकते हैं."
'मेरी अनंत सिंह से कोई दुश्मनी नहीं' : मोनू ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी अनंत सिंह से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. वे पहले भी विवेका पहलवान के साथ रहते थे, लेकिन अनंत सिंह और विवेका पहलवान के बीच क्या विवाद है, इसका उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
पहले भी हत्या की कोशिश का आरोप : मोनू ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व विधायक अनंत सिंह ने पहले भी उन्हें जेल में हत्या कराने की कोशिश की थी. मोनू ने कहा, "जब अनंत सिंह गाड़ी से उतरे, तो गाली-गलौज करते हुए हमारे घर पर गोलीबारी शुरू कर दी. पंचायती नहीं हुई और हमसे कोई कार्रवाई नहीं हुई." उन्होंने यह बताया कि जब ग्रामीणों ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों को खदेड़ा, तो वे गोलीबारी करते हुए भाग गए.
घटना से बिहार में दहशत : आपको बता दें कि 22 जनवरी की संध्या को पचमहला थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव में पूर्व विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू के बीच गोलीबारी हुई थी, जिससे पूरा बिहार हिल गया था. गोलीबारी की घटना के बाद, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. पुलिस कैम्प कर रही है और स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है. दोनों पक्षों पर FIR दर्ज हो गई है.
ये भी पढ़ें-