करनाल : एक तरफ दिल्ली कूच करने के लिए अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं तो वहीं हरियाणा के जींद में सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा एक बड़ी बैठक करने जा रहा है जिसमें किसान आंदोलन के आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.
21 फरवरी को हल्ला बोल प्रदर्शन : हरियाणा के कुरक्षेत्र में आज भारतीय किसान यूनियन(चढ़ूनी) की बैठक हुई और सरकार के खिलाफ रणनीति बनाई गई तो वहीं करनाल में रविवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान जमा हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी कर अपनी नाराज़गी जाहिर की. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने जानकारी देते हुए कहा कि उत्तर भारत के 5 राज्यों में किसान 21 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों में हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे और सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धरना देकर अपना विरोध जताएंगे. इस दौरान किसान अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपेंगे.
सोमवार को जींद में बैठक : वहीं सोमवार को हरियाणा के जींद में संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक होगी जिसमें किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी. साथ ही शनिवार को सिसोली में हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि आने वाली 26 और 27 फरवरी को दिल्ली जाने वाले रास्तों पर ट्रैक्टरों का मार्च निकलेगा. बैठक के बाद पूरे मामले में फाइनल फैसला लिया जाएगा.
"किसानों की मांगें माने सरकार" : रतन मान ने आगे कहा कि "सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले और किसानों को डराने की कोशिश ना करें नहीं तो आने वाले वक्त में सरकार को इसके नतीजे भुगतने होंगे. सरकार को बॉर्डर पर किसानों के साथ ज्यादती नहीं करनी चाहिए और उनकी मांगों को मानना चाहिए."
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