इटावाः इटावा में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा टल गया. शिवगंगा एक्सप्रेस (Sivaganga Express) रेड सिग्नल पार कर एक किमी. आगे तक चली गई. इस बीच यात्रियों की सांसें अटक गईं. इस दौरान रेलवे ने ओएचई की बिजली काटकर किसी तरह ट्रेन को रोका इसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली. उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है. लापरवाही मिलने पर दोनों लोको पायलट पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर इटावा में भरथना स्टेशन से पांच किलोमीटर पहले शिवगंगा एक्सप्रेस लाल सिग्नल पार (ओवरशूट) कर गई. ट्रेन की रफ्तार करीब 80 किमी प्रतिघंटा थी और सिग्नल से करीब एक किलोमीटर आगे निकल गई. यात्रियों की सांसें अटक गईं. ओएचई की बिजली काटकर ट्रेन को रोका गया. यह घटना उस समय हुई जब उसी लाइन पर हमसफर एक्सप्रेस खड़ी थी. रेलवे ने इस मामले में जांच बैठा दी है. दोनों ही ट्रेनों के ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है. साथ ही मेडिकल कराया जा रहा है.
बताया गया कि शिवगंगा एक्सप्रेस (12599) को भरथना स्टेशन से पहले सिग्नल संख्या 507 से पहले रुकना था. यह सिग्नल लाल था लेकिन ट्रेन इससे आगे एक किमी. तक चली गई. रेलवे को जैसे ही इसकी सूचना लगी तुरंत ओएचई की बिजली काटकर ट्रेन को रोका गया. बताया गया कि जिस लाइन में शिवगंगा एक्सप्रेस थी उसी लाइन पर आगे हमसफर एक्सप्रेस खड़ी थी. शुक्र है कि बड़ा हादसा टल गया. कंट्रोल की सूचना पर वैशाली एक्सप्रेस से टूंडला जंक्शन से दो लोको पायलट भेजे गए. उन्होंने शिवगंगा एक्सप्रेस के इंजन का निरीक्षण किया. करीब 25 मिनट बाद ट्रेन को लेकर रवाना हो गए.
रेलवे अधिकारियों के अनुसार कानपुर से दिल्ली तक आटोमेटिक सिग्नल हैं. यह व्यवस्था फूलप्रूफ है, इसलिए सिग्नल में कमी नहीं हो सकती है. बुधवार सुबह कोहरा था हो सकता है कि लोको पायलट सिग्नल देख नहीं सके हों. इसके अलावा लोको पायलट के नींद में होने या नशे में होने की वजह से ऐसा हो सकता है, दोनों का मेडिकल कराया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः राम मंदिर परिसर में 45 दिवसीय राग सेवा कार्यक्रम, आज अनुराधा पौडवाल प्रस्तुत करेंगी भजन
ये भी पढ़ेंः खुशखबरी! यूपी में 22 नए पॉलिटेक्निक तैयार, इस बार काउंसलिंग के जरिए होंगे एडिमशन