शिमला: हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से बर्फबारी का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया. बीती रात से शिमला, मंडी, कुल्लू, चंबा और सोलन सहित प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फबारी और बारिश का दौर शुरू हो गया है. बारिश और बर्फबारी होने से प्रदेश के किसान और बागवानों के चेहरे खिल गए हैं. वहीं, पर्यटन कारोबारियों में बर्फबारी के बाद प्रदेश में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद जगी है. बर्फबारी और बारिश होने से प्रदेश में तापमान गिरने से ठंड और शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है.
पहाड़ों की रानी में भी स्नोफॉल, पर्यटकों ने की मस्ती: शिमला जिले की बात करें तो बीती रात कुफरी, नारकंडा और रामपुर सहित कई ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. बर्फबारी होते ही बड़ी संख्या में पर्यटकों ने कुफरी का रुख किया है. कुफरी में दो इंच तक बर्फबारी दर्ज की गई है. वहीं, आज सुबह से ही कुफरी में बर्फबारी शुरू है. वहीं, इस बर्फबारी के बीच सैलानी मस्ती करते नजर आये. पर्यटकों का कहना है कि वे बर्फबारी के उम्मीद में ही शिमला आये तो अब पूरी हो गई है. वहीं, शिमला जिले में बर्फबारी होने से राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर गाड़ियों की आवाजाही बाधित हो गई. एनएच 5 पर नारकंडा के पास रुट बाधित है. प्रशासन और एनएच टीम रास्ते को खोलने में जुटी है.
चंबा जिले में बर्फबारी और बारिश का दौर जारी: चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में भी पिछले काफी समय के बाद बारिश और बर्फबारी का दौर देखने को मिला. जिसके चलते किसान और बागवान काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. बता दे कि तीन महीनों से हिमाचल के पहाड़ी जिलों में बारिश और बर्फबारी नहीं हो रही थी, जिसके चलते किसानों और बागवानों की फसले बर्बाद हो रही थी. जहां एक तरफ गेहूं, सरसों, जौ और आलू की फसलें पूरी तरह समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई थी. वहीं, दूसरी और पहाड़ी इलाकों में बागवानों की आर्थिकी माने जाने वाले सेब के बगीचों में भी कार्य करना मुश्किल भरा हो रहा था. चंबा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र के देवीकोठी में करीब आधा फीट के आसपास ताजा हिमपात होने से बागवान काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. उन्हें आने वाले समय में बेहतरीन फसल की उम्मीद जगी है. बागवान काबली राम शर्मा ने कहा कि पिछले काफी समय से बारिश और बर्फबारी नहीं हो रही थी. जिससे हमें मुश्किल हो रही थी, लेकिन अब बारिश और बर्फबारी होने से बागवानों और किसानों को राहत मिली है.
लाहौल स्पीति और कुल्लू में हुई जमकर बर्फबारी: लाहौल स्पीति और कुल्लू जिला में भी बर्फबारी का दौर जारी है. बर्फबारी होने से पर्यटक यहां का रुख कर रहे हैं. वहीं, बर्फबारी की वजह से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है. जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है. बर्फबारी होने से जलोड़ी में बंजार और आनी का संपर्क टूट गया. मनाली में अटल टनल और रोहतांग की अगर बात करें तो यहां करीब 1 फुट से ज्यादा बर्फबारी हो चुकी है. सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अटल टनल की दोनों ओर गाड़ियों की आवाजाही रोक दी है. सड़कों पर फिसलन का खतरा देखते कुल्लू पुलिस प्रशासन ने नेहरू कुंड तक ही पर्यटकों की गाड़ी ले जाने की अनुमति दी है. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा मौसम विभाग ने शनिवार तक प्रदेश में मौसम खराब रहने को लेकर अलर्ट जारी किया है. उन्होंने स्थानीय और पर्यटकों से बर्फबारी के दौरान ऊंचाई वाले इलाकों में रुख नहीं करने की अपील की है.
बर्फबारी के बीच फंसे पर्यटक, पुलिस ने किया रेस्क्यू: बता दें कि बीते दिन बर्फबारी होने से शाम के समय कई पर्यटकों की गाड़ियां कोकसर में फंस गई थी. सड़क फिसलन बढ़ने और बर्फबारी होने से पर्यटकों को गाड़ी चलाने में मुश्किल आ रही थी. इसकी सूचना मिलते ही मौके पर लाहौल पुलिस की टीम पहुंची. पुलिस ने टूरिस्टों के गाड़ियों को सुरक्षित निकालते हुए अटल टनल से मनाली की ओर रवाना किया. गौरतलब है कि कल शाम के समय अटल टनल की दोनों छोर पर तेज बर्फबारी हो रही थी. जिसकी वजह से यहां कई वाहन फंस गए थे, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी गाड़ियों को सुरक्षित निकाल लिया और गाड़ियों को मनाली की ओर भेज दिया.
बारिश होने से किसानों और बागवानों के चेहरे खिले: वहीं, सोलन जिले में भी मौसम ने करवट बदल ली है, मौसम में आए बदलाव से आज सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है. इससे तापमान में भी गिरावट आई है. आने वाले दो दिनों में भी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई गई है. वहीं, सोलन की ऊंची पहाड़ियों पर धुंध छाई हुई है. सोलन में मंगलवार रात से ही आसमान में बादल छाए हुए थे. सुबह तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई थी. इसके बाद अब रिमझिम बारिश का दौर जारी है. बारिश होने से किसान काफी खुश हैं. इस समय सोलन जिला में रबी के मौसम में गेहूं, जौ, मटर और अन्य फसलें लगाई गई हैं. इस बार बारिश में थोड़ी देरी हुई है, लेकिन अब किसानों को इस बारिश से फायदा मिलने की उम्मीद है. बारिश होने की वजह से ठंड बढ़ चुकी है. लोग इस दौरान ठंड दूर करने के लिए जगह-जगह पर अंगीठियों में आग सेंक रहे हैं.
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