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लद्दाख: सोनम वांगचुक ने दिल्ली चलो पदयात्रा के स्वयंसेवकों के साथ अपना अनशन समाप्त किया

भारत सरकार की ओर से पत्र मिलने के बाद सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने अनशन समाप्त किया. पढ़ें रिनचेन आंगमो चुमिक्चन की रिपोर्ट...

Sonam Wangchuk alongwith the Delhi Chalo Padyatra volunteers ended their fast
सोनम वांगचुक के साथ दिल्ली चलो पदयात्रा के स्वयंसेवकों ने अपना उपवास समाप्त किया (ETV Bharat Urdu Desk)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

Updated : 1 hours ago

लेह: सोनम वांगचुक सहित अन्य दिल्ली चलो पद यात्रा स्वयंसेवकों ने सोमवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे की ओर से गृह मंत्रालय का पत्र लद्दाख भवन सौंपने के बाद उन्होंने ये फैसला लिया.

लद्दाख के लोगों से मिल रहे निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए लेह एपेक्स बॉडी के सह-अध्यक्ष चेरिंग दोरजे लकरूक ने कहा, 'यह लद्दाख के सभी लोगों के लिए खुशी का क्षण है. सोनम वांगचुक और अन्य स्वयंसेवकों के नेतृत्व में 'दिल्ली चलो पद यात्रा' का उद्देश्य सरकार के साथ बातचीत को शुरू करने में सफल हुआ. इसके के साथ अनशन समाप्त हुआ.

Sonam Wangchuk alongwith the Delhi Chalo Padyatra volunteers ended their fast
सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक गृह मंत्रालय का पत्र दिखाते हुए (ETV Bharat Urdu Desk)

उन्होंने कहा, 'यह परिणाम लद्दाख के लोगों के निरंतर समर्थन के कारण है, चाहे वह एपेक्स यूथ हो, लद्दाख के संगठन हों या अन्य व्यक्ति हों. लद्दाख के लोगों ने बहुत बड़ी एकता दिखाई है और उसी के कारण यह निष्कर्ष निकला है. 3 दिसंबर से हाई पावर कमेटी के साथ बातचीत फिर से शुरू होगी, लेकिन कुछ संकेत मिले हैं कि प्रारंभिक वार्ता भी होगी ताकि अंतिम वार्ता के लिए जमीन तैयार हो सके. इस बार, ऐसा लगता है कि सरकार गंभीर है और हमें उम्मीद है कि यह निष्कर्ष पर पहुंचेगी.'

इसके अलावा चेरिंग दोरजे लकरूक ने लद्दाख के लोगों की ओर से सोनम वांगचुक और अन्य सभी स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया. इसके अलावा, 'मैं उन सभी समर्थकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पिछले एक महीने में हमारे साथ एकजुटता दिखाई है और हम इसे कभी नहीं भूलेंगे. अब मुझे उम्मीद है कि सरकार के साथ चार सूत्री एजेंडे पर सार्थक बातचीत होगी और निष्कर्ष भी निकलेगा.'

सोनम वांगचुक ने कहा, 'गृह मंत्रालय से पत्र मिलने पर मुझे बहुत खुशी हुई. हमें उम्मीद है कि दोनों पक्षों की ओर से बातचीत पूरी ईमानदारी के साथ सार्थक होगी. पदयात्रा का हमारा मुख्य उद्देश्य हाई पावर कमेटी और सरकार के बीच बातचीत फिर से शुरू करवाना था. मुझे उम्मीद है कि समाधान निकलेगा और हमें भूख हड़ताल पर नहीं बैठना पड़ेगा. उन्होंने पूरे भारत से आए सभी समर्थकों का आभार व्यक्त किया. मैं उन सभी स्वयंसेवकों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने लेह से दिल्ली तक एक महीने तक चली दिल्ली चलो पद यात्रा में हिस्सा लिया. साथ ही, उन सभी स्वयंसेवकों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जो आज तक मेरे साथ थे.'

लेह एपेक्स बॉडी के समन्वयक जिग्मेट पलजोर ने कहा, 'एक महीने और बाईस दिन के बाद हमें गृह मंत्रालय से बातचीत फिर से शुरू करने की तारीख मिली. हमने 16वें दिन भूख हड़ताल खत्म कर दी. अब, सभी को सार्थक बातचीत की उम्मीद है.' लद्दाख के सभी धार्मिक संगठन भी पिछले दो दिनों से दिल्ली में उनका समर्थन कर रहे हैं. इसके अलावा, एलएएचडीसी, लेह के मुख्य कार्यकारी पार्षद एडवोकेट ताशी ग्यालटसन और लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा जान भी लद्दाख भवन में मौजूद थे.

