ETV Bharat / bharat

एसएमएस अस्पताल ने रचा इतिहास, 100 से अधिक रोबोटिक सर्जरी को दिया अंजाम - 100 plus robotic in SMS - 100 PLUS ROBOTIC IN SMS

राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस ने रोबोटिक सर्जरी के मामले में इतिहास रचा है. एसएमएस में 100 से अधिक रोबोटिक सर्जरी को अंजाम दिया गया है.

100 plus robotic in SMS
एसएमएस में हुई 100 से अधिक रोबोटिक सर्जरी
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 26, 2024, 4:58 PM IST

जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में एक साल पहले रोबोटिक सर्जरी भी शुरू की गई थी. शुरू होने से अब तक रोबोटिक सर्जरी में अब एसएमएस अस्पताल ने एक रिकॉर्ड कायम कर दिया है. दरअसल एसएमएस के सुपरस्पेशलिटी सेंटर के यूरोलॉजी डिपोर्टमेंट ने 100 से अधिक रोबोटिक सर्जरी करने का मुकाम हासिल कर लिया है.

दावा किया जा रहा है कि किसी भी सरकारी अस्पताल में अभी तक रोबोट द्वारा इतनी बड़ी संख्या में सर्जरी को अंजाम नहीं दिया गया है. इसके अलावा जनरल सर्जरी में भी रोबोटिक सर्जरी को अंजाम दिया जा रहा है. जिसके बाद जल्द ही अस्पताल के अन्य विभागों में भी रोबोटिक सर्जरी से इलाज पर अस्पताल प्रशासन प्लान तैयार कर रहा है. एसएमएस अस्पताल देश का दूसरा सरकारी चिकित्सा संस्थान है, जहां रोबोट स्थापित किए गए हैं.

पढ़ें: SMS Hospital : रोबोटिक तकनीक से वेंट्रल हर्निया की 2 सफल सर्जरी, रिकवरी के चांस ज्यादा

105 सर्जरी: एसएमएस में यूरोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ शिवम प्रियदर्शी ने बताया कि यूरोलॉजी विभाग में अभी तक कुल 105 रोबोटिक सर्जरी को अंजाम दिया जा चुका है. दुनिया में होने वाली लगभग सभी सर्जरी को एसएमएस अस्पताल में अंजाम दिया जा रहा है. दरअसल एक साल पहले करीब 50 करोड़ की लागत से दो रोबोटिक सिस्टम अस्पताल में स्थापित किए गए थे.

पढ़ें: SMS अस्पताल ने रचा इतिहास, दो दिन में पांच बड़ी रोबोटिक सर्जरी को दिया अंजाम

डॉ शिवम का कहना है कि यूरोलॉजी से संबंधित मरीजों में पहले लेप्रोस्कॉपी के जरिए सर्जरी की जाती थी. लेकिन इसके बाद अब रोबोट के जरिए सर्जरी हो रही है. जिसके बाद रोबोट से सर्जरी काफी आसान हो गई है. डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज के शरीर में ऐसी कई जगह होती हैं, जहां सर्जरी के दौरान हाथ नहीं पहुंच पाता, लेकिन रोबोट आसानी से शरीर के किसी भी हिस्से में पहुंच सकता है. हालांकि रोबोटिक सर्जरी में रोबोट को ऑपरेट सर्जन द्वारा ही किया जाता है. फिलहाल अस्पताल में प्रोस्टेट कैंसर, पिशाब की थैली का कैंसर समेत अन्य सर्जरी को अंजाम रोबोट द्वारा दिया जा रहा है.

पढ़ें: जोधपुर AIIMS का नया कीर्तिमान : 4 साल में की 500 रोबोटिक सर्जरी, मरीजों को मिल रही राहत

अन्य विभागों में जल्द: एसएमएस अस्पताल प्रशासन का कहना है कि रोबोट द्वारा अस्पताल में जनरल सर्जरी को भी अंजाम दिया जा रहा है और जल्द ही नए रोबोट लाने या फिर इन्हीं रोबोट का अन्य सर्जरी में इस्तेमाल किया जा सकता है. ताकि कम समय में बेहतर इलाज मरीजों को मिल सके. रोबोट के जरिए सर्जरी से फायदा ये होता है कि माइक्रो लेवल पर जाकर आसानी से सर्जरी की जा सकती है. चिकित्सकों के अनुसार इसके रिजल्ट भी काफी अच्छे आते हैं.

जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में एक साल पहले रोबोटिक सर्जरी भी शुरू की गई थी. शुरू होने से अब तक रोबोटिक सर्जरी में अब एसएमएस अस्पताल ने एक रिकॉर्ड कायम कर दिया है. दरअसल एसएमएस के सुपरस्पेशलिटी सेंटर के यूरोलॉजी डिपोर्टमेंट ने 100 से अधिक रोबोटिक सर्जरी करने का मुकाम हासिल कर लिया है.

दावा किया जा रहा है कि किसी भी सरकारी अस्पताल में अभी तक रोबोट द्वारा इतनी बड़ी संख्या में सर्जरी को अंजाम नहीं दिया गया है. इसके अलावा जनरल सर्जरी में भी रोबोटिक सर्जरी को अंजाम दिया जा रहा है. जिसके बाद जल्द ही अस्पताल के अन्य विभागों में भी रोबोटिक सर्जरी से इलाज पर अस्पताल प्रशासन प्लान तैयार कर रहा है. एसएमएस अस्पताल देश का दूसरा सरकारी चिकित्सा संस्थान है, जहां रोबोट स्थापित किए गए हैं.

पढ़ें: SMS Hospital : रोबोटिक तकनीक से वेंट्रल हर्निया की 2 सफल सर्जरी, रिकवरी के चांस ज्यादा

105 सर्जरी: एसएमएस में यूरोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ शिवम प्रियदर्शी ने बताया कि यूरोलॉजी विभाग में अभी तक कुल 105 रोबोटिक सर्जरी को अंजाम दिया जा चुका है. दुनिया में होने वाली लगभग सभी सर्जरी को एसएमएस अस्पताल में अंजाम दिया जा रहा है. दरअसल एक साल पहले करीब 50 करोड़ की लागत से दो रोबोटिक सिस्टम अस्पताल में स्थापित किए गए थे.

पढ़ें: SMS अस्पताल ने रचा इतिहास, दो दिन में पांच बड़ी रोबोटिक सर्जरी को दिया अंजाम

डॉ शिवम का कहना है कि यूरोलॉजी से संबंधित मरीजों में पहले लेप्रोस्कॉपी के जरिए सर्जरी की जाती थी. लेकिन इसके बाद अब रोबोट के जरिए सर्जरी हो रही है. जिसके बाद रोबोट से सर्जरी काफी आसान हो गई है. डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज के शरीर में ऐसी कई जगह होती हैं, जहां सर्जरी के दौरान हाथ नहीं पहुंच पाता, लेकिन रोबोट आसानी से शरीर के किसी भी हिस्से में पहुंच सकता है. हालांकि रोबोटिक सर्जरी में रोबोट को ऑपरेट सर्जन द्वारा ही किया जाता है. फिलहाल अस्पताल में प्रोस्टेट कैंसर, पिशाब की थैली का कैंसर समेत अन्य सर्जरी को अंजाम रोबोट द्वारा दिया जा रहा है.

पढ़ें: जोधपुर AIIMS का नया कीर्तिमान : 4 साल में की 500 रोबोटिक सर्जरी, मरीजों को मिल रही राहत

अन्य विभागों में जल्द: एसएमएस अस्पताल प्रशासन का कहना है कि रोबोट द्वारा अस्पताल में जनरल सर्जरी को भी अंजाम दिया जा रहा है और जल्द ही नए रोबोट लाने या फिर इन्हीं रोबोट का अन्य सर्जरी में इस्तेमाल किया जा सकता है. ताकि कम समय में बेहतर इलाज मरीजों को मिल सके. रोबोट के जरिए सर्जरी से फायदा ये होता है कि माइक्रो लेवल पर जाकर आसानी से सर्जरी की जा सकती है. चिकित्सकों के अनुसार इसके रिजल्ट भी काफी अच्छे आते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.