ये भी पढ़ें- 'दिल्ली चलो' पदयात्रा: स्वयंसेवकों की भूख हड़ताल का दूसरा दिन, जानें क्या बोले सोनम वांगचुक

लेह: सोनम वांगचुक सहित अन्य दिल्ली चलो पद यात्रा स्वयंसेवकों ने सोमवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे की ओर से गृह मंत्रालय का पत्र लद्दाख भवन सौंपने के बाद उन्होंने ये फैसला लिया.

लद्दाख के लोगों से मिल रहे निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए लेह एपेक्स बॉडी के सह-अध्यक्ष चेरिंग दोरजे लकरूक ने कहा, 'यह लद्दाख के सभी लोगों के लिए खुशी का क्षण है. सोनम वांगचुक और अन्य स्वयंसेवकों के नेतृत्व में 'दिल्ली चलो पद यात्रा' का उद्देश्य सरकार के साथ बातचीत को शुरू करने में सफल हुआ. इसके के साथ अनशन समाप्त हुआ.

Sonam Wangchuk alongwith the Delhi Chalo Padyatra volunteers ended their fast
सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक गृह मंत्रालय का पत्र दिखाते हुए (ETV Bharat Urdu Desk)

उन्होंने कहा, 'यह परिणाम लद्दाख के लोगों के निरंतर समर्थन के कारण है, चाहे वह एपेक्स यूथ हो, लद्दाख के संगठन हों या अन्य व्यक्ति हों. लद्दाख के लोगों ने बहुत बड़ी एकता दिखाई है और उसी के कारण यह निष्कर्ष निकला है. 3 दिसंबर से हाई पावर कमेटी के साथ बातचीत फिर से शुरू होगी, लेकिन कुछ संकेत मिले हैं कि प्रारंभिक वार्ता भी होगी ताकि अंतिम वार्ता के लिए जमीन तैयार हो सके. इस बार, ऐसा लगता है कि सरकार गंभीर है और हमें उम्मीद है कि यह निष्कर्ष पर पहुंचेगी.'

इसके अलावा चेरिंग दोरजे लकरूक ने लद्दाख के लोगों की ओर से सोनम वांगचुक और अन्य सभी स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया. इसके अलावा, 'मैं उन सभी समर्थकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पिछले एक महीने में हमारे साथ एकजुटता दिखाई है और हम इसे कभी नहीं भूलेंगे. अब मुझे उम्मीद है कि सरकार के साथ चार सूत्री एजेंडे पर सार्थक बातचीत होगी और निष्कर्ष भी निकलेगा.'

सोनम वांगचुक ने कहा, 'गृह मंत्रालय से पत्र मिलने पर मुझे बहुत खुशी हुई. हमें उम्मीद है कि दोनों पक्षों की ओर से बातचीत पूरी ईमानदारी के साथ सार्थक होगी. पदयात्रा का हमारा मुख्य उद्देश्य हाई पावर कमेटी और सरकार के बीच बातचीत फिर से शुरू करवाना था. मुझे उम्मीद है कि समाधान निकलेगा और हमें भूख हड़ताल पर नहीं बैठना पड़ेगा. उन्होंने पूरे भारत से आए सभी समर्थकों का आभार व्यक्त किया. मैं उन सभी स्वयंसेवकों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने लेह से दिल्ली तक एक महीने तक चली दिल्ली चलो पद यात्रा में हिस्सा लिया. साथ ही, उन सभी स्वयंसेवकों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जो आज तक मेरे साथ थे.'

लेह एपेक्स बॉडी के समन्वयक जिग्मेट पलजोर ने कहा, 'एक महीने और बाईस दिन के बाद हमें गृह मंत्रालय से बातचीत फिर से शुरू करने की तारीख मिली. हमने 16वें दिन भूख हड़ताल खत्म कर दी. अब, सभी को सार्थक बातचीत की उम्मीद है.' लद्दाख के सभी धार्मिक संगठन भी पिछले दो दिनों से दिल्ली में उनका समर्थन कर रहे हैं. इसके अलावा, एलएएचडीसी, लेह के मुख्य कार्यकारी पार्षद एडवोकेट ताशी ग्यालटसन और लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा जान भी लद्दाख भवन में मौजूद थे.

ये भी पढ़ें- 'दिल्ली चलो' पदयात्रा: स्वयंसेवकों की भूख हड़ताल का दूसरा दिन, जानें क्या बोले सोनम वांगचुक
Last Updated : 1 hours ago
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